Ranjeet Kumar 74 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Ranjeet Kumar 12 May 2019 · 3 min read एक अहसास:- मां ना होने का। रजनी काकी सुबह होते ही पूरे गांव के एक चक्कर तो लगा ही लेती थी। कभी इसके घर कभी उसके घर, अपने घर में अकेली जो थी। मरद चार साल... Hindi · लघु कथा 1 326 Share Ranjeet Kumar 8 May 2019 · 1 min read मुक्तक तुम तड़प तो रहे हो पर किसी और के इंतजार में, और गलतफहमी में मै रोए जा रहा हूं!! / कितना भी कोशिश कर लो, पर हमसा गर मिले मोहब्बत... Hindi · मुक्तक 1 252 Share Ranjeet Kumar 7 May 2019 · 1 min read बोल न अब क्या करूं! हां! मेरे रग रग में फैली है तू और तेरी यादें, मेरी जिस्म का हर ज़र्रा जानता है तेरा अहसास, तेरे हर लफ्ज़ पर मर मिटती है मेरी सांसे, फिर... Hindi · कविता 1 450 Share Ranjeet Kumar 5 May 2019 · 2 min read सूझबूझ:- एक डॉक्टर की इस चुनाव के गरमा गरम माहौल में सभी नेता गण अपने अपने कार्यकर्ताओं के साथ जनता को लुभाने में लगे हैं और दिन रात मेहनत कर रहे हैं क्यों कि... Hindi · लघु कथा 1 242 Share Ranjeet Kumar 4 May 2019 · 3 min read मां की ममता मां आज स्कूल नहीं जाऊंगा, मेरे सभी दोस्तों ने आज क्रिकेट खेलने का प्लान बनाया है। बबलू ने दरवाजे के पीछे से बैट निकलते हुए बोला और बाहर जाने लगा।... Hindi · कहानी 1 421 Share Ranjeet Kumar 2 May 2019 · 1 min read लिख दूं क्या शायरी में??? मेरे शब्द कम पड़ गए तेरी शिकायतें लिखते- लिखते, बोल न, तुझे किया प्यार लिख दूं क्या शायरी में?? तुझसे इश्क मांगा था उम्र भर का, और कुछ हसीन पल... Hindi · कविता 1 505 Share Ranjeet Kumar 2 May 2019 · 1 min read अधूरे ख्वाब! नहीं चाहिए मुकम्मल जहां, कुछ ख्वाब अधूरे चाहिए, कागज पर फड़कने को , कुछ अल्फ़ाज़ अधूरे चाहिए, जब अंधेरी रातों में नींद उड़ जाती है, तेरे मेरे इश्क का अधूरापन... Hindi · कविता 1 243 Share Ranjeet Kumar 30 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक किताबों से दिल लगाए बैठे हैं, आसमान का ख्वाब सजाए बैठे हैं, कभी दिल्लगी भी बेशुमार की थी, अब मंजिल से दिल लगाए बैठे हैं!! Ranjeet..... Hindi · कविता 1 234 Share Ranjeet Kumar 30 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक मैं साथ हूं आपके ताउम्र, आप खुशियों से मुस्कुराया करो, कभी गम भी मिले जिंदगी में अगर, आप बेफिक्र मुस्कुराया करो, कभी रोऊं जो आपकी याद में, परी बनके ख्वाबों... Hindi · कविता 1 514 Share Ranjeet Kumar 27 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक खूबसूरत तो बला की है तू, जैसे आसमान की पारियां, पर मुझे तेरी रूह ने खींचा था, और तुझसे मोहब्बत हो गई थी!! Hindi · मुक्तक 1 390 Share Ranjeet Kumar 27 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक खुद जलते हो विरह वेदना में, हमें भी जलाते हो, रूठकर हमसे तुम भी अकेले में आंसू बहाते हो, मिलकर चलते हैं राही,मंजिल समान हो जिसमे, बेरुखी नाराजगी छोड़ो, हम... Hindi · मुक्तक 1 241 Share Ranjeet Kumar 27 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक तुम्हारे लिए तो सब अपने हैं, तुम्हारा दिल भी सब के लिए, एक हम ही तुमसे मोहब्बत करके तुमसे दुश्मनी मोल ले ली!!! Hindi · कविता 1 361 Share Ranjeet Kumar 27 Apr 2019 · 1 min read अब बरसती नहीं आंखें। अब बरसती नहीं आंखें ना दिल रोता है, दर्द भरी शायरी ना मन को छूता है, हमने सीख लिया हुनर अपने गम छुपाने का, टूटे दिल के तार से नगमे... Hindi · कविता 1 406 Share Ranjeet Kumar 26 Apr 2019 · 1 min read बुड्ढा पीपल। मेरे गांव के बाहर एक पहरेदार खड़ा है, हर मौसम, हर समय बेपरवाह अडा है, कब से है न जानता कोई, शायद इसके उम्र का बचा न कोई, हर शक्स... Hindi · कविता 1 253 Share Ranjeet Kumar 26 Apr 2019 · 1 min read नदी के दो किनारे हम। नदी के दो किनारे हम, इस पार हम उस पार तुम, मुमकिन न अपना मेल पिया, अजब है किस्मत का खेल पिया, चलना है साथ में नदी के धार संग,... Hindi · कविता 1 250 Share Ranjeet Kumar 25 Apr 2019 · 1 min read कितने दिन हुए। कितने दिन हुए तुम्हे याद है क्या? जब हमने देखा था पहली बार एक दूसरे को, नज़रें मिली थी फिर दिल मिले, प्यार कब हुआ पता तक न चला, फिर... Hindi · कविता 1 235 Share Ranjeet Kumar 25 Apr 2019 · 1 min read गंगा का अपमान जो बहती थी पवित्रता लिए, अपने ही धुन में कल कल छल छल, जिसके पानी अमृत समान थे, जहां पवित्र होती थी आत्मा नहाकर, आज जहर लिए फिरती है, आगोश... Hindi · कविता 1 231 Share Ranjeet Kumar 24 Apr 2019 · 1 min read हाथों में विजयी की लकीरें हम हौसला रखते हैं उड़ने का, तलवार की धार पर रेस लगाने का, जमाने के विपरित तूफान लाने का, तकदीर का क्या है, हमें भरोसा है! हाथों में विजय की... Hindi · मुक्तक 1 376 Share Ranjeet Kumar 23 Apr 2019 · 1 min read कितनी देर लगती है। एक पल में लोग बदल जाते हैं, " आप " से " तुम " फिर " तुम कौन " तक चले जाते हैं, वक्त चलता है अपने हिसाब से, कितनी... Hindi · मुक्तक 2 1 317 Share Ranjeet Kumar 23 Apr 2019 · 1 min read अंधेरे को अपना दोस्त बना लिया मैंने अकेलापन को दोस्त मान लिया था, अंधेरे को जीने का सहारा बना लिया था, मै खास नहीं था फिर भी तूने खास बनाया, मोहब्बत को मेरे सांसो का अहसास... Hindi · कविता 1 364 Share Ranjeet Kumar 23 Apr 2019 · 1 min read दिल में उतर गई है रात दिल में उतर गई है रात, तभी तो हमेशा से रात का ही इंतजार होता है! दिन गुजर जाती है हंसते हंसाते, अंधेरे और अकेलापन का कहर जोरदार होता है!... Hindi · कविता 1 204 Share Ranjeet Kumar 23 Apr 2019 · 1 min read निंदिया एक गुजारिश है! निंदिया एक गुजारिश है तुमसे, चुपके से जाना उनके आंखो में, ख्वाब मीठे दिखाना उन्हें, बड़े प्यार से सुलाना उन्हें, मेरा हाल ऐ दिल बताना उन्हें, फिर सपने में मुझसे... Hindi · कविता 1 259 Share Ranjeet Kumar 23 Apr 2019 · 1 min read निंदिया एक गुजारिश है! निंदिया एक गुजारिश है तुमसे, चुपके से जाना उनके आंखो में, ख्वाब मीठे दिखाना उन्हें, बड़े प्यार से सुलाना उन्हें, मेरा हाल ऐ दिल बताना उन्हें, फिर सपने में मुझसे... Hindi · कविता 1 200 Share Ranjeet Kumar 23 Apr 2019 · 1 min read तुमसे वादा रहा तुम जो जुल्म ढाते हो, गरीब मजदूरों को सताते हो, गजब गजब का फरमान लाते हो, सवाल न पूछे कोई तुमसे, इसलिए जो दमन चलाते हो, तुमसे वादा रहा ए... Hindi · कविता 1 579 Share Previous Page 2