Mohan Pandey 33 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mohan Pandey 4 Nov 2024 · 1 min read तन्हाई से सीखा मैंने गीत तन्हाई से सीखा मैंने कठिन साधना करना बूंद बूंद की स्याही से कागज पर जीवन लिखना। अरमानों को कभी नहीं पथ से विचलित होना श्रम के स्वेद कणों से... Hindi 25 Share Mohan Pandey 22 Aug 2024 · 1 min read नारी का सम्मान नहीं तो... *नारी का सम्मान नहीं तो...... नारी का सम्मान नहीं तो पुरुष कहां रह पायेगा हिंसक बनकर यहां जगत में कहां ठिकाना पायेगा।। रिश्ते नाते सभी बधे हैं नारी के पावन... Hindi 52 Share Mohan Pandey 30 Jun 2024 · 1 min read बहुत कठिन है पिता होना बहुत कठिन है पिता होना परवरिश में पलना निर्द्वंद्व होकर समाज में खड़े होना घर गृहस्थी चलाना परिवार के जंजीरों में बंधना लोक परम्पराओं को निभाते हुए खुद को स्थापित... Hindi 63 Share Mohan Pandey 8 Jun 2024 · 1 min read गमले में पेंड़ *गमले में पेंड़ * बढ़ती जनसंख्या आधुनिक जीवन शैली ने नये नये आविष्कारों ने बहुत कुछ बदला है। कटते गये विशाल वृक्ष छाया और फल देकर जीवों के जीवनदाता रहे... Hindi 1 76 Share Mohan Pandey 27 May 2024 · 1 min read पुरखों के गांव *पुरखों के गांव* मैं जब भी जाता हूॅ शहर के चकाचौंध भरे जीवन से दूर। जंगल के करीब बसे अपने ठांव पुरखों के गांव। आधुनिक चमक से हटकर एक ताजगी... Hindi 105 Share Mohan Pandey 25 May 2024 · 1 min read मुझे जगा रही हैं मेरी कविताएं मुझे जगा रही हैं मेरी कविताएं । नींद के आगोश में जब भी हल्की सनसनाहट के साथ आती हैं, मधुर वायु की तरह, झंकृत कर देती हैं तन मन झूम... Hindi 1 106 Share Mohan Pandey 24 May 2024 · 1 min read मां!क्या यह जीवन है? मां! क्या यह जीवन है?? --------------------------------+ सब कुछ सहना कुछ ना कहना कठिन श्रमों से पालन करना अपने कुनबे का कभी किसी से ना कहना क्या यह जीवन है? किलकारी... Hindi 99 Share Mohan Pandey 23 Apr 2024 · 1 min read विश्व पुस्तक दिवस पर *लिख कर दे दिया है मैंने जिंदगी के नुस्खे, हो सके तो चल भी देना कदम दो चार।। मोहन पाण्डेय 'भ्रमर ' 1 92 Share Mohan Pandey 22 Apr 2024 · 1 min read पृथ्वी दिवस पर आज दिवस है पृथ्वी का, आओ जश्न मनाएं पृथ्वी का शृंगार बढ़ाएं, मिलकर वृक्ष लगाएं।। बहुत किया दोहन, हमने पेड़ों को काट दिया सूख रही है धरती, हमने कैसा हाल... Hindi 128 Share Mohan Pandey 21 Apr 2024 · 1 min read जलियांवाला बाग काण्ड शहीदों को श्रद्धांजलि *बैसाखी पर्व पर जलियांवाला बाग में शहीद हुए अमर शहीदों को श्रद्धांजलि* सन् उन्नीस सौ उन्नीस में आया रौलेट एक्ट हिंदूस्तानी जनता ने उसको किया रिजेक्ट। गली गली औ चौबारों... Hindi 107 Share Mohan Pandey 18 Apr 2024 · 1 min read ओ गौरैया,बाल गीत ओ गौरैया बाल गीत ओ गौरैया, तूँ सुन- सुन , चुगती जा दाना चुन -चुन।। सूरज की जलती किरणें पंख तेरे जल रहे मृदुल। आ आँगन में बैठ हमारे, नन्ही... Hindi 127 Share Mohan Pandey 17 Apr 2024 · 1 min read We will walk the path , English translation of my poem We will walk the path of creation* win or lose Will always carry the chariot. shore up the destruction We will walk the path of creation. sowing seeds in the... English 147 Share Mohan Pandey 17 Apr 2024 · 1 min read जहां प्रगटे अवधपुरी श्रीराम *जहां प्रगटे अवधपुरी श्रीराम* त्राहि त्राहि मच गई धरा पर भजन लगे सब हरि का नाम। पावन धारा सरयू मैया की, जहां प्रगटे अवधपुरी श्रीराम ।। रघुवंश शिरोमणि कहलाए आए... 1 99 Share Mohan Pandey 15 Apr 2024 · 1 min read हम सृजन के पथ चलेंगे *हम सृजन के पथ चलेंगे* जीत हो या हार हो नित सदा ले रथ चलेंगे। ध्वंस को करके किनारे हम सृजन के पथ चलेंगे ।। बीज को बपते जमीं में... Hindi 2 94 Share Mohan Pandey 11 Apr 2024 · 1 min read ऐ मोनाल तूॅ आ *मोनाल*उत्तराखंड का राज्य पक्षी ऐ मोनाल ! ऐ मोनाल! हिम के वासी आया वसन्त ऋतुओं का कंत तूॅ आ ! रीत गये, दिन बीत गये शीत शूल। बहुरेंगे पंखों से... 132 Share Mohan Pandey 9 Apr 2024 · 1 min read आदिशक्ति वन्दन *आदिशक्ति वन्दन* हे आदिशक्ति मां जगदम्बा जन -जन का कल्याण करें। नव विहान नित रहे हमारा, हे मातु तुम्हारा नमन करें।। हे आदिशक्ति..............।। प्रतिपल ध्यान धरें हे माता चरण वन्दना... Hindi 124 Share Mohan Pandey 8 Apr 2024 · 1 min read अस्ताचलगामी सूर्य •अस्ताचलगामी सूर्य• """""""**कहाॅ चले हे सूर्यदेव!! कहाॅ चले हे सूर्यदेव जग में अपनी लाली देकर। लाल रश्मियां पीत हुईं चल पड़े कहाॅ लाली लेकर? सरिता हिम सरवर में ऊर्जा तेज... Hindi 109 Share Mohan Pandey 7 Apr 2024 · 1 min read खो गया सपने में कोई, **खो गया सपने में कोई** ****************************************** आ गई रात, आ गया सपने में कोई !! ढल गई रात खो गया सपने में कोई !! स्तब्ध निशा के भॅवरजाल में जैसे... Hindi 86 Share Mohan Pandey 6 Apr 2024 · 1 min read संवेदनशील होना किसी भी व्यक्ति के जीवन का महान गुण है। संवेदनशील होना किसी भी व्यक्ति के जीवन का महान गुण है। Quote Writer 133 Share Mohan Pandey 6 Apr 2024 · 1 min read कू कू करती कोयल *कू कू करती कोयल* ************************* डाल पर हरी हरी पत्तियों के बीच कू कू करती कोयल नव पल्लव के सौंदर्य में स्वयं को समाहित कर जब सुरीली आवाज में गाती... Hindi 151 Share Mohan Pandey 6 Apr 2024 · 1 min read पहाड़ के गांव,एक गांव से पलायन पर मेरे भाव , ************************************ **पहाड़ के गांव**एक गांव से पलायन पर मेरे भाव -- पहाड़ के सुरम्य वादियों में बसे पुरखों के गांव। जहां झरने निरंतर झरते हुए जीवन धारा में झंकृत निनाद... Hindi 188 Share Mohan Pandey 2 Apr 2024 · 1 min read मैं सत्य सनातन का साक्षी *मैं सत्य सनातन का साक्षी* मैं सत्य सनातन का साक्षी मैं पंचतत्व दिग्दर्शक हूॅ। हूॅ अनल,हुताशन सृष्टि में मैं दिग्दिगंत आकर्षक हूॅ।। मैं सत्य सनातन..........१ उज्वल भावों का आकांक्षी गंगा... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 4 183 Share Mohan Pandey 2 Apr 2024 · 1 min read सत्य की खोज, कविता -------------------------------- कविता -सत्य की खोज -------------------------------- चक्की में घिसना पड़ेगा सत्य की खोज में। तपना पड़ेगा साधन और साध्य के गहन मध्याकाश में दीप्त अर्चियों की लौ में। सत्य की... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 2 147 Share Mohan Pandey 2 Apr 2024 · 1 min read एक उड़ान, साइबेरिया टू भारत (कविता) •एक उड़ान, साइबेरिया टू भारत • भीषण शीत कंपकंपाती ठंड से जब चतुर्दिक खगों के झुंड विह्वल हो उठते हैं हिम की तासीर से उड़ती हूॅ अदम्य साहस और उत्साह... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 1 169 Share Mohan Pandey 1 Apr 2024 · 1 min read गीत, मेरे गांव के पनघट पर मेरे गाँव के पनघट पे थके बटोही आ जाना जब भी प्यास लगे तुझको अपनी प्यास बुझा जाना।। जेठ दुपहरी तपती धरती जब मिलता नहीं सहारा है। तन मन व्याकुल... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 2 4 233 Share Mohan Pandey 1 Apr 2024 · 1 min read बुगुन लियोसिचला Bugun leosichla • बुगुन लियोसिचला • आती सूदूर से पर्वतों को पार कर अनवरत जारी है आने का सिलसिला। घाटियों को पार कर उगते सूरज के पर्वत पर। घने जंगलों की आबो... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 1 156 Share Mohan Pandey 1 Apr 2024 · 1 min read वसन्त का स्वागत है vasant kaa swagat hai **वसन्त का स्वागत है** टेसू गुलाब खिले, बेला के आवन से, गलियन में झांझ बजे, पञ्चम गीत गाती है। गाछ पर रसालों के भ्रमर गुॅजार करे , लपक रही मालती,... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 2 128 Share Mohan Pandey 1 Apr 2024 · 1 min read कचनार kachanar *कचनार* लहलहाते पत्तों से सजे विहॅस रही कलियों अधखिले पुष्पों को अपने शाखाओं में हार के तरह धारण किये वसन्त के स्वागत के लिए आतुर है कचनार। शीतल वायु,गुनगनी धूप... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 2 112 Share Mohan Pandey 1 Apr 2024 · 1 min read सूरज आएगा Suraj Aayega *आएगा सूरज* तम को चीरती हुई सूरज की रश्मियां छाती हैं पलभर में संपूर्ण लोक में। सात रश्मियों के रूप में लोक की दिव्यता धरा, व्योम जीवन को नित नव... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 2 114 Share Mohan Pandey 1 Apr 2024 · 1 min read माॅ माँ● दूर कहीं जंगल से सिर पे लादे लकड़ियों का गट्ठर पहाड़ की ऊँची ढलान से नीचे घण्टों में उतरती है, बूढ़ी माँ। सताती है चिंता, अपने बेटों की, दो... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 1 85 Share Mohan Pandey 1 Apr 2024 · 1 min read प्रकृति चट्टानों की कोख में पला जन्मा,पला, बढ़ा, बढ़ता गया। तपती धूप के थपेड़े सहता रहा, एक पौध, जो संकरे मार्ग से होता हुआ दिखा व्योम के नीचे, खुले आकाश और... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 96 Share Mohan Pandey 31 Mar 2024 · 1 min read कचनार *कचनार* लहलहाते पत्तों से सजे विहॅस रही कलियों अधखिले पुष्पों को अपने शाखाओं में हार के तरह धारण किये वसन्त के स्वागत के लिए आतुर है कचनार। शीतल वायु,गुनगनी धूप... Hindi 122 Share Mohan Pandey 30 Mar 2024 · 1 min read **वसन्त का स्वागत है* **वसन्त का स्वागत है** टेसू गुलाब खिले, बेला के आवन से, गलियन में झांझ बजे, पञ्चम गीत गाती है। गाछ पर रसालों के भ्रमर गुॅजार करे , लपक रही मालती,... Hindi 353 Share