Mahender Singh Tag: शेर 80 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mahender Singh 8 Jun 2022 · 1 min read नज़्म मेरे चलने से वो चलती है, ठहर जाती है रुकने पर, सांसें नहीं वो आये जाये. परछाई है अपनी माँ की, भविष्य निधि एक दूजे नू . तेरी हर बात... Hindi · शेर 1 1 334 Share Mahender Singh 25 Feb 2022 · 1 min read सूक्ष्म ध्वनि कह दो सुन ले जो ध्वनि सूक्ष्म है. तुम्हारे अपने आयाम है. परिचित उनसे तुम ही नहीं. थोपना है तुम्हारे हाथ में. उसको बस यही पसंद नहीं. Hindi · शेर 2 1 300 Share Mahender Singh 25 Feb 2022 · 1 min read ज्ञान का उदय लेकर रोशनी सूरज से, इतराती है चांदनी, गरूर में डूब जाता है. #चांद एक पखवाड़े के लिए. . किसी का चांद डूब गये. सूर्योदय हुआ किसी का. आंख खिले दृश्य... Hindi · शेर 2 1 497 Share Mahender Singh 19 Feb 2022 · 1 min read सुरत ए हाल सुरत ए हाल क्या ब्यां करें, लोग जब इतना ख्याल रखें. नाम लो और सब बखान करें, भविष्य भी बता देते है और ये ये कह दें उनके यहां चक्रवाती... Hindi · शेर 3 2 458 Share Mahender Singh 9 Jan 2022 · 1 min read ओनली प्रेशर नो प्रैश मीटिंग नजरअंदाज करने वाले माणस, न *अधिकार रैली मा दिखया, ना *धिक्कार रैली मा. खौफ इस कदर ठीक नहीं. एकाध *प्रैश कॉंफ्रेंस कर लेते. . सुना है, आंखें बिछाये बैठे हैं,... Hindi · शेर 2 1 395 Share Mahender Singh 27 Dec 2021 · 1 min read माफिया मुझे तो बस, तेरा मुखौटा हटा देना था, न जमीं है तेरी ✍️ जमीर कहाँ से आयेगा. जा तुझे मुआफ़ किया. इंसानियत अभी मेरी ! मरी नहीं ! जिंदादिली देख... Hindi · शेर 2 2 447 Share Mahender Singh 27 Dec 2021 · 1 min read शेर अज़नबी कपडों से पहचान करने वाले, इंसानी पहचान में गच्चा खा गये. . इतने आसां नहीं रहे सफर, कभी ! नफरती मिजाज घुले नहीं. अभी !! . कुछ हलचल जरूरी है,... Hindi · शेर 1 1 372 Share Mahender Singh 14 Dec 2021 · 1 min read अलख अलखा किसी को देखा है. तुमने, जिसका वो खाते. आये हैं. कतई भयभीत नहीं. तुम्हारे अंदर का डर. खत्म न हो जाये. . उसी को अलखा अलख कहते हैं. Mahender Singh... Hindi · शेर 1 1 502 Share Mahender Singh 11 Dec 2021 · 1 min read ढेला या देवताओं लोग भक्ति भक्ति करते हैं. फिर भी, शक्ति-प्रदर्शन *लोगों से करते हैं. लोगों को मनोबल एक *ढेले से मिलता है, घर के बुजुर्ग को ही *ढेला समझ लो. कुछ तो... Hindi · शेर 2 2 403 Share Mahender Singh 8 Dec 2021 · 1 min read हादशे जब बने हकीकत. एक तैराक,, इसलिए डूब गया, गहराई से वंचित और प्यासा था. जल में था, तैनात,, हर उलझन से वाफिक. मगर डूब गया, इत्मिनान से , ये सवाल छोडकर, हर कलाकार... Hindi · शेर 1 1 567 Share Mahender Singh 6 Dec 2021 · 1 min read रुग्ण विचार किसी आदमी के व्यर्थ का बोलना, मूर्खता ही तो है,उसकी बातें तोलना . वो धरातल की बातें कभी करते नहीं, आकाश है,उस पर भी सबका बसर. कहाँ ? . प्रेम... Hindi · शेर 1 1 466 Share Mahender Singh 22 Nov 2021 · 1 min read आत्मघात नफरत हो जिनके मन में अभ्यास घर में, कामयाब होने पर. दुनिया की खैर नहीं. खुद को नहीं बख्शते लोग, बडे आत्मघाती हो गये.. Hindi · शेर 3 2 469 Share Mahender Singh 21 Nov 2021 · 1 min read सलाह और मदद किसी से मदद की उम्मीद मत करना, सलाह मुफ्त मिल जायेगी . एक से मांगो, लाखों मिल जायेगी. मदद फिर भी नहीं मिलेगी. उलझन बढ़ जायेगी. Hindi · शेर 2 2 297 Share Mahender Singh 21 Nov 2021 · 1 min read ख्वाब में चर्चा बहुत चर्चा रहती है तेरी, मेरे इन ख्वाबों में, आँखें खुलती हैं , कोई नहीं होता घर पे .. . मुझे याद तो है तेरी अठखेलियाँ, बहुत लोगों से सुना,... Hindi · शेर 2 2 610 Share Mahender Singh 16 Nov 2021 · 1 min read इतिहास के झरोखे एक वो चरखा था, बढा जिस पर आज, चस्पा है, खटकता था, वो जिनको, उनके मुँह पर तमाचा है . विरासत तेरी अशेष है, भूल जाते लोग कभी के, मर्यादा... Hindi · शेर 2 2 1k Share Mahender Singh 11 Nov 2021 · 1 min read विचार मंथन कुछ बडा खेलने वाले खेले, देशहित,हिंदुत्व, राष्ट्रवाद, सब कुछ भूल जाओगे, भूख प्यास और संवाद . Hindi · शेर 2 2 434 Share Mahender Singh 11 Nov 2021 · 1 min read अरमान अरमान तेरे अकेले के नहीं, सब पर पड रहा दबाव, ईंट कंगूरे की तू है बना, हमारे दबने से तू है सजा. हमारा जिक्र तक नहीं, नींव में कब से... Hindi · शेर 2 2 499 Share Mahender Singh 8 Nov 2021 · 1 min read हँसी बड़ी मुश्किलों से हँस पाते है लोग, समझने लगे है लोग, ये भी एक कला है,, हँसना हँसाना भी एक कला है. जो भी खुद पर हँसा, दिवानी हो गई... Hindi · शेर 2 2 624 Share Mahender Singh 1 Nov 2021 · 1 min read मुखौटे मैंने कहा मुखौटा हटाओ, इस तरह कोई हटाता है, क्या ? मैंने हाथ आगे बढाया. खुद पे खुद बेनकाब था लोगों ने कहा चौकीदार चोर है. बडा बुरा लगा. जो... Hindi · शेर 3 4 438 Share Mahender Singh 24 Oct 2021 · 1 min read नाम परिवर्तन मेरी लेखनी से कुछ तो लिखे गया, एक तेरी स्याही है, जो लिखे गया, उसे मिटाने चली है ! . दौर मश्हूर होने का था, तुम नाम देते रहते, तुम... Hindi · शेर 5 4 540 Share Mahender Singh 23 Oct 2021 · 1 min read मेहनत रात को जिसने, गुजरते हुए देखा है. उसके लिए दिन में सुकून कहां, जो दिन रात एक करते है. सफलता को उन्हीं की, मेहनत का परिणाम नहीं, किस्मत/भाग्य से संभव... Hindi · शेर 3 3 371 Share Mahender Singh 6 Oct 2021 · 1 min read परवाने जिस दिन खुद से प्यार हो जायेगा, दूसरों से लडना नहीं पड़ेगा, उस कीटपतंग से सीखना नहीं पड़ेगा, हो जाता है, किस तरह कुर्बान, दीपक की लौ से लिपटकर.. मेरे... Hindi · शेर 4 3 1k Share Mahender Singh 6 Oct 2021 · 1 min read प्रेम सब लोग प्रेम के पीछे पडे है. कोई समर्थन में तो विरोध में एक बार करके देख लो. जिसको हुआ वो ही खुदा हो गया. डॉक्टर महेन्द्र सिंह हंस Hindi · शेर 2 3 359 Share Mahender Singh 30 Sep 2021 · 1 min read हसरतें बचा ही क्या, जब दिल की हसरते ही गिर गई, क्या मायने है,जब खुद की बातें ही याद नहीं, क्या फर्क पडता है, अब लोग मांगकर खाये या मारकर.. चल... Hindi · शेर 4 3 811 Share Mahender Singh 24 Sep 2021 · 1 min read विचार आजकल आंख का काँटा, बनने में ज्यादा मुश्किलें नहीं है. अलग विचार रख दो, बस आप हुए अधार्मिक . विचारों का दमन ही.. असल में धर्म है. Hindi · शेर 3 2 428 Share Mahender Singh 22 Sep 2021 · 1 min read मूकबधिर जो सुनते नहीं, वो बोलते नहीं, प्रकृति मूकबधिर पैदा करती है. इसका क्या करें, सुन सकता है, पर सुनता नहीं, बोलता बहुत है. . विश्वास गर खुद पे होता, यूं... Hindi · शेर 2 1 474 Share Mahender Singh 18 Sep 2021 · 1 min read दर्ज करना दर्ज तक नहीं हो पाती शिकायतें, फर्क पड़ रहा है,पत्थर पर पुष्प चढाने का, परवान चढ़ गए, धार्मिक रेलमपेली के, उसके प्रबंधन, जो तुम्हारे हाथ है. तुम्हारे दिल की तुम्हारा... Hindi · शेर 1 1 375 Share Mahender Singh 15 Sep 2021 · 1 min read दहशत-गर्द दहशतगर्दी ने लंका, इस तरह जलाई जनता रसोई से बाहर, निकल न पाई .. . धर्म ने धर्म की ऐसी खिंचाई, बढ़ती गई, दो भाईयों में खाही, बने खून के... Hindi · शेर 3 4 686 Share Mahender Singh 12 Sep 2021 · 1 min read बदलाव रूख रुक नहीं रहा है दूसरों को जिम्मेदार ठहराने का थोडे बहुत जिम्मेदारी लो बेटा. वक्त शादी का, नजदीक आ रहा है. . आयोजन के मर्म तो देखो, जो निसर्ग... Hindi · शेर 2 2 498 Share Mahender Singh 10 Sep 2021 · 1 min read किस्मत भले डाल देना ,स्वर्ण. मेरी झोली में, तुझे नहीं मानना,जा अस्मिता दार पे. जो कमजोर समझ करके वार करे, कायर है, नासमझ है, शिखंडी है. तरस आती है, मुझे उन... Hindi · शेर 2 1 581 Share Page 1 Next