प्रेमदास वसु सुरेखा 91 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid प्रेमदास वसु सुरेखा 1 Jun 2023 · 1 min read ***संशय*** ***संशय*** नदियों के सागर में सागर फिर महासागर में जीवन की सच्चाई मे सच्चाई फिर महासमर में हर बार परीक्षा देती है क्यों नारी की शुचिता में वो मानव भी... Quote Writer 3 480 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 24 May 2023 · 1 min read जीवन का सफ़र कल़म की नोंक पर चलता है जीवन का सफ़र कल़म की नोंक पर चलता है कब कल़म अपवित्रता की निशानी बन जाये । इसे रोको बहरूपिया के नये लोकतंत्र से । सद्कवि प्रेमदास वसु सुरेखा Quote Writer 3 274 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 24 May 2023 · 1 min read सितम फिरदौस ना जानो सितम फिरदौस ना जानो रुबाईया यूं ही बन जाती है हकीकत के जमाने को रुसवाईयां मत बन जाने दो प्रेमदास वसु सुरेखा सद्कवि Quote Writer 2 307 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 16 May 2023 · 1 min read मैं अपवाद कवि अभी जिन।था हूं मैं अपवाद कवि अभी जीवित हूं मानवता नहीं मरने दूं सच आंखों की पट्टी से खुमारी का रूप उतारू मैं जनता कवि अभी जीवित हूं जन-जन की मैं बात करूं... Poetry Writing Challenge · मौत का सफर · शानदार अभिव्यक्ति · शाश्वत शिल्प 2 157 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 20 May 2023 · 1 min read मैं कौन हूं मैं कौन हूं मेरे जीवन का क्या ध्येय है आओ सोचे आओ मनन करें Quote Writer 2 525 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 24 May 2023 · 1 min read शक्ति का पूंजी मनुष्य की मनुष्यता में है। शक्ति का पूंजी मनुष्य की मनुष्यता में है। तो आइए और अपने आप में वे मानवीय सद्भाव खोजें। सद्कवि प्रेमदास वसु सुरेखा Quote Writer 2 203 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 31 May 2023 · 1 min read चलो सच को गले लगाते हैं चलो सच को गले लगाते हैं। सत्य जब डर कर बैठ गया हो कहां सहारा पाएंगे आंखों के अश्रु को भी हम गंगाजल ही बनाएंगे न्याय नहीं मिलता जब यारो... Hindi · कविता · तानाशाही · सच को गले लगाते हैं 2 219 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 16 May 2023 · 1 min read क्या ये है आदमी क्या ये है आदमी ??? आदमी ने ,आदमी को, आदमी न जाना आदमी के, आदमी का, आद् मी है खाना आदमी के, आदमी का, आद् मी जमाना आदमी को, आदमी... Poetry Writing Challenge · आदमी · मनुष्य · मानवीय सरोकार 2 4 64 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 31 May 2023 · 9 min read गल्प इन किश एण्ड मिश गल्प इन किश एण्ड मिश गल्पकार ---प्रेमदास वसु सुरेखा जिन्दगी भौतिकता का सपना है, उसमे हर कोई डुबना चाहता है, यूजकर लू बस यही उसकी कामना है, पता नही ये... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता · दोस्तीप्यार · विश्वास की डोर · सादगी पवित्रता 2 2 269 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 3 Jun 2023 · 1 min read मुझे न कुछ कहना है मुझे न कुछ कहना है मुझे ना कुछ करना है इस मरी हुई जनता के लिए व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी ही चाहिए सद्कवि प्रेमदास वसु सुरेखा Quote Writer 2 520 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 12 Nov 2023 · 1 min read प्रेम नि: शुल्क होते हुए भी प्रेम नि: शुल्क होते हुए भी इस जीवन जगत् का सबसे महंगा सुख है क्यों हम इंसानियत खो रहे हैं बस Quote Writer 2 143 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 12 Jun 2023 · 9 min read गल्प इन किश एंड मिश गल्प इन किश एंड मिश गल्प इन किश एण्ड मिश गल्पकार ---प्रेमदास वसु सुरेखा जिन्दगी भौतिकता का सपना है, उसमे हर कोई डुबना चाहता है, यूजकर लू बस यही उसकी... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता 2 361 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 24 May 2023 · 1 min read पारख पूर्ण प्रणेता पारख पूर्ण प्रणेता बीजक सत्य विजेता शून्य शिखर से चली आ रही वो अद्भुत ज्ञान की धारा सच को जीवन बसा रही है वो पारख जीवन धारा आडंबर फैले जा... Quote Writer 2 197 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 24 May 2023 · 1 min read एकलव्य बनना होगा घात प्रतिघात कि इस दुनिया में अपने आप को स्थापित करने के लिए तुम्हें लड़ना होगा लड़कर ही तुम्हें स्थापित करना होगा तुम्हें धोखे से अर्जुन नहीं एकलव्य बनना होगा... Hindi · एकलव्य · कविता 2 154 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 1 Jun 2023 · 1 min read ****शिरोमणि**** ****शिरोमणि**** जो टूट पड़ा था मुगलों पर वह वीर शिरोमणि राणा था जिसने रजपूती धरती को अपने लहू से सींचा था वह आन बान और शान के खातिर वनों में... Quote Writer 1 626 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 24 May 2023 · 1 min read वसुत्व जिन्दा है जिसका वसुत्व जिन्दा है वही जिन्दा रहता है । प्रकृति और पुरुष का जोड़ा जीवन का सच्चा होता है। आक्षेपो की दुनिया में कौन किसका होता है। कितने भी लांछन... Hindi · कविता · वसुत्व जिन्दा · सच्चाई 1 134 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 31 May 2023 · 2 min read पर हिम्मत कभी हारी नही -------पर हिम्मत कभी हारी नहीं------ ___________________________________________ मैं थक चुका हूं टूट चुका हूं पर हिम्मत कभी हारी नहीं है कौन जगत में किसका यह सब एक धोखा है कर्म पथ... Hindi · कविता · पर हिम्मत · शानदार 1 160 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 31 May 2023 · 1 min read मैं अपवाद कवि अभी जीवित हूं मैं अपवाद कवि अभी जीवित हूं मानवता नहीं मरने दूं सच आंखों की पट्टी से खुमारी का रूप उतारू मैं जनता कवि अभी जीवित हूं जन-जन की मैं बात करूं... Hindi · अपवाद कवि · कविता · मानवीय कवि 1 296 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 1 Jun 2023 · 1 min read मानवता की बलिवेदी पर सत्य नहीं झुकता है यारों मानवता की बलिवेदी पर सत्य नहीं झुकता है यारों त्याग तपस्या के ही बल पर आगे बढ़ते हैं यारों जीवन का यही अर्थ रहा है मुश्किल पर डटते रहना सत्य... Quote Writer 1 373 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 1 Jun 2023 · 1 min read मै अपवाद कवि अभी जीवित हूं मै अपवाद कवि अभी जीवित हूं मानवता ना मरने दूं कहने वाले कहते रहेंगे मैं सत्य सारथि बन के रहूं Quote Writer 1 417 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 1 Jun 2023 · 1 min read चित्रकार उठी चिंकारा बनी किस के मन की आवाज बनी चित्रकार उठी चिंकारा बनी किस के मन की आवाज बनी वो राग हुआ विराग हुआ किस के जीवन अभिशाप बनी सद्कवि प्रेमदास वसु सुरेखा Quote Writer 1 534 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 1 Jun 2023 · 1 min read गुरु मांत है गुरु पिता है गुरु गुरु सर्वे गुरु गुरु मांत है गुरु पिता है गुरु गुरु सर्वे गुरु हाथ जोड़ वन्दन करु जग कल्याणम् गुरु गुरु सद्कवि - प्रेमदास वसु सुरेखा Quote Writer 1 243 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 24 May 2023 · 1 min read पति परमेश्वर हम कैसे हैं भक्त बने यह अब समझ में आया है भांग धतूरा खाने वाला सच्चा भक्त बन आया है जिसके ऊपर गंगाधारण वह शिव भक्त कहलाया है अब तो... Hindi · कविता · पति पत्नी · परमेश्वर 1 186 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 1 Jun 2023 · 1 min read फिर आयेंगे दोस्तों जाना इस दुनिया से सबको हम भी जाएंगे काल यार और प्यार की यादें बस छोड़कर जाएंगे पता नहीं ये जीवन का अब कहां खेल कर जाएंगे खुम्मारी का लोटा... Hindi · कविता · जीवन यायावरी · फिर आयेंगे दोस्तों 1 136 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 27 Aug 2017 · 1 min read मानवता सरेआम हुई कविता Hindi · कविता 1 385 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 1 May 2024 · 1 min read संवेग बने मरणासन्न अभिव्यक्ति के समुद्र में, मौत का सफर चल रहा है प्यार, मोहब्बत, इंसानियत का, खात्मा चल रहा है जी लो जिंदगी का सफर, हमें कब चले जाना है संवेदनाएं खत्म... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · प्रेमदास वसु सुरेखा · संवेग बने मरणासन्न · संवेदनाएं खत्म 1 29 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 18 Nov 2023 · 1 min read दुआ किसी को अगर देती है दुआ किसी को अगर देती है तख्तो ताज मगर, किसी की आह भी हुकूमत छीन लेती है जिंदगी की विरासत प्रेमदास वसु सुरेखा Quote Writer 1 199 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 18 Nov 2023 · 1 min read एक छोरी काळती हमेशा जीव बाळती, एक छोरी काळती हमेशा जीव बाळती, सींवा जोड़ खेत म्हारो चाव सूँ रूखाळती | ऊंचा ऊंचा टीबडा मै रूंखड़ा रो खेत हो , खेत रुजगार म्हारो खेत सूँ ही हेत... Quote Writer 1 382 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 12 Nov 2023 · 1 min read असली दर्द का एहसास तब होता है जब अपनी हड्डियों में दर्द होता असली दर्द का एहसास तब होता है जब अपनी हड्डियों में दर्द होता है। सत्य यही है।। Quote Writer 1 91 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 3 Jun 2023 · 1 min read संघर्ष वह हाथ का गुलाम है संघर्ष वह हाथ का गुलाम है जो कभी नहीं रुक सकता सिर्फ मंजिल पाने के लिए हाथ को ही गुलाम बनाना पड़ता है संघर्ष वह हाथ का गुलाम है। सद्कवि... Quote Writer 1 440 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 26 Mar 2024 · 1 min read फिर से आयेंगे जाना इस दुनिया से सबको, हम भी जाएंगे काल, यार और प्यार की यादें बस छोड़ के जाएंगे पता नहीं ये जीवन का अब, कहाँ खेल कर जाएंगे खुम्मारी का... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · फिर से आयेंगे · विवेकशीलता · सत्य की खोज में स्वयं 1 78 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 1 Jun 2023 · 4 min read महात्मा ज्योतिबा फुले @@@@@ ज्योत जलाई जिसने बुद्धि की (महात्मा ज्योतिबा)@@@@@ एक और एक जनता दो होते हैं ,दो से ही ये सृष्टि रची है दो कि शक्ति जानोगे, तो दो नहीं सौ... Hindi · फुले · महात्मा ज्योतिबा फुले · शानदार प्रस्तुति 1 136 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 1 Jun 2023 · 1 min read ये कैसा भारत देश बना ये कैसा भारत देश बना बहरूपिये तेरे शासन में यहां बाते होती हिंदू मुस्लिम सरकार बनाने को तत्पर लोग पलायन करते हैं फिर सुविधाएं दरकार रही गायों पर बातें होती... Hindi · भाई भतीजावाद · भारतीय संस्कृति · सेवा भावना गायब 1 193 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 1 Jun 2023 · 1 min read रणक्षेत्र बना अब, युवा उबाल रणक्षेत्र बना अब, युवा उबाल शासन की हठधर्मिता, नव चाल जागो अधिकारों पर ला दो,फिर ज्वाला सबसे कह दो,युवा , युवा मतवाला ...... सम्मान जब नाक की बाली बन जाए... Quote Writer 1 115 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 1 Jun 2023 · 2 min read क्यों ना धूम मचाएगा हर डाली पर उल्लू बैठा क्यों ना धूम मचाएगा बहुरूपिये के शासन में हिंदू-मुस्लिम खेला जाएगा रोजगार की बात ना होगी जन का तेल निकाला जाएगा चुनाव जब आयेंगे कोई... Hindi · कुकर्मी का हर्ष बुरा · कुकर्मी नायक · मौत का सौदागर हिटलर · हर डाली पर उल्लू 1 226 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 1 Jun 2023 · 1 min read सद्गुरु कबीर सदगुरु कबीर शीर्षक किस आंचल में जन्म लिए तुम ,कोई पता नहीं पाया लालन पालन हुआ जहां पर, पर्णकुटी की थी छाया शब्ददिश लाचार रहे तुम, दुनिया की नजरों में... Hindi · कविता · महात्मा कबीर · शानदार अभिव्यक्ति 1 202 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 1 Jun 2023 · 2 min read क्या हुआ आपको ??????? क्या हुआ आपको ??????? फेकू जी फेकू जी, क्या हुआ आपको सत्ता के मद में ,भूल गये मां को क्या हुआ आपको , क्या हुआ आपको ??? पहले झूठ... Poem · क्या हुआ आपको · बहुरुपिया 1 189 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 1 Jun 2023 · 2 min read वीर की शोभा वीर की शोभा नहीं वीर की बातें वीर की शोभा नहीं वीर की बातें वीर की शोभा नहीं वीर की बातें धरती जलती अग्नि जलती जलता पूरा गगन धरती जलती... Hindi · कविता · पुरस्कार · वीरता 1 271 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 1 Jun 2023 · 1 min read ऐ वसुत्व अर्ज किया है.... ऐ वसुत्व अर्ज किया है.... वक्त का समन्दर थमने ना देंगे खुशियां लौट जाये ये होने ना देंगे ऐ वसुत्व के रखवाले नर सुरेखात्व को वसुत्व से जुद़ा ना होने... Quote Writer 1 413 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 1 Jun 2023 · 1 min read जीवन में जब संस्कारों का हो जाता है अंत जीवन में जब संस्कारों का हो जाता है अंत बची हुई फिर जीवन रेखा हो जाती अनंत सच जुबानी ही बन जाता जीवन का सन्त चुभने लगती उसकी बातें कर... Quote Writer 1 450 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 1 Jun 2023 · 1 min read दुनिया इश्क की दरिया में बह गई दुनिया इश्क की दरिया में बह गई जनाब सब लुट गया , बिक गया , फिर भी वतन इन रख वालों के नाम रह गया ***नमन पुलवामा वीरों को ***... Quote Writer 1 366 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 1 May 2024 · 1 min read एक एक ईट जोड़कर मजदूर घर बनाता है एक एक ईट जोड़कर मजदूर घर बनाता है उस घर में अपनी भावनाएं अपने संवेग घोलता है पर वक्त के जमाने पर कितनी मार पड़ती है यह मजदूर अच्छी तरह... Premdas Vasu Surekha · Quote Writer 1 28 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 16 May 2023 · 1 min read देश का लूलू देश का लूलू देश का लूलू ये बोला, थाली बजाओ अब लैला... रोगी लाये बाहर से भला... जनता मरती ये है कला..... वाह वाह ....और बजाओ ताली राक्षस है जो... Poetry Writing Challenge · मौत का सफर · लूलू · हार गई तकदीर 1 73 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 16 May 2023 · 1 min read नौजवान आर पार के समर युद्ध में जीतेगा नौजवान ही हाथ पकड़ कर फिर चल दो आएगा तूफान ही कुछ करने की ठान के चलते हैं प्यारे नौजवान ही समर क्षेत्र... Poetry Writing Challenge · ख़ून उबला · तेज़ · नौजवान 1 84 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 16 May 2023 · 2 min read दो टूक पसंद है मुझको लम्बी लम्बी फेकने वाले दुनिया में नाम कमाते हैं हक उन ही का हारा है और सच्चे यारों रोते हैं बात हुई है छोटी-मोटी लाशों की है यारों खाल ताकत... Poetry Writing Challenge · दो टूक · सच का सामना · सच्चाई 1 103 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 16 May 2023 · 1 min read हवस ****** हवस******* वश में नहीं है जिसके यारों वो बने हवसाधिकारी प्यार नहीं है, राग नहीं है वो बने कुकर्मी धारी विद्या ज्ञान विवेक तो पता नहीं कहाँ चला गया... Poetry Writing Challenge · अद्भुत अद्वितीय अकल्पनीय · हवस · हाइकु 1 153 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 16 May 2023 · 2 min read मां जीवन का सुख सागर मां पर विशेष ***मां जीवन का सुख सागर*** मां उर्मि है, मां ज्योति है ,मां जीवन का सुख सागर मां की ममता,मां का प्यार ,मां जीवन का सुख सागर आंख... Poetry Writing Challenge · माँ · मां की अभिलाषा · माँ की यादें · मां मानवता 1 121 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 16 May 2023 · 2 min read प्रतिलिपि स्वयं का प्रतिरुप स्वयं का चीत्कार उठी,चिंकार बनी,किस के मन की आवाज बनी। वो राग हुआ,विराग हुआ, किस के जीवन अभिशाप बनी। बैठी इक माँ सोच रही हाँ प्रतिबिंब वो मेरा साकार... Poetry Writing Challenge · मां बेटी · मानवता का गुण · मानवता ना मरने दू 1 97 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 16 May 2023 · 1 min read फिर आयेंगे दोस्तों फिर आयेगे दोस्तो जाना इस दुनिया से ,सबको हम भी जाएंगे काल यार,और प्यार की यादें छोड़ के जाएंगे पता नहीं ये जीवन का अब कहां खेल के जायेंगे खुम्मारी... Poetry Writing Challenge · आयेंगे लायेंगे · कविता · फिर मानवता 1 116 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 16 May 2023 · 1 min read जल्लाद जल्लाद हैवान बनें हैवानियत की सजा केवल एक हैं जल्लाद सा पहले है नोचे फिर लटकाए चौको पै और जो उन के हितैषी. साथ मे उन को हो फांसी यही... Poetry Writing Challenge · कविता · जल्लाद · हारना 1 63 Share Page 1 Next