Mamchand Agawal Vasant 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mamchand Agawal Vasant 16 Jan 2020 · 1 min read मैंने जितने छंद लिखे हैं मैंने जितने छंद लिखे हैं प्रियवर तेरे नाम करूँ | कोरे कागज पर लिख कर के दिलबर तुझे सलाम करूँ | कभी भवानी,कभी राधिका और कभी सीता बन कर- हर... Hindi · मुक्तक 1 278 Share Mamchand Agawal Vasant 16 Jan 2020 · 1 min read मैंने जितने छंद लिखे हैं मैंने जितने छंद लिखे हैं प्रियवर तेरे नाम करूँ | कोरे कागज पर लिख कर के दिलबर तुझे सलाम करूँ | कभी भवानी,कभी राधिका और कभी सीता बन कर- हर... Hindi · मुक्तक 229 Share Mamchand Agawal Vasant 10 Jan 2020 · 1 min read चुप रहो साथियो चीख है,पुकार है फिर भी सन्नाटा है, नैतिकता के गाल पर अनैतिकता का चाँटा है | सत्य की जबान पर आततायी पहरा है | चुप रहो साथियो षडयंत्र कोई गहरा... Hindi · कविता 458 Share Mamchand Agawal Vasant 5 Dec 2018 · 1 min read भज ले राम-राम,जय राम सत्ता ने है छला अभी तक, नया नहीं कुछ भाई। कभी धूल को फूल बनाया, कभी अचल को राई। किसने हमको कब-कब लूटा, कैसे हाय,बतायें नहीं दूध का धोया कोई,... Hindi · गीत 1 328 Share Mamchand Agawal Vasant 29 Nov 2018 · 1 min read अब राम बचाये चिड़ियों पर बाजों ने हमला,बोल दिया अब राम बचाये। गौरैया की साँसे अटकी,मैना भी अब नहीं सुरक्षित अपने ही जब लगे लूटने,कैसे कोयल भी हो रक्षित सोच रही है सोनचिरैया,किससे... Hindi · गीत 3 349 Share