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30 Apr 2022 · 1 min read

साथ चले

धूप तेज हो तो हवा साथ चले
अब मुमकिन कहाँ है के दुआ साथ चले
-सिद्धार्थ गोरखपुरी

Language: Hindi
Tag: शेर
303 Views
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