Ranjeet Kumar Language: Hindi 66 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Ranjeet Kumar 14 Apr 2020 · 1 min read हम इश्क में...... हम इश्क में क्या होते हैं??? बेवकूफ?? हाँ ये सही है, तभी हमे छले जाने का आभास नही होता, मुह पर झूठ बोला जाता है लेकिन अहसास नहीं होता क्या... Hindi · कविता 461 Share Ranjeet Kumar 14 Apr 2020 · 2 min read बाबा... मैं तुम्हारे बाप का भी बाप हूँ... ये बात बहुत बार सुनने को मिलती है, हंसी मजाक में कभी लड़ाई झगड़े में धमकाने के अंदाज में, पर इसका ताल्लुक "बाबा"... Hindi · कहानी 744 Share Ranjeet Kumar 10 Jun 2019 · 1 min read आज फिर तेरी याद आयी। बैठे बैठे छत के मुंडेर पर, अँधेरी डरावनी रात में, अचानक मेरी पलके भींग गयी जज्बात से, ऐसे उमड़े बदल की अश्को की बरसात आयी, आज फिर तेरी याद आयी।... Hindi · कविता 1 498 Share Ranjeet Kumar 31 May 2019 · 1 min read लाल क्रांति!! रोज जगता हूं सुबह की पहली किरण से पहले, आसमान के लाल होने से भी पहले, इस आश में कि, आसमान लाल होने से पहले, यहां इस जमीं पर फैले... Hindi · कविता 1 460 Share Ranjeet Kumar 27 May 2019 · 2 min read दूसरी जोड़ी!! आकाश ने आज घर की एक पुरानी आलमारी खोली, बहुत सारे पुराने समान निकले पर एक समान ऐसा निकला जिसे देखकर उसके चेहरे पर मुस्कान आ गई, उसके फेवरेट जूते... Hindi · लघु कथा 1 570 Share Ranjeet Kumar 24 May 2019 · 1 min read आवाम! चलो आज तुम्हे बधाई देते हैं!!! आवाम !चलो आज तुम्हे बधाई देते हैं, तुम्हारी बेरोजगारी को, तुम्हारी नकारेपन और निठ्ठलेपन को, तुम्हारी गुलाम मानसिकता को, खुश हो जाओ और तैयार रहो, गाय गोबर पर बहस के... Hindi · कविता 1 559 Share Ranjeet Kumar 20 May 2019 · 1 min read मुक्तक वफ़ा नफरत जो मिले, बिना शर्त लिए जा रहा हूं... जिंदगी को शतरंज समझ, श्य मात दिए जा रहा हूं...!! **** ना लिखने की शैली का ज्ञान, ना सही शब्द... Hindi · मुक्तक 1 526 Share Ranjeet Kumar 16 May 2019 · 1 min read मुक्तक चांदनी रात के साए में, यादों के पिटारे खुलते हैं, उमड़ते हैं बवंडर एहसासों के, फिर रात के आंसू निकलते हैं...!! **** जब सो जाते हैं सब बेफिक्र, दिल में... Hindi · मुक्तक 2 562 Share Ranjeet Kumar 15 May 2019 · 1 min read राजनीति के हाल! क्या कहें कि क्या हाल है राजनीति के, हर सवाल में बवाल है राजनीति के, गरीब मजदूरों के हाल चाल कौन पूछे? आम पपीते ही मुख्य सवाल है राजनीति के,... Hindi · कविता 1 415 Share Ranjeet Kumar 15 May 2019 · 1 min read सब ठीक तो है न? खिलखिलाते हंसी वाले चेहरे पर ये शिकन क्यों है? एक आजाद परिंदे के अंदर ये घुटन क्यों है? क्यों बैठे हो गुमसुम सी अंधेरे में? सब ठीक तो है न.....?... Hindi · कविता 2 494 Share Ranjeet Kumar 13 May 2019 · 2 min read गांव की पहली " TV " आज गांव के हर गलियों में सन्नाटा पसरा था, रोज बड़ी चहल पहल रहती थी, कहीं बच्चे कंचे खेलते हुए, कहीं गिल्ली डंडा तो कहीं लड़कियों का झुंड लुक्का छिपी... Hindi · लघु कथा 1 781 Share Ranjeet Kumar 12 May 2019 · 1 min read "किस बात के साथ खड़े हो" आज एक भाई ने बात छेड़ दी नसरुद्दीन शाह साहब की, बोला कि जब हमलोग साथ खड़े हैं तो उनको डर किस बात का, उनको सभी धर्म के लोग नहीं... Hindi · कविता 1 439 Share Ranjeet Kumar 12 May 2019 · 3 min read एक अहसास:- मां ना होने का। रजनी काकी सुबह होते ही पूरे गांव के एक चक्कर तो लगा ही लेती थी। कभी इसके घर कभी उसके घर, अपने घर में अकेली जो थी। मरद चार साल... Hindi · लघु कथा 1 453 Share Ranjeet Kumar 8 May 2019 · 1 min read मुक्तक तुम तड़प तो रहे हो पर किसी और के इंतजार में, और गलतफहमी में मै रोए जा रहा हूं!! / कितना भी कोशिश कर लो, पर हमसा गर मिले मोहब्बत... Hindi · मुक्तक 1 362 Share Ranjeet Kumar 7 May 2019 · 1 min read बोल न अब क्या करूं! हां! मेरे रग रग में फैली है तू और तेरी यादें, मेरी जिस्म का हर ज़र्रा जानता है तेरा अहसास, तेरे हर लफ्ज़ पर मर मिटती है मेरी सांसे, फिर... Hindi · कविता 1 731 Share Ranjeet Kumar 5 May 2019 · 2 min read सूझबूझ:- एक डॉक्टर की इस चुनाव के गरमा गरम माहौल में सभी नेता गण अपने अपने कार्यकर्ताओं के साथ जनता को लुभाने में लगे हैं और दिन रात मेहनत कर रहे हैं क्यों कि... Hindi · लघु कथा 1 371 Share Ranjeet Kumar 4 May 2019 · 3 min read मां की ममता मां आज स्कूल नहीं जाऊंगा, मेरे सभी दोस्तों ने आज क्रिकेट खेलने का प्लान बनाया है। बबलू ने दरवाजे के पीछे से बैट निकलते हुए बोला और बाहर जाने लगा।... Hindi · कहानी 1 710 Share Ranjeet Kumar 2 May 2019 · 1 min read लिख दूं क्या शायरी में??? मेरे शब्द कम पड़ गए तेरी शिकायतें लिखते- लिखते, बोल न, तुझे किया प्यार लिख दूं क्या शायरी में?? तुझसे इश्क मांगा था उम्र भर का, और कुछ हसीन पल... Hindi · कविता 1 729 Share Ranjeet Kumar 2 May 2019 · 1 min read अधूरे ख्वाब! नहीं चाहिए मुकम्मल जहां, कुछ ख्वाब अधूरे चाहिए, कागज पर फड़कने को , कुछ अल्फ़ाज़ अधूरे चाहिए, जब अंधेरी रातों में नींद उड़ जाती है, तेरे मेरे इश्क का अधूरापन... Hindi · कविता 1 406 Share Ranjeet Kumar 30 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक किताबों से दिल लगाए बैठे हैं, आसमान का ख्वाब सजाए बैठे हैं, कभी दिल्लगी भी बेशुमार की थी, अब मंजिल से दिल लगाए बैठे हैं!! Ranjeet..... Hindi · कविता 1 349 Share Ranjeet Kumar 30 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक मैं साथ हूं आपके ताउम्र, आप खुशियों से मुस्कुराया करो, कभी गम भी मिले जिंदगी में अगर, आप बेफिक्र मुस्कुराया करो, कभी रोऊं जो आपकी याद में, परी बनके ख्वाबों... Hindi · कविता 1 721 Share Ranjeet Kumar 27 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक खूबसूरत तो बला की है तू, जैसे आसमान की पारियां, पर मुझे तेरी रूह ने खींचा था, और तुझसे मोहब्बत हो गई थी!! Hindi · मुक्तक 1 530 Share Ranjeet Kumar 27 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक खुद जलते हो विरह वेदना में, हमें भी जलाते हो, रूठकर हमसे तुम भी अकेले में आंसू बहाते हो, मिलकर चलते हैं राही,मंजिल समान हो जिसमे, बेरुखी नाराजगी छोड़ो, हम... Hindi · मुक्तक 1 380 Share Ranjeet Kumar 27 Apr 2019 · 1 min read मुक्तक तुम्हारे लिए तो सब अपने हैं, तुम्हारा दिल भी सब के लिए, एक हम ही तुमसे मोहब्बत करके तुमसे दुश्मनी मोल ले ली!!! Hindi · कविता 1 536 Share Ranjeet Kumar 27 Apr 2019 · 1 min read अब बरसती नहीं आंखें। अब बरसती नहीं आंखें ना दिल रोता है, दर्द भरी शायरी ना मन को छूता है, हमने सीख लिया हुनर अपने गम छुपाने का, टूटे दिल के तार से नगमे... Hindi · कविता 1 708 Share Ranjeet Kumar 26 Apr 2019 · 1 min read बुड्ढा पीपल। मेरे गांव के बाहर एक पहरेदार खड़ा है, हर मौसम, हर समय बेपरवाह अडा है, कब से है न जानता कोई, शायद इसके उम्र का बचा न कोई, हर शक्स... Hindi · कविता 1 382 Share Ranjeet Kumar 26 Apr 2019 · 1 min read नदी के दो किनारे हम। नदी के दो किनारे हम, इस पार हम उस पार तुम, मुमकिन न अपना मेल पिया, अजब है किस्मत का खेल पिया, चलना है साथ में नदी के धार संग,... Hindi · कविता 1 367 Share Ranjeet Kumar 25 Apr 2019 · 1 min read कितने दिन हुए। कितने दिन हुए तुम्हे याद है क्या? जब हमने देखा था पहली बार एक दूसरे को, नज़रें मिली थी फिर दिल मिले, प्यार कब हुआ पता तक न चला, फिर... Hindi · कविता 1 396 Share Ranjeet Kumar 25 Apr 2019 · 1 min read गंगा का अपमान जो बहती थी पवित्रता लिए, अपने ही धुन में कल कल छल छल, जिसके पानी अमृत समान थे, जहां पवित्र होती थी आत्मा नहाकर, आज जहर लिए फिरती है, आगोश... Hindi · कविता 1 409 Share Ranjeet Kumar 24 Apr 2019 · 1 min read हाथों में विजयी की लकीरें हम हौसला रखते हैं उड़ने का, तलवार की धार पर रेस लगाने का, जमाने के विपरित तूफान लाने का, तकदीर का क्या है, हमें भरोसा है! हाथों में विजय की... Hindi · मुक्तक 1 488 Share Previous Page 2 Next