Mukeshkumar PANDEY 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mukeshkumar PANDEY 28 May 2016 · 1 min read तनहाई क्यूँ समझती है तेरे बिन यहाँ तनहाई नही है। बिस्तर तो है मखमल का, मगर चारपाई नही है । कभी अपने आप से सवालात किया करता हूँ । कभी तेरी... Hindi · कविता 1 635 Share Mukeshkumar PANDEY 28 May 2016 · 1 min read आज फिर आज फिर तनहाई में तुम्हे याद किया है । आज फिर दिल के बंधन को आजाद किया है । आज फिर ये हवाएँ तेरा पैगाम लाई है । आज फिर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 322 Share Mukeshkumar PANDEY 28 May 2016 · 1 min read साया जो तेरा पड़ जाए तारीफ तेरे हुश्न की शब्दों में ना समाएगी, ये हुश्न शब्द शायद तेरे लिए बना होगा । साया जो तेरा पड़ जाए गर किसी मरूस्थल में, तो उस जगह पे... Hindi · गीत 1 300 Share Mukeshkumar PANDEY 28 May 2016 · 1 min read गजल मैं एक ढ़लती हुई शाम उसके नाम लिख रहा हूँ। एक प्यार भरे दिल का कत्लेआम लिख रहा हूँ। ता उम्र मैं करता रहा जिस शाम उसका चर्चा, मैं आज... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 351 Share Mukeshkumar PANDEY 28 May 2016 · 1 min read मुक्तक दिल का वो एक कोना, अब तक पडा़ है खाली पत्ते हैं झड़ गए सब, सूनी पडी़ है डाली मुमकिन नहीं तुम्हारी, यादों को भूल जाना तुम बिन है सूनी... Hindi · कविता 3 2 344 Share Mukeshkumar PANDEY 27 May 2016 · 1 min read हुस्न का रंग हम पर बरसने भी दो हुस्न का रंग हम पर बरसने भी दो, फूल खिलने से पहले बिखर जाए ना । प्यार के बादलों को बरसने भी दो, ये मोहब्बत का मौसम गुजर जाए ना... Hindi · गीत 1 362 Share