Manu Vashistha 88 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Manu Vashistha 23 Mar 2024 · 1 min read कविता _ रंग बरसेंगे ✍️ रंग बरसे __ आज लगे हर लड़की राधा,कान्हा निकले टोली में। थोड़ी मस्ती थोड़ी शरारत,होगी ठिठोली होली में। चौक चौराहे गली मोहल्ले, खूब सजेंगे होली में। होलिका का होगा... Poem 1 28 Share Manu Vashistha 13 Aug 2023 · 1 min read ब्याही जाती हैं लड़कियां ब्याही जाती हैं लड़कियां __ कहने को तो ब्याही जाती हैं लड़कियां, लेकिन कुछ लड़कियों को मिलते हैं, प्रेमी! कुछ लड़कियों को मिलते हैं, पति! और कुछ लड़कियों को मिलते... 143 Share Manu Vashistha 1 Jul 2023 · 1 min read यूं ही नहीं कहलाते, चिकित्सक/भगवान! ✍️सभी चिकित्सकों को समर्पित __ यूं ही नहीं कहलाते, चिकित्सक/ भगवान! अपनी रातों की नींद छोड़ दूसरों के ख्वाब सजाते हैं भूख प्यास सब छोड़ सेहत दरकिनार कर जाते हैं... 150 Share Manu Vashistha 30 Jun 2023 · 1 min read शरीर में सात चक्र, उनसे संबंधित रोग और “योग" शरीर में सात चक्र, उनसे संबंधित रोग और “योग" __ नित्य योग करें खुद से जुड़ें, योग है सुंदर अभ्यास एकाकार हो परमशक्ति से, देता अद्भुत अहसास रंगमहल के दस... 83 Share Manu Vashistha 18 Jun 2023 · 1 min read पिता हाइकु, पिता__ जनक सुता पाए राम से वर खुश हैं पिता! _ सुनहुं तात! जग पसारे हाथ पुरी का भात _ नभ में रवि हम बच्चों के लिए पिता की... 260 Share Manu Vashistha 15 Jun 2023 · 1 min read याद आए दिन बचपन के रहते थे हम बन ठन के याद आए दिन बचपन के। करते थे मनमानी याद आ गए नाना नानी झूठमूठ सबको सताते, नाच दिखाते ठुमक ठुमक के याद आए दिन... Poetry Writing Challenge 233 Share Manu Vashistha 13 Jun 2023 · 1 min read नन्ही मिष्ठी ✍️नन्ही मिष्ठी मिष्ठी को चाहिए👸 मम्मा की नरम गोद डैडा के कन्धे के राजसी ठाठ दादू संग सैर सुहानी और दादी से रोज नई कहानी मिष्ठी को चाहिए👸 तारों भरा... Poetry Writing Challenge 2 225 Share Manu Vashistha 13 Jun 2023 · 1 min read मिष्ठी का प्यारा आम ✍️ मिष्ठी का प्यारा आम__ दशहरी,लंगड़ा,हाफुस,चौसा स्वाद बहुत ही भाता। नहीं कोई रानी,फिर भी फलों का राजा कहाता।। पहले पानी में डाल दो, गर्मी इसकी निकल जाए। टोकरी हो पूरी... Poetry Writing Challenge 3 270 Share Manu Vashistha 11 Jun 2023 · 1 min read पर्यावरण प्रकृति में समाया परिवार __________________ दादा नाना, बड़े बुजुर्ग! हैं वो घर के कल्प वृक्ष, जो चाहो सो वर पाओ मजबूती देते, जैसे वट वृक्ष नीम! पिता की अनुभूति जैसे... Poetry Writing Challenge 2 414 Share Manu Vashistha 11 Jun 2023 · 3 min read हिंदी का आनंद लीजिए __ ✍️हिंदी का थोडा़ आनंद लीजिए ... कहते हैं हिंदी के मुहावरे, बड़े ही बावरे हैं एक वाक्य में समेटे, ज्ञान का बड़ा संसार हैं... बात पर बात, और खाने पीने... Poetry Writing Challenge 3 396 Share Manu Vashistha 10 Jun 2023 · 2 min read बच्चों को बच्चा रहने दो बच्चों को बच्चा रहने दो... उन्हें खुल कर हंसने दो,खिलने दो फूल की तरह जानने को उत्सुक कंकड़,पत्थर,पत्ते,लकड़ी,रेत समझे सृष्टि की अबूझ पहेलियां,प्रकृति से जुड़ने दो, बच्चों को बच्चा रहने... Poetry Writing Challenge 1 206 Share Manu Vashistha 9 Jun 2023 · 1 min read गर्मी की छुट्टियां गर्मी की छुट्टियां __ गर्मी की छुट्टी और गांव ननिहाल में जाना बच्चों को मिल जाता जैसे कोई खजाना कुछ दिन होगी खूब, मटरगश्ती मनमानी आईसक्रीम, चुस्की, कुल्फी रोज है... Poetry Writing Challenge 2 355 Share Manu Vashistha 7 Jun 2023 · 1 min read गांव में छुट्टियां ✍️ गांव में छुट्टियां अब के बरस दादू के संग छुट्टी सभी बिताना ... भरी दुपहरी चढ़ें नीम पर गांव की सैर कराना... पक्षियों को जब डालें दाना चिड़िया चींचीं... Poetry Writing Challenge 2 302 Share Manu Vashistha 7 Jun 2023 · 1 min read सब्जियां सर्दियों में ✍️ 🍒🍓 सब्जियां सर्दियों में🍒🍓 खूब खाइए सब्जियां, स्वस्थ रहे शरीर, रोग ना व्यापै, देख सब्जियों की शक्ति को, सर्दी भी थर थर कांपै। 🍆🥕🌶️ 🍆🥕🌶️ 🍆🥕 खूब बनाएं सूप,... Poetry Writing Challenge 3 227 Share Manu Vashistha 6 Jun 2023 · 1 min read गर्मी आई ✍️ मिष्ठी, एवं सभी बच्चों के लिए__ गर्मी आई,आंधी आई, उड़ रही है धूल। आ पहुंचे हैं फल रसीले, जो रखेंगे तुमको कूल।। 🍉🍇🍊🍋🍌🍍🍓🍒🍎🥝 लगता सेठ जी जैसा, हरा भरा... Poetry Writing Challenge 2 243 Share Manu Vashistha 6 Jun 2023 · 1 min read चींटी रानी चींटी रानी ___ चींटी रानी बड़ी सयानी मीठी चीजों की दीवानी है तो छोटी गुण बहुत है काम की धुन में रहे मगन है एक बार जो ठान लिया है... Poetry Writing Challenge 2 591 Share Manu Vashistha 6 Jun 2023 · 1 min read मिष्ठी के लिए सलाद ✍️🥗🥗🥗🥗🥗🥗 मिष्ठी (बच्चों) के लिए, सलाद🥗 ___ पत्तागोभी के पत्तों पर🍃 बैठा गोलू लाल टमाटर🍅 मूली, गाजर हैं सहेली🥕 धनिया से मिर्ची यूं बोली🌶️🍀 खीरा, ककड़ी भी इठलाती🥒🥒 गर्मी को... Poetry Writing Challenge 2 334 Share Manu Vashistha 6 Jun 2023 · 1 min read मिष्ठी रानी गई बाजार कविता _ मिष्ठी रानी गई बाजार वहां से मम्मा लाई सब्जी चार मिष्ठी चाहे पिज्जा और बर्गर उसको भाए पूरी अचार सब्जियों का दोस्त है आलू, नहीं बने संग जिमीकन्द,... Poetry Writing Challenge 1 436 Share Manu Vashistha 2 Jun 2023 · 1 min read बिल्ली बिल्ली ___ बिल्ली बोली म्याऊं म्याऊं मैं तो दिल्ली देखने जाऊं लालकिले का तिरंगा देखूं पहन के जींस मैं इतराऊं नरम नरम बाल हैं मेरे काले काले और सुनहरे गले... Poetry Writing Challenge 1 363 Share Manu Vashistha 2 Jun 2023 · 1 min read तितली तितली ___ रोज सवेरे बागीचे में फूलों पर मंडराए तितली इंद्रधनुषी पंखों वाली सबके मन को भाए तितली लगती कोई राजकुमारी या परीलोक से आई तितली फूल फूल से रंग... Poetry Writing Challenge 3 2 125 Share Manu Vashistha 30 May 2023 · 1 min read मोर मोर ___ रोज सवेरे छत पर मेरे, दाना चुगने आता मोर। पेंकू पेंकू गाना गाता, सुंदर पंख फैलाता मोर। घुमड़ घुमड़ जब आए बादल, जोर जोर चिल्लाता मोर। ठुमक ठुमक... Poetry Writing Challenge 2 243 Share Manu Vashistha 27 May 2023 · 1 min read बेटियां!दोपहर की झपकी सी __ बेटियां होती हैं दोपहर की झपकी सी जब भी आती है, उतार देती हैं थकान झपकी देती है नई ऊर्जा, दोपहर बाद सांझ में कार्य करने के लिए तो... Poetry Writing Challenge 1 102 Share Manu Vashistha 27 May 2023 · 1 min read पुकार पुकार __________________ मैं तो हूं प्यार का नन्हा फूल हो गई थी क्या मुझसे भूल।। करने चले अलग टहनी से। चुभ रहे बन कर तीखे शूल।। अनचाहा कैसे हो सकती।... Poetry Writing Challenge 1 293 Share Manu Vashistha 23 May 2023 · 2 min read मां बताती हैं ...मेरे पिता! मां बताती हैं... वीडियो कॉल पर बात भी करवाती हैं कमजोर हो गए हैं पिताजी कुछ नहीं कहते, बस ताकते रहते जीवन की सांध्य बेला में शरीर से ही नहीं,... Poetry Writing Challenge 1 246 Share Manu Vashistha 16 May 2023 · 1 min read यादें बहुत याद आती है गर्म चाय में उठती भाप, गुड़,अदरक, लौंग की महक, खयाल मात्र से, एक नशा सा छा जाता, तुम्हारे रूई से मुलायम, सफेद बादल से बाल, पहाड़ों... Poetry Writing Challenge 1 146 Share Manu Vashistha 16 May 2023 · 1 min read मोर बाल कविता__ दादी बोली मिष्ठी से उठ जाओ अब जल्दी से सूरज दादा को करो नमस्कार छत पर पक्षी कर रहे इंतजार थोड़ा सा डालो तुम दाना पानी भी रखकर... Poetry Writing Challenge 1 193 Share Manu Vashistha 16 May 2023 · 1 min read यक्ष प्रश्न साहित ✍️_यक्ष प्रश्न?कब आओगे? हमेशा की तरह इंतजार करती निगाहें और मां का यक्ष प्रश्न कब आ रहे हो ... मेरा भी हमेशा की तरह एक ही जवाब,दिलासा आ रहा... Poetry Writing Challenge 1 206 Share Manu Vashistha 16 May 2023 · 1 min read फ्लैट संस्कृति ✍️__फ्लैट संस्कृति! अब घरों में #देहरी नहीं होती जिसे देख समझाया था, कभी देहरी पार करने का मतलब, अब घुटनों चलते बच्चे भी, पार कर, हो जाते हैं घर से... Poetry Writing Challenge 1 58 Share Manu Vashistha 16 May 2023 · 1 min read बेटियां ✍️_बेटियां ओस की बूंदें और बेटियां एक तरह से एक जैसी होती हैं जरा सी धूप, दुख से ही मुरझा जाती हैं लेकिन दे जाती हैं जीवन, बाग बगीचा हो... Poetry Writing Challenge · कविता 2 362 Share Manu Vashistha 16 May 2023 · 1 min read बीज और बच्चे ✍️बीज और बच्चे __ बीज और बच्चे होते हैं एक जैसे जिनमें छुपी हैं अनंत संभावनाएं सब जानते हैं फिर भी मातापिता कहां मानते हैं बेटियों को रोपते हैं धान... Poetry Writing Challenge · कविता 1 353 Share Manu Vashistha 15 May 2023 · 1 min read एक अच्छी हीलर, उपचारक होती हैं स्त्रियां एक अच्छी हीलर, उपचारक होती हैं स्त्रियां ✍️प्रकृति और स्त्रियां! 🌹 रोप दी जाती हैं धान सी उखाड़ दी जाती हैं, खरपतवार सी पीपल सी कहीं भी उग आती हैं... Poetry Writing Challenge 1 197 Share Manu Vashistha 15 May 2023 · 1 min read बड़े होते बच्चे कविता__ बड़े होते बच्चे घर से दूर शहर या विदेश, पढ़ने या नौकरी पर जाते बच्चे देख उन्हें खुश होती मां! पूरा परिवार, मनाए खुशियां,बांटे मिठाई अंदर अंदर कुछ खोती... Poetry Writing Challenge · कविता 1 246 Share Manu Vashistha 14 May 2023 · 1 min read बेटियां! दोपहर की झपकी सी नवजीवन ___💕 बेटियां!दोपहर की झपकी सी__ बेटियां होती हैं दोपहर की झपकी सी जब भी आती है, उतार देती हैं थकान झपकी देती है नई ऊर्जा, दोपहर बाद सांझ में... Poetry Writing Challenge · कविता 1 181 Share Manu Vashistha 14 May 2023 · 2 min read मां ✍️ मां! मां की कोई उम्र नहीं होती मां बस मां होती है! चिर युवा भी, चिर वृद्धा भी!! छोटी उम्र में बच्चों की देखभाल में खुद को भुला देती... Poetry Writing Challenge · कविता 1 328 Share Manu Vashistha 22 Mar 2023 · 1 min read नव संवत्सर विक्रम संवत २०८० की पावन बेला, नववर्ष के आगमन की बधाई हो बधाई।। नूतन का अभिनंदन करें सब, आशा नई संचारित कर,पुरातन को विदाई।। चैत्र मास का स्वागत करती, पेड़ों... Hindi 211 Share Manu Vashistha 8 Mar 2023 · 1 min read होली ✍️ होली __ आज लगे हर लड़की राधा,कान्हा निकले टोली में। थोड़ी मस्ती थोड़ी शरारत,होगी ठिठोली होली में। चौक चौराहे गली मोहल्ले, खूब सजेंगे होली में। होलिका का होगा दहन,... Hindi · कविता 331 Share Manu Vashistha 8 Mar 2023 · 1 min read क्या है नारी? क्या है नारी?___ प्रकृति के हर रूप में, जादू है,अनमोल तोहफा है नारी। हर घर का आंगन है, आंगन में उगी तुलसी है नारी। शिव की शक्ति,पुरुष की भक्ति सृष्टि... Hindi · कविता 490 Share Manu Vashistha 5 Mar 2023 · 2 min read वो परीक्षाओं के दिन भूली बिसरी यादें _ वो परीक्षाओं के दिन __ आजकल होली के साथ ही परीक्षाओं का मौसम चल रहा है, और बच्चे भागदौड़ में लगे हुए हैं, साथ ही उनके... Hindi · लेख 141 Share Manu Vashistha 26 Jan 2023 · 1 min read बसंत पंचमी का आगाज और जीवन में उल्लास ✍️बसंतपंचमी का आगाज और जीवन में उल्लास! ऋतु बसंत है प्रकृति में, सब ऋतुओं का राजा। हुलसित है तन मन, हर्षित सकल समाजा।। लो! शिशिर को हरा, मैं बसंत फिर... Hindi · कविता 1 108 Share Manu Vashistha 12 Dec 2022 · 2 min read Daily writing challenge ✍️ (अमूल्य) परवरिश ___ बच्चों को पालना, उन्हें अच्छे व्यवहार की शिक्षा देनाभी पुनीत कार्य है, क्योंकि यह उनका जीवन सुखी बनाता है। _____ संत रामसुख दास जी 🌹 इस... Hindi · लेख 141 Share Manu Vashistha 13 Nov 2022 · 1 min read #Daily writing challenge , सम्मान ___ #Daily writing challenge , सम्मान ___ तिरंगा देश की शान है हर भारतीय का स्वाभिमान है इस संसार में सबसे प्यारा मेरा हिन्दुस्तान देश महान है आरती,अजान,अरदास, प्रेयर सभी धर्मों... Hindi 1 160 Share Manu Vashistha 8 Jul 2022 · 1 min read स्त्रियां ✍️प्रकृति में समाया परिवार स्त्रियां! 💃 रोप दी जाती हैं धान सी उखाड़ दी जाती हैं, खरपतवार सी पीपल सी कहीं भी उग आती हैं। स्त्रियां!💃 जीवन दायी अमृता सी,... Hindi · कविता 287 Share Manu Vashistha 30 Jun 2022 · 2 min read सच पर तरस ✍️सच पर तरस! भरे बाज़ार में, सच की दुकानों पर है सन्नाटा। तिजारत झूठ की चमकी है,मक्कारी की बातें हैं। _____ हिना रिज़वी कथा सुनें भागवत की, प्रभु को बहकाने... Hindi · कविता 196 Share Manu Vashistha 17 Jun 2022 · 2 min read पत्र का पत्रनामा ✍️ पत्र का पत्रनामा___ यत्र कुशलम् तत्रास्तु, से शुरू थोड़े लिखे को बहुत समझना से खत्म। जिनको पढ़, पाठक उन्हीं भावनाओं में बह जाए, कुछ प्रेषित पत्र पाठ्यक्रम का हिस्सा... Hindi · कविता 1 2 696 Share Manu Vashistha 8 Jun 2022 · 2 min read मेरे पिता से बेहतर कोई नहीं मां बताती हैं... वीडियो कॉल पर बात भी करवाती हैं कमजोर हो गए हैं पिताजी कुछ नहीं कहते, बस ताकते रहते जीवन की सांध्य बेला में शरीर से ही नहीं,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 4 529 Share Manu Vashistha 5 Jun 2022 · 1 min read पर्यावरण संरक्षण केवल धन ही नहीं, कमाई की परिभाषा। प्रकृति है अनमोल,बचाएं यही अभिलाषा।। मनुज ही एकमात्र, जिसमें है लालच अपार मिट्टी हरती रोगों को, उसे भी किया बीमार।। मिट्टी में लिया... Hindi · कविता 2 2 479 Share Manu Vashistha 2 Jun 2022 · 2 min read बरगद का पेड़ ✍️ #बरगद का पेड़ (बरगद होने का सुख) अब नहीं लुभाता, बचपन से लुभाता रहा है मुझे बरगद का पेड़। क्योंकि सभी तुलना करते थे बड़े भैया की, बरगद से!... Hindi · मुक्तक 1 1 994 Share Manu Vashistha 28 May 2022 · 1 min read मुकरियां __नींद नींद से बोझल आँखें और बंद होती पलकों के बीच ... वो तेरे जरा सी आने की उम्मीद ... कर देती है बेचैन क्या वो है, प्रेमी साजन ..? नहीं... Hindi · संस्मरण 2 2 370 Share Manu Vashistha 27 May 2022 · 1 min read मुकरियां_ गिलहरी रोज सवेरे छत पर दिखती वो भी मेरा इंतजार है करती बस मुझको ही दिखती इधर फुदकती उधर फुदकती कंधे पर सर वो धरती कौन है वो महबूबा परी? नहीं... Hindi · हास्य/हास्य-व्यंग्य 1 531 Share Manu Vashistha 27 May 2022 · 3 min read अम्मा/मम्मा ऋषि और श्रीसंत दोनों की जोड़ी स्कूल में मशहूर थी। जब भी एक को बुलाना होता या ढूंढना होता तो सब जानते थे, कि एक साथ ही होंगे। और कहते... Hindi · लघु कथा 391 Share Page 1 Next