डॉ. अनिल 'अज्ञात' Tag: शेर 46 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ. अनिल 'अज्ञात' 5 Jun 2022 · 1 min read तुम चाहो तो सारा जहाँ मांग लो..... तुम चाहो तो सारा जहाँ मांग लो, मेरी हर जुस्तजू तुम यहाँ मांग लो। अपनी हर एक अदा तुझपे कुर्बान है, दिल से खेलो या तुम मेरी जाँ मांग लो। Hindi · शेर 2 2 288 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 3 Jun 2022 · 1 min read लेखनी सोंचा लेखनी को कहीं छुपाकर रख दूँ, पर दिल के ज़ख्मो ने उसे खोज लिया। Hindi · शेर 3 296 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 22 Aug 2021 · 1 min read लम्बी उमर हो ऐ हमदम मेरे! तेरी लम्बी उमर हो, गलियाँ सजी हो, महकती डगर हो। साया गमों का, नजर भी न आये, सदा प्रेम डूबा, ये जीवन सफर हो। Hindi · शेर 2 281 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 21 Aug 2021 · 1 min read मेरा चाँद ही काफी है मेरे नसीब में नही चरागा तो क्या गम है, मेरा चाँद ही काफी है रोशनी के लिए। Hindi · शेर 1 224 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 21 Aug 2021 · 1 min read तुम्हारे संग चलना है मुझे दुनिया बदलना है, तुम्हारे रंग ढलना है। बस इतनी सी ख्वाहिश है, तुम्हारे संग चलना है। Hindi · शेर 1 331 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 14 Aug 2021 · 1 min read तेरी तस्वीर बनाने में मिल बैठे हमसे वो इक दिन, यूँ ही बस अनजाने में, जब तनहा सा मैं बैठा था, किसी रोज मयखाने में। मैं बोला कुछ पल रुक जा, रेखा-चित्र बनाने दे,... Hindi · शेर 2 515 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 13 Aug 2021 · 1 min read छोटा सा दिल आपसे प्यार है, इस क़दर जान-ए-जाँ, मेरी हर सांस में तुम समाये हुए हो। सुख-दुःख भरा, मेरा छोटा सा दिल है, पर उसमें भी तुम घर बनाये हुए हो। Hindi · शेर 3 334 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 11 Aug 2021 · 1 min read तुम्हें अपना समझते थे अपनी किस्मत से यूँ ही, उस दिन रूठकर रोये, हुये तुमसे जुदा जिस दिन, तनहा फूटकर रोये। भले इल्जाम हो मुझपर, तुमसे बेवफ़ाई का, तुम्हें अपना समझते थे, इसलिए टूटकर... Hindi · शेर 1 311 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 11 Aug 2021 · 1 min read कोरोना हो गया... किसी की याद में जीवन भर का रोना हो गया, मेरा जीवन अब तो काँटों का बिछौना हो गया। ...मेरी क़िस्मत इतनी ख़राब निकली यारों... जिसको प्यार किया उसे अब... Hindi · शेर 1 269 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 11 Aug 2021 · 1 min read तुम्हारी याद जैसे हो कोई अनमोल हो ग़र तो, तुम्हारी याद जैसे हो, कम्पित लबों पे अनकही फरियाद जैसे हो। जो मौन को समझे, उत्तर भी मौन में दे, वो है कोई अपना, जो... Hindi · शेर 1 222 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 11 Aug 2021 · 1 min read लड़कियाँ लड़कियाँ हैं नूर जग का, इस धरा की शान हैं, इनके बिना परिवार सूना, दिल भी रेगिस्तान है। सृष्टि का आधार इनसे, हर किसी को है पता, पर इनकी आबरू... Hindi · शेर 1 384 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 11 Aug 2021 · 1 min read तुमने मुझको चाहा ऐसे तुम संग हुए थे जिसदिन हमदम, वो पल है मुझको याद प्रिये। तुमने मुझको चाहा ऐसे, ज्यों सबनम की बरसात प्रिये। Hindi · शेर 2 319 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 11 Aug 2021 · 1 min read अंधेरों से कह दो अंधेरों से कह दो, दिया रोशनी का, इस पावन हृदय में सदा ही जलेगा। सर पे मेरे हाथ जब तक है माँ का, खुशियों का मौशम, सदा ही चलेगा। Hindi · शेर 1 276 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 11 Aug 2021 · 1 min read बिस्तर की सिलवटों में इस झूँठी ज़िन्दगी को, कितना भी हम तराशें, बिस्तर की सिलवटों में, हैं दिल की सब ख़राशें। जीवन मरण है निश्चित, तू कर्म कुशल कर ले, दुनियाँ दिखाए कुछ भी,... Hindi · शेर 1 409 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 11 Aug 2021 · 1 min read चमचों की दुनियाँ चमचों की इस दुनियाँ में, सब आएंगे और जाएंगे, हम सब चुनकर चमचों को, राजतिलक करवायेंगे। चमचामयी माहौल रहेगा देश का हरदम ओ प्यारे, चमचे बीन बजाकर सबको व्हाट्सप पर... Hindi · शेर 1 482 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 11 Aug 2021 · 1 min read ये कैसा गणतन्त्र है? राजलोभ के जहर में डूबा, देश का सारा तन्त्र है, पुरुषोत्तम की धरती पर, विवश पड़ा सब मन्त्र है। देशभक्त के नाम पर, अन्धभक्त उत्पन्न हो रहे, भारत माँ अपनों... Hindi · शेर 3 290 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 11 Aug 2021 · 1 min read स्वदेश के ही नाम पर राजनीति के दलदल को, अज़ीब रहने दो, हम सब को एक दूजे का, अजीज़ रहने दो। पार्टियों के नाम पर, मतभेद से मिलेगा क्या? स्वदेश के ही नाम पर, करीब... Hindi · शेर 2 234 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read हालात-ए-कोरोना गंध मिले ना स्वाद मिले ना, टेम्प्रेचर भी हाई है। कमजोरी है बदन में पूरे, साँस में तेजी आई है।। मुझसे अपने दूर हैं इतने, मरने में भी शुकून नही।... Hindi · शेर 3 235 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read प्यार का दस्तूर कौन कहता है सनम, हम दिल से तेरे दूर हैं, क्या करें जान-ए-वफ़ा, हालात से मजबूर हैं। चाहतें अपनी रहें, जन्मों जनम तक ऐ सनम, ये दूरियां तो जिंदगी में,... Hindi · शेर 2 344 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read जीत लूँ दुनियां को मैं गर सजे महफ़िल मेरी, तो चाँद तारे आप हो,, जीत लूँ दुनियां को मैं, गर तुम्हारा साथ हो। गम है क्या, दरिया है क्या, और क्या तूफान है,, साथ हो... Hindi · शेर 2 228 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read शायराना अंदाज़ मेरी चाहत है, रिश्तों में मिठास हो, मेरी लेखनी से, खुशियों की बरसात हो। ये इरादा नही, कहीं शक की दीवार बने, और उसकी वजह, मेरा शायराना अंदाज़ हो। Hindi · शेर 1 386 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read आईना हूँ कभी खुद को यूं ही आज़माना भी है, आईना हूँ मुझे टूट जाना भी है। मेरी फितरत भले टूट जाने की है, पर दुनियां में सच को दिखाना भी है। Hindi · शेर 1 235 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read ज़िगर में प्यास बाकी है अभी तो संग चलने का बहुत एहसास बाकी है, सांसे रुक नही सकती जब तक साथ बाकी है। कदम जल्दी उठे फिर से यही फरियाद है मेरी, तेरे संग वक्त... Hindi · शेर 1 196 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read तुम्हारी याद काफी है तेरे संग बिताये लम्हों का, एहसास काफी है, तुम हो जहाँ में तो, हमारी सांस बाकी है । गए तुम छोड़कर यूं ही, शिकायत है नही हमको, जीने के लिए... Hindi · शेर 1 262 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read योग शरीर और आत्मा का, सुनहरा संयोग है, व्यवहार में जिसके भी है, वह सदा निरोग है। विज्ञान और आद्यात्म का, मेल है इसमें सदा, कुदरत की नेमतों का, नाम यहां... Hindi · शेर 1 233 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read दिल करता है दिल करता है तुमसे हरदम, अपने दिल की बात करूँ,, किया न हो जीवन में कोई, ऐसी मोहब्बत आज करूँ,, जान मेरी तुम दूर बहुत, पर एहसासों में रहती हो,,... Hindi · शेर 1 390 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read मिट्टी का ज़हान अतीत मिट्टी वर्तमान मिट्टी, मिट्टी का ही ज़हान है, मिट्टी ही तो बचपनों की, ख़ूबसूरत शान है। देती जी हमको शरण, अंतकाल के बाद भी, उस पवित्र मिट्टी को, दिल... Hindi · शेर 1 259 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read आप सा होगा न दूजा चेहरा है चाँद सा, नशा है मुस्कान में। जुल्फ इतनी है घनी, बादल हो आसमान में। लेखनी तो रूक गयी, क्या लिखू तारीफ में। आप सा होगा न दूजा, सारे... Hindi · शेर 1 182 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read इस बार भी जल जाऊंगा तन्हा मुसाफिर हूँ, सर्द रातों में पिघल जाऊंगा। मिल सके जो रोशनी, सर-ए-आम मेरे हमदम को। हर बार जला हूँ, इस बार भी जल जाऊंगा। Hindi · शेर 1 220 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read उनकी हर अदा पर उनकी हर अदा पर इक गजल लिख दूँ, सांसों को खुशबू और धड़कन को कवल लिख दूँ। नाम कर दूँ दिल की जागीर को उनके खातिर, और सारी दुनिया को... Hindi · शेर 1 466 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read हर गम छुपाकर खुद रो कर अपनों को हँसाना जिंदगी है, हर गम छुपाकर मुस्कराना ज़िन्दगी है। प्रस्फुटित हो गए गम, तो हौसला कैसा ? सब जानकर मौन रह जाना ज़िन्दगी है। Hindi · शेर 2 378 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read परिंदे घर से निकले हैं अमन की बात पे नाखुश, हुआ करते हैं अक्सर जो, आज सरहद पे कुछ ऐसे, दरिंदे घर से निकले है। कभी ना आँच आएगी, माँ आँचल में अब तेरे, करने... Hindi · शेर 1 289 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read दर्द ही दर्द जिंदगी में कितने इम्तेहान होते हैं, दर्द ही दर्द दिल के मेहमान होते है। रुकती है जिंदगी गम में उलझकर कभी, उस वक्त सभी खुशियों से अंजान होते हैं। मिले... Hindi · शेर 1 344 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read जब से जान-ए-वफ़ा, जब से जान-ए-वफ़ा, दूर तुम हो गयी,, तब से मंजिल, अंधेरो में गुम हो गयी । मैं फिरूँ खोजता, हर गली हर डगर,, ऐ मेरी ज़िंदगी तू कहाँ खो गयी। Hindi · शेर 1 428 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read मुस्कुराना टूटकर भी मुस्कुराना टूटकर भी, कुदरत का वरदान है, अभी इस तज़ुर्बे से, इंसा बहुत अंजान है। ये हुनर जिसमें भी है, वो जियेगा शौक से, जो इसे समझा नही, वो बहुत... Hindi · शेर 1 438 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read नाव कागज़ की एक भूली याद को फिर गुनगुनाना चाहता हूँ, जा कर बचपनों में खिलखिलाना चाहता हूँ। दौड़कर बारिशों में दोस्तों संग ऐ खुदा, नाव कागज़ की मैं फिर से चलाना चाहता... Hindi · शेर 1 476 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read क्या राज़ सजोया है दिल में तेरे संग गुज़रे लम्हों का, एहसास सजोया है दिल में, कुछ तीखा कुछ मीठा सा, जज़्बात सजोया है दिल में। हर कोई स्तब्ध यहाँ, अंदाज़ प्यार का देख सनम, ये... Hindi · शेर 1 263 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read जाने क्या है रिस्ता अपना, देखूँ नही मैं तुमको तो, आता नही है चैन, तेरी ही यादों में मेरे, कट जाते दिन रैन। जाने क्या है रिस्ता अपना, मुझको समझ नही आता, तेरे ही दर्शन... Hindi · शेर 1 175 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read कलम ये मेरी कलम ये मेरी जाने क्या लिख रही है, बातें वतन की सदा लिख रही है। लिखने चला था मोहब्बत की बातें, पर दर्द-ए-वतन की व्यथा लिख रही है। Hindi · शेर 1 351 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read जाने क्यूँ भटके मानव मंदिर मस्ज़िद में कैद नही, रहता भी नही गुरुद्वारे में, वह रहता है मन-मंदिर में, प्रकृति प्रेम उजियारे में । जिसमें श्रद्धा मानवता की, देवपुंज है देह वही, पर जाने... Hindi · शेर 1 420 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read मानव को मानव समझे सम्प्रत्यय लोक-कुशलता का, जो हरदम स्वीकार करे, मानव को मानव समझे, हर प्राणी का उद्धार करे। विज्ञान, मानवता, आध्यात्म, सदा समन्वित हो जिसमें, सद्धर्म वही इस धरती पर, जो इसको... Hindi · शेर 1 501 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read सद्धर्म राम-कृष्ण और ख़ुदा गॉड, हर देव जहाँ पूजे जाते, ये अश्रुपूर्ण दुःखदाई है, माशूम वहाँ नोचे जाते। धर्मपतित हवसी कामी, सद्धर्म मूल को क्या जाने, इस लोकतंत्र में कुछ ऐसे,... Hindi · शेर 301 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read बेखौफ़ जिंदगी है,, न अफवाहों की चिंता, न आलोचना का डर है, बेखौफ़ जिंदगी है,, ऐसा मेरा सफर है। उदीयमान भानु को, दुनिया जानती है, हम जैसे सितारों की, किसको यहाँ खबर है। Hindi · शेर 1 311 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read मन में ग़र विश्वास रहे सूनेपन की ऊर्जा का, ग़र प्रयोग तू सीख गया, तो नही जरूरत है तेरे, कंधे पे कोई भी हाथ रहे। खुद से खुद को खुद ही तुम, गीता ज्ञान सुना... Hindi · शेर 1 204 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read दुनियां एक हकीकत है,, दुनिया एक हक़ीक़त है, इसका भी एहसास करो, दर्पण को घिसना बंद करो, अंतर्मन को साफ करो। जिसको मिथ्या कहते हो, वह भी ईश्वर का प्रकटन है, कण-कण में ग़र... Hindi · शेर 322 Share डॉ. अनिल 'अज्ञात' 10 Aug 2021 · 1 min read जमीं से रिश्ता बनाये रखिये बंजर जमीं में भी दरख़्तों को लगाए रखिये, पतझड़ में भी गुलशन को सजाये रखिये। हर उड़ान में होती है थकावट कभी-कभी, आकाश में उड़िये, पर ज़मीं से रिश्ता बनाये... Hindi · शेर 220 Share