मधुसूदन गौतम Tag: कहानी 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid मधुसूदन गौतम 28 Oct 2024 · 3 min read कहानी,, बंधन की मिठास अमित और राकेश दो सगे भाई थे, जिनका बचपन एक ही छत के नीचे बीता, लेकिन एक ही छत के नीचे रहते हुए भी उनके बीच एक अदृश्य दीवार खड़ी... Hindi · कहानी 31 Share मधुसूदन गौतम 22 Oct 2024 · 3 min read अटरू ली धनुष लीला यह कहानी काल्पनिक है इसके पात्रों का या घटना का किसी से मेल हो जाना एक संयोग हो सकता है। इसे कहानी के परिप्रेक्ष्य में ही जाने। अच्छी लगे तो... Hindi · कहानी 32 Share मधुसूदन गौतम 19 Oct 2024 · 4 min read मुझे भूल गए न कहानी: " मुझे भूल गए, माधव" सौम्या हर दिन की तरह आज भी पुराने बाग़ के पास वाले मंदिर में आई थी। वही मंदिर जहाँ वह और माधव घंटों साथ... Hindi · कहानी 23 Share मधुसूदन गौतम 10 Oct 2024 · 3 min read सपनो के सौदागर रतन जी रतन टाटा पर आधारित यह कहानी "सपनों का सौदागर" मुंबई की एक हलचल भरी शाम थी, जब एक युवा रतन टाटा अपनी बालकनी से समुद्र की लहरों को निहार रहे... Hindi · कहानी 32 Share मधुसूदन गौतम 9 Oct 2024 · 3 min read सोच का अंतर धूप से चमकता हुआ शहर, जहाँ यह कहानी जन्म ले रही थी, काफी शांति से जीता था, लेकिन उसके बाशिंदों के दिलों में बड़े सपने थे। यहीं दो दोस्त रहते... Hindi · कहानी 40 Share मधुसूदन गौतम 7 Oct 2024 · 2 min read हिम्मत एवम साहस गाँव के पास चार बच्चे रहते थे – सिया, अर्पित, नेहा और रवि। ये सभी करीब 10-12 साल के थे और हमेशा एक साथ खेलते थे। गाँव छोटा था और... Hindi · कहानी 31 Share मधुसूदन गौतम 7 Oct 2024 · 2 min read : बूँद की यात्रा कहानी का नाम: बूँद की यात्रा गहरे नीले आसमान में बादल घिरने लगे थे। बारिश की बूँदें एक-एक कर धरती पर गिरने की तैयारी में थीं। उनमें से एक छोटी... Hindi · कहानी 108 Share मधुसूदन गौतम 1 Apr 2020 · 5 min read परवाह (लोक डाउन पर लिखी कहानी) *क्यों की हमे परवाह है तुम्हारी* ★आया न कोई फोन खत , गए तीन दिन बीत। आखिर उस पर क्या कहाँ ,कैसी रही हो बीत।★ यह ख्याल बार बार वन्दन... Hindi · कहानी 1 719 Share मधुसूदन गौतम 3 Nov 2019 · 2 min read रिश्ते कैसे कैसे रिश्ते कैसे कैसे* ************************************ देव प्रबोधिनी एकादशी का दिन था। दुल्हन की विदाई का माहौल था। बारी बारी से केतिका गले मिल रही थी। उसका दुल्हन का श्रृंगार भी छलकते... Hindi · कहानी 502 Share मधुसूदन गौतम 28 Oct 2019 · 2 min read दीपावली**** ? दीपावली आखिर आ ही गई। 15दिन से विशु के घर तैयारियाँ चल रही थी। 5 मज़दूर मिलकर पुताई ,रंग रोगन कर रहे थे। 3 बाईयां झाड़ू पौछा कर रही थी।क्या... Hindi · कहानी 2 297 Share