Dr MusafiR BaithA Tag: संस्मरण 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr MusafiR BaithA 3 Feb 2024 · 1 min read ब्राह्मणवादी शगल के OBC - by Musafir Baitha मेरे रहवास के इलाक़े में एक मोची की कठघरे में दुकान है। कठघरा जर्जर है, किसी ने अपनी दुकान हटाई तो उसे गिफ्ट कर दिया। उसकी मरम्मत कर-करवाकर वह उसमें... Hindi · संस्मरण 83 Share Dr MusafiR BaithA 20 Jul 2023 · 3 min read उधार और मानवीयता पर स्वानुभव से कुछ बात, जज्बात / DR. MUSAFIR BAITHA 2011 की बात है। फेसबुक पर बिहार सरकार/कार्यालय विरोधी पोस्ट डालने के आरोप में मुझे सस्पेंड/निलंबित कर दिया गया था। शायद, किसी सरकारी कर्मचारी को फेसबुक पोस्ट के आधार पर... Hindi · संस्मरण 125 Share Dr MusafiR BaithA 2 Jul 2023 · 5 min read साइकिल चलाने से प्यार के वो दिन / musafir baitha मेरी किशोरावस्था के उत्तरार्द्ध के दिनों की बात है। तब मैं मैट्रिक के बाद राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज, बरौनी से सिविल इंजीनियरी (डिप्लोमा) कर रहा था। घटना सन उन्नीस सौ अस्सी... Hindi · संस्मरण 124 Share Dr MusafiR BaithA 28 Jun 2023 · 1 min read एक सरकारी सेवक की बेमिसाल कर्मठता / MUSAFIR BAITHA मेरे कार्यालय में एक कर्मी हैं। ग़ज़ब के कर्मठ एवं निष्ठावान। कहिये कि कार्यालय-कार्य के प्रति निष्ठा, कर्मठता एवं उत्साह बरतने में वे अति कर देते हैं। ऐसा भी नहीं... Hindi · संस्मरण 134 Share Dr MusafiR BaithA 28 Jun 2023 · 16 min read ’जूठन’ आत्मकथा फेम के हिंदी साहित्य के सबसे बड़े दलित लेखक ओमप्रकाश वाल्मीकि / MUSAFIR BAITHA यह हमारे लिए काफी क्लेषदायक है कि हिंदी साहित्य के सर्वाधिक ख्यातिप्राप्त एवं लोकप्रिय दलित हस्ताक्षर ओमप्रकाश वाल्मीकि अब स्मृतिशेष हैं। विकराल कैंसर रोग ने उन्हें असमय ही लील लिया,... Hindi · लेख · संस्मरण 2 332 Share Dr MusafiR BaithA 28 Jun 2023 · 13 min read कोई बिगड़े तो ऐसे, बिगाड़े तो ऐसे! (राजेन्द्र यादव का मूल्यांकन और संस्मरण) / MUSAFIR BAITHA कोई बिगाड़ने वाला हो तो साहित्यकार राजेंद्र यादव एवं उनकी ‘हंस’ जैसा, और बिगाड़े तो ऐसे जैसे राजेन्द्र दा तथा उनके ‘हंस’ ने जैसे मुझे बिगाड़ा! वैसे, राजेन्द्र जी एवं... Hindi · लेख · संस्मरण 155 Share Dr MusafiR BaithA 28 Jun 2023 · 22 min read हिंदी दलित साहित्यालोचना के एक प्रमुख स्तंभ थे डा. तेज सिंह / MUSAFIR BAITHA यह हमारे लिए काफी क्लेषदायक है कि हिंदी साहित्य में स्वीकृति एवं चर्चा के मामले में अंडरटोन रह गए दलित साहित्य आलोचना एवं विमर्श के एक प्रमुख स्तंभ रहे डा.... Hindi · संस्मरण 134 Share Dr MusafiR BaithA 28 Jun 2023 · 13 min read कैलाश चन्द्र चौहान की यादों की अटारी / मुसाफ़िर बैठा 6 जून को कैलाश चन्द्र चौहान (अब स्मृतिशेष) ने फ़ेसबुक पर एक छोटी श्रद्धांजलि पोस्ट लिखी थी- "सम्यक प्रकाशन के प्रकाशक माननीय शांति स्वरूप बौद्ध अब हमारे बीच नहीं रहे,... Hindi · संस्मरण 1 133 Share Dr MusafiR BaithA 28 Jun 2023 · 15 min read स्मृतिशेष मुकेश मानस : टैलेंटेड मगर अंडररेटेड दलित लेखक / MUSAFIR BAITHA क्रांतिधर्मी कवि कबीर के नाम से दो पंक्तियाँ हैं - जब तुम आए जगत में, जगत हँसा तुम रोए। ऐसी करनी कर चलो, तुम हंसो जग रोए।। सृष्टि के आरम्भिक... Hindi · संस्मरण 122 Share Dr MusafiR BaithA 26 Jun 2023 · 2 min read तू है लबड़ा / MUSAFIR BAITHA दूर की रिश्तेदारी में गया था, तब मैं मैट्रिक पास कर सिविल इंजीनियरी डिप्लोमा के प्रथम वर्ष का छात्र था और मेजबान घर की बाला एक साल पीछे प्रवेशिका में.... Hindi · संस्मरण 180 Share Dr MusafiR BaithA 23 Jun 2023 · 2 min read नदिया के पार (सिनेमा) / MUSAFIR BAITHA याद आ रहा है, जब सीतामढ़ी के बासुश्री टॉकीज में यह फ़िल्म लगी थी तो फ़िल्म के 25 वें सप्ताह के अंतिम दिन सिनेमाहॉल मालिक की तरफ से दर्शकों को... Hindi · संस्मरण 1 310 Share