Manish Gupta Subhash Chandra 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Manish Gupta Subhash Chandra 27 Feb 2021 · 1 min read सजा तो दो मैं टूट के बिखर जाऊँगा सज़ा तो दो दिल से उतर जाऊँगा कोई वज़ह तो दो क्यूँ हर बार मना लेते हो मुझे रूठने दो मैं दीवार उठाऊंगा थोड़ी जगह... Hindi · शेर 1 359 Share Manish Gupta Subhash Chandra 22 Feb 2021 · 1 min read अच्छा हुआ? किसे सुनाऊँ दिल का किस्सा क्या हुआ? जो भी हुआ जैसा हुआ अच्छा हुआ। जख्म बन रहीं थीं थोड़ी सी सीने में फिर मजा नहीं था पहले जैसा जीने में,... Hindi · कविता 1 391 Share Manish Gupta Subhash Chandra 29 Jan 2021 · 1 min read तड़पने दो हमने छत को टपकने से रोका नहीं है तुम्हें है बरसना तो आकर बरस लो। उनकी यादों में दिन रात तड़पै हुए हैं। तुम्हें है तड़पना तो आकर तड़प लो।... Hindi · कविता 1 1 204 Share Manish Gupta Subhash Chandra 17 Dec 2020 · 1 min read चेहरा क्यूँ पढ़ते हो? मेरा चेहरा क्यूँ पढ़ते हो कुछ लिखा है? या ऐसा नमूना तुम्हें पहली बार दिखा है? अब इस नमूने का भाव तुम चवन्नी लगाओगे, पर यक़ीनन सौदा करके मुझे फायदे... Hindi · कविता 1 394 Share