Ranjeet Kumar Tag: कविता 45 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ranjeet Kumar 17 Dec 2020 · 1 min read बोला$ कौन है वो.... मिट्टी खोदे सोना उपजे, किसान भये सोनार, ओह सोना के लूट लूट के, चमका जेकर व्यापार... बोला$ कौन है वो। हमर पिया राशन ढोये, मिले ना पूरा पगार, ओह राशन... Hindi · कविता 2 6 625 Share Ranjeet Kumar 15 Dec 2020 · 1 min read जवाब कौन देगा?? तुम इश्क करो और छोड़ दो, पहले डोर बांधो और तोड़ दो, उस कटी पतंग का हिसाब कौन देगा? बोलो...जवाब कौन देगा?? तेरी आँखों की मासूमियत, तेरी शब्दों की वो... Hindi · कविता 2 268 Share Ranjeet Kumar 15 May 2019 · 1 min read सब ठीक तो है न? खिलखिलाते हंसी वाले चेहरे पर ये शिकन क्यों है? एक आजाद परिंदे के अंदर ये घुटन क्यों है? क्यों बैठे हो गुमसुम सी अंधेरे में? सब ठीक तो है न.....?... Hindi · कविता 2 320 Share Ranjeet Kumar 5 Mar 2022 · 1 min read युद्ध के दौरान…… युद्ध के दौरान टकराती है दो अहंकार भरे दिमाग टकराती है दो सिरों की ताज फूटते हैं बम बारूद गोले बिखरते हैं सिर्फ़ अंगार शोले कौड़ियों के दाम लोगों की... Hindi · कविता 1 452 Share Ranjeet Kumar 21 Dec 2021 · 1 min read लकीर के फ़क़ीर भोजपुरी के साम्राज्य में एक कण मात्र बाड़ऽ, तोर बोली में विष के मिलान कईसे भईल, कभी बजेलऽ सुर के सात स्वर में तू, राग में कर्कश बखान कईसे भइल,... Bhojpuri · कविता 1 330 Share Ranjeet Kumar 5 May 2022 · 1 min read खेसारी लाल बानी माटी के लाल बानी, बढ़त हम कमाल बानी, भोजपुरी जेकर माई बा, मेहनत से जेकर सगाई बा, जे जिए-मरे संगीत में, जेकर दिल धड़के गीत में, जे काम प, काम... Bhojpuri · कविता 1 415 Share Ranjeet Kumar 11 Aug 2021 · 1 min read मैं तेरा दिल चुरा लेता। अबके जो तू मिलता, तेरा काजल चुरा लेता। तू मेरा दिल चुरा लेती, मैं तेरा दिल चुरा लेता। तेरे आने के वादे अब तक सिरहाने सिसक रहे, चिट्ठियों में लिखे... Hindi · कविता 1 236 Share Ranjeet Kumar 4 Aug 2021 · 1 min read हमें बिहार कहते हैं। हमें गणतंत्र राज के जनक, और नालंदा के ज्ञान का विस्तार कहते हैं। हमें शून्य की खोज, सिख बौद्ध धर्म का सृजनहार कहते हैं। हाँ हमें बिहार कहते हैं। हम... Hindi · कविता 1 271 Share Ranjeet Kumar 19 Mar 2023 · 1 min read अगे माई गे माई ( मगही कविता ) पाँच रुपेया के मकई आठ आना के नीमक, पचास ग्राम तेल में जब निमने भुंजा जा हइ, पॉपकॉर्न के नाम प दोना में भर के, तीन सौ में बिका हइ,... Bhojpuri · कविता 1 463 Share Ranjeet Kumar 13 Dec 2020 · 1 min read हाय रे ये मजबूरियां...... खून जला के मांस गला के, जीवन भर महल बनाये हैं, फिर भी सावन के बारिश ने हमें आधी रात जगाए हैं, कोने में बैठे हाथ जोड़ के, मुनिया पूछे... Hindi · कविता 1 411 Share Ranjeet Kumar 10 Dec 2020 · 1 min read फिर भी बोल क्या होगा?? लिफाफे में लिपटी वो बातें पुरानी, वो बातें बता दूं फिर भी बोल क्या होगा? झिल्ली दुपट्टे में लिपटा चेहरा नूरानी, दुपट्टा हटा दूँ फिर भी बोल क्या होगा?? किताबों... Hindi · कविता 1 2 259 Share Ranjeet Kumar 23 Apr 2019 · 1 min read तुमसे वादा रहा तुम जो जुल्म ढाते हो, गरीब मजदूरों को सताते हो, गजब गजब का फरमान लाते हो, सवाल न पूछे कोई तुमसे, इसलिए जो दमन चलाते हो, तुमसे वादा रहा ए... Hindi · कविता 1 579 Share Ranjeet Kumar 10 Jun 2019 · 1 min read आज फिर तेरी याद आयी। बैठे बैठे छत के मुंडेर पर, अँधेरी डरावनी रात में, अचानक मेरी पलके भींग गयी जज्बात से, ऐसे उमड़े बदल की अश्को की बरसात आयी, आज फिर तेरी याद आयी।... Hindi · कविता 1 291 Share Ranjeet Kumar 31 May 2019 · 1 min read लाल क्रांति!! रोज जगता हूं सुबह की पहली किरण से पहले, आसमान के लाल होने से भी पहले, इस आश में कि, आसमान लाल होने से पहले, यहां इस जमीं पर फैले... Hindi · कविता 1 331 Share Ranjeet Kumar 24 May 2019 · 1 min read आवाम! चलो आज तुम्हे बधाई देते हैं!!! आवाम !चलो आज तुम्हे बधाई देते हैं, तुम्हारी बेरोजगारी को, तुम्हारी नकारेपन और निठ्ठलेपन को, तुम्हारी गुलाम मानसिकता को, खुश हो जाओ और तैयार रहो, गाय गोबर पर बहस के... Hindi · कविता 1 364 Share Ranjeet Kumar 15 May 2019 · 1 min read राजनीति के हाल! क्या कहें कि क्या हाल है राजनीति के, हर सवाल में बवाल है राजनीति के, गरीब मजदूरों के हाल चाल कौन पूछे? आम पपीते ही मुख्य सवाल है राजनीति के,... Hindi · कविता 1 265 Share Ranjeet Kumar 7 May 2019 · 1 min read बोल न अब क्या करूं! हां! मेरे रग रग में फैली है तू और तेरी यादें, मेरी जिस्म का हर ज़र्रा जानता है तेरा अहसास, तेरे हर लफ्ज़ पर मर मिटती है मेरी सांसे, फिर... Hindi · कविता 1 450 Share Ranjeet Kumar 23 Apr 2019 · 1 min read निंदिया एक गुजारिश है! निंदिया एक गुजारिश है तुमसे, चुपके से जाना उनके आंखो में, ख्वाब मीठे दिखाना उन्हें, बड़े प्यार से सुलाना उन्हें, मेरा हाल ऐ दिल बताना उन्हें, फिर सपने में मुझसे... Hindi · कविता 1 200 Share Ranjeet Kumar 23 Apr 2019 · 1 min read निंदिया एक गुजारिश है! निंदिया एक गुजारिश है तुमसे, चुपके से जाना उनके आंखो में, ख्वाब मीठे दिखाना उन्हें, बड़े प्यार से सुलाना उन्हें, मेरा हाल ऐ दिल बताना उन्हें, फिर सपने में मुझसे... Hindi · कविता 1 259 Share Ranjeet Kumar 23 Apr 2019 · 1 min read दिल में उतर गई है रात दिल में उतर गई है रात, तभी तो हमेशा से रात का ही इंतजार होता है! दिन गुजर जाती है हंसते हंसाते, अंधेरे और अकेलापन का कहर जोरदार होता है!... Hindi · कविता 1 204 Share Ranjeet Kumar 23 Apr 2019 · 1 min read अंधेरे को अपना दोस्त बना लिया मैंने अकेलापन को दोस्त मान लिया था, अंधेरे को जीने का सहारा बना लिया था, मै खास नहीं था फिर भी तूने खास बनाया, मोहब्बत को मेरे सांसो का अहसास... Hindi · कविता 1 364 Share Ranjeet Kumar 25 Apr 2019 · 1 min read गंगा का अपमान जो बहती थी पवित्रता लिए, अपने ही धुन में कल कल छल छल, जिसके पानी अमृत समान थे, जहां पवित्र होती थी आत्मा नहाकर, आज जहर लिए फिरती है, आगोश... Hindi · कविता 1 231 Share Ranjeet Kumar 25 Apr 2019 · 1 min read कितने दिन हुए। कितने दिन हुए तुम्हे याद है क्या? जब हमने देखा था पहली बार एक दूसरे को, नज़रें मिली थी फिर दिल मिले, प्यार कब हुआ पता तक न चला, फिर... Hindi · कविता 1 235 Share Ranjeet Kumar 26 Apr 2019 · 1 min read नदी के दो किनारे हम। नदी के दो किनारे हम, इस पार हम उस पार तुम, मुमकिन न अपना मेल पिया, अजब है किस्मत का खेल पिया, चलना है साथ में नदी के धार संग,... Hindi · कविता 1 250 Share Ranjeet Kumar 26 Apr 2019 · 1 min read बुड्ढा पीपल। मेरे गांव के बाहर एक पहरेदार खड़ा है, हर मौसम, हर समय बेपरवाह अडा है, कब से है न जानता कोई, शायद इसके उम्र का बचा न कोई, हर शक्स... Hindi · कविता 1 253 Share Ranjeet Kumar 27 Apr 2019 · 1 min read अब बरसती नहीं आंखें। अब बरसती नहीं आंखें ना दिल रोता है, दर्द भरी शायरी ना मन को छूता है, हमने सीख लिया हुनर अपने गम छुपाने का, टूटे दिल के तार से नगमे... Hindi · कविता 1 406 Share Ranjeet Kumar 27 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक तुम्हारे लिए तो सब अपने हैं, तुम्हारा दिल भी सब के लिए, एक हम ही तुमसे मोहब्बत करके तुमसे दुश्मनी मोल ले ली!!! Hindi · कविता 1 361 Share Ranjeet Kumar 30 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक मैं साथ हूं आपके ताउम्र, आप खुशियों से मुस्कुराया करो, कभी गम भी मिले जिंदगी में अगर, आप बेफिक्र मुस्कुराया करो, कभी रोऊं जो आपकी याद में, परी बनके ख्वाबों... Hindi · कविता 1 514 Share Ranjeet Kumar 30 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक किताबों से दिल लगाए बैठे हैं, आसमान का ख्वाब सजाए बैठे हैं, कभी दिल्लगी भी बेशुमार की थी, अब मंजिल से दिल लगाए बैठे हैं!! Ranjeet..... Hindi · कविता 1 234 Share Ranjeet Kumar 2 May 2019 · 1 min read अधूरे ख्वाब! नहीं चाहिए मुकम्मल जहां, कुछ ख्वाब अधूरे चाहिए, कागज पर फड़कने को , कुछ अल्फ़ाज़ अधूरे चाहिए, जब अंधेरी रातों में नींद उड़ जाती है, तेरे मेरे इश्क का अधूरापन... Hindi · कविता 1 243 Share Ranjeet Kumar 2 May 2019 · 1 min read लिख दूं क्या शायरी में??? मेरे शब्द कम पड़ गए तेरी शिकायतें लिखते- लिखते, बोल न, तुझे किया प्यार लिख दूं क्या शायरी में?? तुझसे इश्क मांगा था उम्र भर का, और कुछ हसीन पल... Hindi · कविता 1 505 Share Ranjeet Kumar 12 May 2019 · 1 min read "किस बात के साथ खड़े हो" आज एक भाई ने बात छेड़ दी नसरुद्दीन शाह साहब की, बोला कि जब हमलोग साथ खड़े हैं तो उनको डर किस बात का, उनको सभी धर्म के लोग नहीं... Hindi · कविता 1 297 Share Ranjeet Kumar 25 Oct 2022 · 1 min read एक दीये की दीवाली एक दीया उम्मीद का, एक चिराग़ उड़ान की, एक रौशनी की किरण, एक नई विहान की, एक चंद्रमा की सफेदी, बुझे दिल के मुस्कान की, एक सूरज की तपती गर्मी,... Hindi · कविता 231 Share Ranjeet Kumar 2 Apr 2022 · 1 min read उ बचपना कहाँ गईल दूध-भात के भरल कटोरा चीनी रोटी हाथ में, धुरी-गर्दा में लोटत बूतरू गुल्ली-डंडा साथ में, एक रन ला उ लड़ाई उ हंगामा कहाँ ग़ईल, ए हरी जे खोजत बानी उ... Bhojpuri · कविता 239 Share Ranjeet Kumar 1 Sep 2023 · 1 min read बैगन के तरकारी धर दुआर के चौखट ठूनकें छोटकी मंझिला रोये मार दहाड़ी, आ थारिया फेंक के राजा भगले, का करीं हे बलिहारी हाय रे बैंगन के तरकारी! ओन टोन से गोतिया बोले... Bhojpuri · कविता 234 Share Ranjeet Kumar 1 Jan 2022 · 1 min read सुनाई देती है चाहे भीतर कितनी ही कौतूहल हो चाहे खड़े सवालों का मिले न कोई हल हो, नदी के तट पर जब पानी की कल-कल सुनता हूँ उस स्वच्छंद पानी में तेरी... Hindi · कविता 394 Share Ranjeet Kumar 25 Dec 2021 · 1 min read ये कहाँ आ गये हम कहते हैं आज़ादी के बीते पिछतर साल, २१वीं सदी में बैठ के भी करते हम कमाल, अंधेरी कोठरी बंद हैं गुदड़ी के लाल, क़त्लों के सरदार मंत्री बने मुरारी लाल,... Hindi · कविता 385 Share Ranjeet Kumar 9 Nov 2021 · 1 min read बोली बिहार सुनी….. ऐ बहादुर सरकार जेकर बेटा के खोराकी माड़ भात नीमक, जेकर घर के दिवार के खा गेल दीमक, जब गरजी त माँगी आपन मूल अधिकार, सुने के पड़ी जब... Bhojpuri · कविता 551 Share Ranjeet Kumar 21 Oct 2021 · 1 min read जइसे चाँद निकले सज के आवे जइसे सज जाला खेत सरसो फूल से, हमर दिल तनी जोर से धड़क जाला हो, जइसे चाँद निकले बदरी के कोर से, घूंघट सरके त ओकर चेहरा... Bhojpuri · कविता 342 Share Ranjeet Kumar 21 Mar 2022 · 1 min read मुक्तक एक चाँद जो रूठा है मुग़ालता के बादल ओढ़ कर, संशय के पहाड़ों के पीछे जो डेरा बनाया है। संदेह हटाने को हर राज बताने को मिन्नतों से एक चाँद... Hindi · कविता 196 Share Ranjeet Kumar 21 Oct 2021 · 1 min read इश्क हर मोड़ पर हुआ इश्क हर मोड़ पर हर उम्र में हुआ, स्कुल के बेंच से लेकर, नदी के कोर पर हुआ। शांत परीक्षा हॉल से लेकर ट्रेन के शोर में भी हुआ, बासुरी... Hindi · कविता 268 Share Ranjeet Kumar 27 Aug 2021 · 2 min read आरक्षण:- भीख नही अधिकार ओ बाबू साहबों, कभी आओ हमारी गलियों में, देखो अव्यवस्था से ग्रसित हमारे कमरों को, जहाँ मच्छर से ज्यादा नेता खून चूसते हैं, लेकर हमारे वोट, हमीं को गाली की... Hindi · कविता 631 Share Ranjeet Kumar 16 Aug 2021 · 1 min read स्वतंत्रता दिवस मनायी जाये जिस देश का राजा मस्त हो, अपने सत्ता के अभिमानी में, जहाँ लोग गटकते हो भूख से, पारले जी बिस्कुट पानी में, जहाँ रोज शहीदों के अरमान, सड़कों पर पानी-पानी... Hindi · कविता 278 Share Ranjeet Kumar 2 Apr 2021 · 1 min read लोग लिखना तो चाहते हैं पर..... एक वेबसाइट से दूसरे वेबसाइट में घूमते हुए, सोशल मीडिया पर अपना अमूल्य समय बिताते हुए, मैं कुछ अजीब चीजे पाता हूँ, जो ठीक नहीं है या मुझे ठीक नहीं... Hindi · कविता 2 312 Share Ranjeet Kumar 14 Apr 2020 · 1 min read हम इश्क में...... हम इश्क में क्या होते हैं??? बेवकूफ?? हाँ ये सही है, तभी हमे छले जाने का आभास नही होता, मुह पर झूठ बोला जाता है लेकिन अहसास नहीं होता क्या... Hindi · कविता 267 Share