Kamla Prakash 20 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kamla Prakash 15 Jun 2025 · 1 min read आज मनाने जब बैठे आज मनाने जब बैठे सभी मिलकर फादर्स डे मन में एक सवाल उठा कभी है उन बिन कोई डे? सोचा कॉल करुँ पापा को कह दूँ हैप्पी फादर्स डे याद... 1 86 Share Kamla Prakash 10 Jun 2025 · 1 min read व्यथित हृदय अब कर रहा व्यथित हृदय अब कर रहा जाने कई सवाल है नारी तुम केवल श्रद्धा हो! पूछ रहा हर बार है... मुक्ति 🖋️ Quote Writer 158 Share Kamla Prakash 10 Jun 2025 · 1 min read सवाल कल भी था सवाल आज भी है और सवाल कल भी था सवाल आज भी है और हम सभी कहीं न कहीं सोचने को मजबूर हैं मन व्यथित है.. 🖋️ 🙏🏻🙏🏻 किस दीये में तेल अब किस दीये... 126 Share Kamla Prakash 6 Apr 2025 · 1 min read ले शिशु रुप, माता कौशल्या की गोद में ले शिशु रुप, माता कौशल्या की गोद में सुनो सखी,जगत के पालनहार हैं आए बजाओ ढोल, गाओ मंगल गीत, सोहर दशरथ के कुंवर सखी, इस धाम हैं आए Quote Writer 1 149 Share Kamla Prakash 21 Feb 2025 · 1 min read आलेख लिख रही कई आलेख लिख रही कई नित चैतन्य चेतना मूर्त को जीवंत करती एक कवि की कल्पना गागर में सागर को भरती शब्दों की परिकल्पना भाव भीनी भर रही कुछ कह रही... Quote Writer 2 2 253 Share Kamla Prakash 15 Feb 2025 · 1 min read सरल को समझना सरल नहीं सरल को समझना सरल नहीं सरल कह देना भी सहज़ नहीं सादगी सहिष्णुता विश्वास की कठिन परिभाषा यह कुछ ऐसी जिसे कुछ यूँ कह देना सरल नहीं मुक्ति 🖋️ Quote Writer 1 154 Share Kamla Prakash 12 Feb 2025 · 1 min read अलबेली मतवाली पवन जब झूम अलबेली मतवाली पवन जब झूम रागिनी गाती नव पल्लव का सजा कर डोला कोयल हैं गीत सुनाती अभिनंदन कर रही धरा गगन का ओढ़ चुनर बसंती धानी परिधान में लिपटी,... Quote Writer 2 139 Share Kamla Prakash 6 Feb 2025 · 1 min read सपनों की उड़ान हो ऊँची सपनों की उड़ान हो ऊँची तब ख़ुद से हीं तो लड़ना है अपनी कमजोरी कह सुनकर क्या, किसको साबित करना है चढ़कर गिरना, गिर कर चढ़ना निर्णय स्वयं को ही... Quote Writer 1 316 Share Kamla Prakash 5 Feb 2025 · 1 min read सपनों की उड़ान हो ऊँची सपनों की उड़ान हो ऊँची तब ख़ुद से हीं तो लड़ना है अपनी कमजोरी कह सुनकर क्या, किसको साबित करना है चढ़कर गिरना, गिर कर चढ़ना निर्णय स्वयं को ही... Quote Writer 1 234 Share Kamla Prakash 4 Feb 2025 · 1 min read तूलिका मेरी तू लिख, पीर उस एहसास की तूलिका मेरी तू लिख, पीर उस एहसास की क्रन्दन के शोर में, छिपे उस जज़्बात की अश्रु तरल नयन, जब सुनाते अपनी वेदना कल्पना से थी परे, कैसी थी वो... Quote Writer 1 148 Share Kamla Prakash 2 Feb 2025 · 1 min read श्रुति नाद साज़ समाहित श्रुति नाद साज़ समाहित अलंकृत स्वर विस्तार शुद्ध भाव भरे अंतर्मन भिन्न-भिन्न प्रकार वर दे देवी ब्रह्मवादिनी वेद पुराण यश गात राग रस त्रिलोक समाहे दे ज्ञान प्रवाह प्रकाश🙏🏻 मुक्ति... Quote Writer 2 96 Share Kamla Prakash 31 Jan 2025 · 1 min read मौन की 'अभिव्यक्ति' होती मौन की 'अभिव्यक्ति' होती जब 'ख़ामोशी' पग रखती है मन की पगडंडी पर चलकर वह अपनी दिशा बदलती है.. मुक्ति 🖋️ Quote Writer 2 2 243 Share Kamla Prakash 30 Jan 2025 · 1 min read सपनों का कोई अंत नहीं सपनों का कोई अंत नहीं लक्ष्य तो बस केवल चलना है सीखा हमने भी नदियों से कब थमना, कब बहना है मुक्ति 🖋️ Quote Writer 4 3 279 Share Kamla Prakash 26 Jan 2025 · 1 min read है कई अनमोल रत्न, माता तेरी गोद में है कई अनमोल रत्न, माता तेरी गोद में विश्व की शिरोमणि, स्वर्ग तेरी गोद में.. धरा धरे है गर्व और विश्व का तू सार है माँ वंदनी सदैव तू तुझे... Quote Writer 3 107 Share Kamla Prakash 25 Jan 2025 · 1 min read लिखी हैँ किताबें कई, ज़िन्दगी ने मेरी लिखी हैँ किताबें कई, ज़िन्दगी ने मेरी सुलझे- अनसुलझे, कई सवाल कर जाती 'जानकी' को राम मिले और "पांचाली' को पांडव परीक्षा दोनों की थी,फिर क्यूँ रामायण और महाभारत रच... Quote Writer 1 113 Share Kamla Prakash 24 Jan 2025 · 1 min read काम, क्रोध, मोह साथ ना छोड़े काम, क्रोध, मोह साथ ना छोड़े लोभ ना देखे बाट अहंकार जब सिर चढ़ बोले व्यर्थ ये जीवन सार.. मुक्ति 🖋️ Quote Writer 1 116 Share Kamla Prakash 23 Jan 2025 · 1 min read टुटे ख़्वाबों को पंख दे दो टुटे ख़्वाबों को पंख दे दो अरमानो की बस्ती में उन्मुक्त गगन में उड़ने दो बांधो न उनको कश्ती में मुक्ति 🖋️ Quote Writer 1 164 Share Kamla Prakash 22 Jan 2025 · 1 min read खोल रखी किताब कई खोल रखी किताब कई पढ़ी न ज़िन्दगी की किताब पन्ने पन्ने बिखर गए जब ज़िन्दगी लेने लगी हिसाब... मुक्ति 🖋️ Quote Writer 1 102 Share Kamla Prakash 21 Jan 2025 · 1 min read बातें रूबरू होंगी बातें रूबरू होंगी कहेंगी कई ज़ुबानियाँ नज़्में हर लम्हों के होंगे कविताएं कहेंगी कहानियाँ 'मुक्ति '🖋️ Quote Writer 1 129 Share Kamla Prakash 21 Jan 2025 · 1 min read बातें रूबरू होंगी बातें रूबरू होंगी कहेंगी कई ज़ुबानियाँ नज़्में हर लम्हों के होंगे कविताएं कहेंगी कहानियाँ 'मुक्ति' 🖋️ Quote Writer 1 101 Share