मनोज कुमार "मंजू" Tag: मुक्तक 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid मनोज कुमार "मंजू" 27 Sep 2018 · 1 min read इंसानियत किस कदर इंसानियत बहसी दरिंदा बन गई। आदमी की आज देखो आदमी से ठन गई।। मौत का ये खेल अब तो एक तमाशा हो गया। आज रिश्तों की ये चादर... Hindi · मुक्तक 1 429 Share मनोज कुमार "मंजू" 25 Sep 2018 · 1 min read आ भी जाओ तुम सफ़र तन्हा नहीं कटता कहां हो आ भी जाओ तुम। पकड़ लो हाथ ये मेरा न इतना अब लजाओ तुम।। चलेंगे हम नई राहों पे मंजिल भी नई होगी। सफ़र... Hindi · मुक्तक 403 Share मनोज कुमार "मंजू" 24 Sep 2018 · 1 min read शहीदों को नमन यौवन के सुख छोड़ तिरंगे में जो लिपटे आते हैं। ऐसे वीर जवानों को हम नित-नित शीश झुकाते हैं।। लेकिन सीमा पर कब तक ये क्रम दोहराया जायेगा। सिंहासन पर... Hindi · मुक्तक 306 Share मनोज कुमार "मंजू" 23 Sep 2018 · 1 min read उलझन कैसी उलझन में फंसी है ज़िन्दगी कैसे कहूं। वक्त के ताने अरे देखो भला कब तक सहूं।। कब तलक देखूं बता खामोश तेरा रास्ता। उम्र ढलती जा रही है अब... Hindi · मुक्तक 448 Share मनोज कुमार "मंजू" 17 Sep 2018 · 1 min read मेरे मुक्तक, अटल के नाम आज तुम सा नहीं इस धरा पर अटल बन गये तुम दिलों में समाकर अटल रो पड़ा आज संसार में हर कोई जब जुदा हो चला आज हमसे अटल देकर... Hindi · मुक्तक 247 Share