Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
68 posts
जब तलक था मैं अमृत, निचोड़ा गया।
जब तलक था मैं अमृत, निचोड़ा गया।
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
खून-पसीने के ईंधन से, खुद का यान चलाऊंगा,
खून-पसीने के ईंधन से, खुद का यान चलाऊंगा,
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
तूफ़ानों से लड़करके, दो पंक्षी जग में रहते हैं।
तूफ़ानों से लड़करके, दो पंक्षी जग में रहते हैं।
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
सीखने की भूख
सीखने की भूख
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
सीखने की भूख (Hunger of Learn)
सीखने की भूख (Hunger of Learn)
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
अब तो ज़ख्मो से रिश्ता पुराना हुआ....
अब तो ज़ख्मो से रिश्ता पुराना हुआ....
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
शिकायत खुद से है अब तो......
शिकायत खुद से है अब तो......
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
तुम चाहो तो सारा जहाँ मांग लो.....
तुम चाहो तो सारा जहाँ मांग लो.....
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
लेखनी
लेखनी
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
मोहब्बत का पानी मिलेगा कहाँ पर...
मोहब्बत का पानी मिलेगा कहाँ पर...
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
आंधियां चल रही हैं जहर की
आंधियां चल रही हैं जहर की
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
रक्षाबन्धन
रक्षाबन्धन
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
लम्बी उमर हो
लम्बी उमर हो
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
मेरा चाँद ही काफी है
मेरा चाँद ही काफी है
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
तुम्हारे संग चलना है
तुम्हारे संग चलना है
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
तेरी तस्वीर बनाने में
तेरी तस्वीर बनाने में
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
छोटा सा दिल
छोटा सा दिल
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
तुम्हें अपना समझते थे
तुम्हें अपना समझते थे
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
कोरोना हो गया...
कोरोना हो गया...
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
तुम्हारी याद जैसे हो
तुम्हारी याद जैसे हो
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
लड़कियाँ
लड़कियाँ
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
तुमने मुझको चाहा ऐसे
तुमने मुझको चाहा ऐसे
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
अंधेरों से कह दो
अंधेरों से कह दो
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
बिस्तर की सिलवटों में
बिस्तर की सिलवटों में
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
चमचों की दुनियाँ
चमचों की दुनियाँ
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
ये कैसा गणतन्त्र है?
ये कैसा गणतन्त्र है?
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
स्वदेश के ही नाम पर
स्वदेश के ही नाम पर
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
हालात-ए-कोरोना
हालात-ए-कोरोना
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
दिल तेरा बदले नही
दिल तेरा बदले नही
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
प्यार का दस्तूर
प्यार का दस्तूर
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
जीत लूँ दुनियां को मैं
जीत लूँ दुनियां को मैं
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
सरजमी है दोस्तों की
सरजमी है दोस्तों की
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
शायराना अंदाज़
शायराना अंदाज़
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
माँ
माँ
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
आईना हूँ
आईना हूँ
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
ज़िगर में प्यास बाकी है
ज़िगर में प्यास बाकी है
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
तुम्हारी याद काफी है
तुम्हारी याद काफी है
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
योग
योग
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
दिल करता है
दिल करता है
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
मिट्टी का ज़हान
मिट्टी का ज़हान
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
आप सा होगा न दूजा
आप सा होगा न दूजा
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
इस बार भी जल जाऊंगा
इस बार भी जल जाऊंगा
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
उनकी हर अदा पर
उनकी हर अदा पर
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
हर गम छुपाकर
हर गम छुपाकर
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
क्या सच में हम स्वतंत्र हुए?
क्या सच में हम स्वतंत्र हुए?
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
परिंदे घर से निकले हैं
परिंदे घर से निकले हैं
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
दर्द ही दर्द
दर्द ही दर्द
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
जब से जान-ए-वफ़ा,
जब से जान-ए-वफ़ा,
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
मुस्कुराना टूटकर भी
मुस्कुराना टूटकर भी
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
नाव कागज़ की
नाव कागज़ की
डॉ. अनिल 'अज्ञात'
Page 1
Loading...