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6 Feb 2025 · 1 min read

सपनों की उड़ान हो ऊँची

सपनों की उड़ान हो ऊँची
तब ख़ुद से हीं तो लड़ना है
अपनी कमजोरी कह सुनकर
क्या, किसको साबित करना है
चढ़कर गिरना, गिर कर चढ़ना
निर्णय स्वयं को ही लेना है
मुक्ति 🖋️

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