94
posts
रंग है खुबसूरत जज्बातों का, रौशन हर दिल-घर-द्वार है;
manjula chauhan
वक्त रुकता नहीं कभी भी ठहरकर,
manjula chauhan
रास्तों को भी गुमनाम राहों का पता नहीं था, फिर भी...
manjula chauhan
व्यर्थ है कल्पना
manjula chauhan
शोर शराबे
manjula chauhan
एक लम्बा वक्त गुजर गया जाने-अनजाने में,
manjula chauhan
अगर आपके पास निकृष्ट को अच्छा करने कि सामर्थ्य-सोच नही है,
manjula chauhan
ख्वाबों को आसमां कि रहमत रहें,
manjula chauhan
गर्दिशों में जब तारे तुमसे सवाल करें?
manjula chauhan
जब ज्ञान स्वयं संपूर्णता से परिपूर्ण हो गया तो बुद्ध बन गये।
manjula chauhan
धरती
manjula chauhan
नहीं पाए
manjula chauhan
जब दिल से दिल ही मिला नहीं,
manjula chauhan
खुद पर यकीन,
manjula chauhan
जिंदगी की हर कसौटी पर इम्तिहान हमने बखूबी दिया,
manjula chauhan
लेखन-शब्द कहां पहुंचे तो कहां ठहरें,
manjula chauhan
सुना है फिर से मोहब्बत कर रहा है वो,
manjula chauhan
ख्वाहिशें के पूरा होने की जद में उम्र-एं-रवां है,
manjula chauhan
टूटते तारे से यही गुजारिश थी,
manjula chauhan
रूप श्रंगार
manjula chauhan
ग़ज़ल पढ़ते हो
manjula chauhan
दिन गुनगुनाए जब, तो रात झिलमिलाए।
manjula chauhan
उसकी जिम्मेदारियां कभी खत्म नहीं होती,
manjula chauhan
प्रण होते है
manjula chauhan
आईने की सदाकत से पता चला,
manjula chauhan
गिरें क्या जरा सा!
manjula chauhan
कहते है ये
manjula chauhan
खामोशियों
manjula chauhan
शाम के ढलते
manjula chauhan
तपकर
manjula chauhan
नदियां
manjula chauhan
भोले
manjula chauhan
दोहे
manjula chauhan
शायरी
manjula chauhan
दोहे
manjula chauhan
बसंत
manjula chauhan
पत्थर
manjula chauhan
सबक
manjula chauhan
फूलों ने कली
manjula chauhan
गुलें-ए-चमन
manjula chauhan
कैसी
manjula chauhan
जमाने में
manjula chauhan
मिलती नहीं खुशी अब ज़माने पहले जैसे कहीं भी,
manjula chauhan
दिली नज़्म कि कभी ताकत थी बहारें,
manjula chauhan
जय श्रीराम हो-जय श्रीराम हो।
manjula chauhan
कोई यहां अब कुछ नहीं किसी को बताता है,
manjula chauhan
कहते हैं तुम्हें ही जीने का सलीका नहीं है,
manjula chauhan
तारों से अभी ज्यादा बातें नहीं होती,
manjula chauhan
प्यार करें भी तो किससे, हर जज़्बात में खलइश है।
manjula chauhan
मुसीबतों को भी खुद पर नाज था,
manjula chauhan