मिथलेश सिंह"मिलिंद" Tag: दोहा 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid मिथलेश सिंह"मिलिंद" 12 May 2024 · 1 min read श्री कृष्ण जन्म कथा काल चक्र खुद रुक गया , शून्य सृष्टि का आज । कान्हा का जैसे हुआ , धरती पर आगाज ।। वासुदेव के खुल गये , पावों से जंजीर । पवन... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 62 Share मिथलेश सिंह"मिलिंद" 12 May 2024 · 1 min read संकल्प शक्ति तीन तत्व से मिल बने , मन के सभी विधान । रजो-तमो-सतगुण जिसे , कहते हैं विद्वान ।। इसी गुणों का ही रहे , मन पर सदा प्रभाव । मन... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 77 Share मिथलेश सिंह"मिलिंद" 12 May 2024 · 2 min read दोहावली हर जीवों में श्रेष्ठ जो, मर्त्य लोक इंसान। लोभ-मोह अरु क्रोध ने, बना दिया हैवान।।१।। मन-मानव में आपसी, छिड़ी श्रेष्ठ की जंग। इसी सोच से हो रहा, काल चक्र नित... Poetry Writing Challenge-3 · दोहा 48 Share