Utsav Kumar Aarya 116 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Utsav Kumar Aarya 22 May 2022 · 1 min read प्यारे पापा भूधर एक पिता के आनुषंगिक है, जिस प्रतिवर्णिक भूधर उत्तर से, आने वाली ठंडी हवाओं से, करते हमारी रक्षा है। पिता भी इसी प्रतिवर्णिक, हमें संकट में फँसा अंबक, भूधर... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 6 6 176 Share Utsav Kumar Aarya 23 Oct 2022 · 1 min read * बेटी की जिंदगी * बेटी की दर्दों को छोटी गलतियों से छुपाया जाता है, बड़ी कामयाबी को भी इनकी छोटी बताया जाता है, बेटी हर नखरें को आदेश समझ पालन करती हैं, थोड़े -... Hindi · कविता 6 139 Share Utsav Kumar Aarya 5 Jun 2022 · 1 min read आओ मिलकर वृक्ष लगाएँ आओ मिलकर वृक्ष लगाएँ , रत्नगर्भा को हरा भरा बनाएँ , फिर से कलित झाँकी सजाएँ , धरा को नव मुखाकृति दिलाएँ , पतझड़ वन को वसंत बनाएँ , आओ... Hindi · कविता 5 3 669 Share Utsav Kumar Aarya 6 Jun 2022 · 1 min read माटी प्रकृति का एक संरचना है माटी, पृथ्वी पर जीवन जीने का, एक निराला नींव है माटी, चित्रकला का एक संरचना है माटी। इस पृथ्वी पर हुए, सभी युद्धों का दृढ़ता... Hindi · कविता 4 3 399 Share Utsav Kumar Aarya 23 Oct 2022 · 2 min read *हिन्दी दिवस* संस्कृत के प्रस्फुटन से गढ़े , हिन्दी एक मधुर-सी भाषा है , इसका उच्चारण सही से करो तो , इससे अच्छी नहीं कोई भाषा है। याद करो उस लम्हा को... Hindi · कविता 4 2 150 Share Utsav Kumar Aarya 6 Feb 2022 · 1 min read मेरा प्यारा भारत देश सब देशों में निराला देश, मेरा प्यारा भारत देश । इसकी मिट्टी के कण-कण में, आतीं सोंधी-सी सुगंध, हरा भरा मैदानों वाला, वीरों की गाथाओं वाला, मेरा प्यारा भारत देश।... Hindi · कविता 3 1 1k Share Utsav Kumar Aarya 20 Mar 2022 · 1 min read पैसे की अहमियत पैसो से संप्राप्ति हमें, इशरत की जिन्दगी है, पर न संप्राप्ति हमें, अमन और चैन की जिन्दगी है। न रही ये दुनिया, अब पहले जैसी है, आज लोग रिश्तों को... Hindi · कविता 3 161 Share Utsav Kumar Aarya 22 May 2022 · 1 min read जल की अहमियत जल ही जीवन है इसके बिना ना कोय रह सकता जीवित है जल का महत्व समझ हमें ना इसे व्यर्थ करना होगा। प्यास लगने पर जब न मिलता है जल... Hindi · कविता 3 1k Share Utsav Kumar Aarya 13 Aug 2022 · 1 min read रक्षाबंधन भाई बहन के असीम प्रेम को फिर से अटूट गढ़ाता है , राखी की डोर कलाई पर , बहना की स्मरण दिलाती हैं। राखी को अवलोकन करने पर , लगता... Hindi · कविता 3 1 178 Share Utsav Kumar Aarya 30 Jan 2022 · 1 min read बेटियाँ पापा की परी होती है बेटियाँ, माँ की लाडली होती है बेटियाँ, भाई का प्यारी होती है बेटियाँ, बहन की सखी होती है बेटियाँ। बेटियाँ तो झेल लेती है सभी... Hindi · कविता 2 256 Share Utsav Kumar Aarya 30 Jan 2022 · 1 min read जल संरक्षित (काव्य) जीवन का नींव जल है, जल बिना न उत्तम कल है, बिना जल मरना पल-पल है, बूँद-बूँद संरक्षित करना जल है। बिना जल कोई भी प्राणवान, अंध पाए न वसुधा... Hindi · कविता 2 404 Share Utsav Kumar Aarya 1 Feb 2022 · 1 min read दोस्ती (काव्य) दोस्ती कड़वाहट से प्रारंभ हो तो चलती है अंत तक, लेकिन दोस्ती किसी मुनाफे से प्रारंभ हो तो चलती है न अंत तक। दोस्ती एक अनमोल रत्न है, जिसे न... Hindi · कविता 2 473 Share Utsav Kumar Aarya 3 Feb 2022 · 1 min read जिंदगी के पहलु (काव्य) व्यक्ति को अपने जीवन में, सफलता तभी मिलती है, जब वह जग को नहीं, स्वयं को भुनाना प्रारंभ करता है। स्वार्थ की दुनिया है, स्वार्थ का याराना, जिसे भी अवलोकन... Hindi · कविता 2 307 Share Utsav Kumar Aarya 5 Feb 2022 · 1 min read बचपन की यादें जब ना हो पढ़ाई की परवाह, निश्चित ना उस वक्त खाने का, जब ना देना पड़े कोई भी अंजाम, जब किया करते थे मनमानी, जब दूध पीने को मिलते थे... Hindi · कविता 2 456 Share Utsav Kumar Aarya 19 Mar 2022 · 1 min read बुद्धि वृहत् या बल जिंदगी में सदैव, बुद्धि की फतह होती है, इस उहापोह में, कभी ना रहना तुम। इस धरा के सभी प्राणी में, जिसको लब्धि बुद्धि है, कृतार्थ हो जाता उसका जीवन,... Hindi · कविता 2 146 Share Utsav Kumar Aarya 20 Mar 2022 · 1 min read बदलाव जिंदगी में सदैव, बदलाव हमे करना होगा, अपनी मंदा प्रवृत्ति को त्याग, नोनी प्रवृत्ति को अंगीकारना होगा, तथा हम लह सकते हैं, जीवन में अपने लक्ष्य को। किसी भी व्यक्ति... Hindi · कविता 2 294 Share Utsav Kumar Aarya 26 May 2022 · 1 min read घड़ी घड़ी ही एकल जगत में , सबसे पृथक दिखता है , इसके मनोवृत्ति में नहीं , पीछे मुड़कर निहारना है। राजा रंक हो या फकीर , उद्विग्नता नहीं करता ये... Hindi · कविता 2 294 Share Utsav Kumar Aarya 27 May 2022 · 1 min read फास्ट फूड फास्ट फूड के प्रसारण ने स्थानीय व्यंजन को मिटाया है जिससे होती क्षय हमें फिर भी ललक उन्ही की है उसी को कहते हैं फास्ट फूड। खट्टा,मीठा,नमकीन,तीत से लोगों का... Hindi · कविता 2 1 272 Share Utsav Kumar Aarya 31 May 2022 · 1 min read अपने मंजिल को पाऊँगा मैं एक निराट भरी पंथ में कॉंटे पुरोध थे हजार इस पंथ पर चलकर ही वेदना हजारों सहकर भी अपने मंजिल को पाऊँगा मैं। क्या हुआ मंजिल ना मिला? अघाकर विराजने... Hindi · कविता 2 421 Share Utsav Kumar Aarya 1 Jun 2022 · 1 min read ईमानदारी बेईमानी से अर्जित करते, अमीर लोग काला धन, पर ईमानदारी से अर्जित करते, गरीब लोग सफेद धन। जग में अमीर बनने से ना सम्प्राप्ति आबरू है जग में ईमानदार बनने... Hindi · कविता 2 436 Share Utsav Kumar Aarya 1 Jun 2022 · 1 min read परशुराम कर्ण संवाद राजवंशी सूर्य अंगज कर्ण कुंती अंगज होकर भी राधा को धात्री बतलाते हो सुत अंगज कहलाते हो। तू अश्रद्धालु,जलीय, कपटी ब्राह्मण का बाना धारण कर दग से खर बनाकर हमको... Hindi · कविता 2 1 1k Share Utsav Kumar Aarya 22 Jun 2022 · 1 min read भ्राता - भ्राता भ्राता की ग्रीवा कटतीं , भ्राता के कृपाणों से , भ्राता की जान मुरीदीं , भ्राता के नजरानों से। आलय का गुप्तचर आलय ढ़ाये , रावण और विभीषण द्वय भ्राता... Hindi · कविता 2 584 Share Utsav Kumar Aarya 16 Jul 2022 · 1 min read कुर्सी का खेल अतीत विगत समय बदला , कुछ न बदला तो वह है , रक्त रंजित कुर्सी का खेल , पहले सिंहासन तो अब कुर्सी । जालियावाला बाग जैसे हत्याकांड , इसी... Hindi · कविता 2 2 336 Share Utsav Kumar Aarya 18 Jul 2022 · 1 min read विधाता की परीक्षा हयात में एक जलप्लावन आँधी - तुफान गढ़ आता है , हमारे सर्व प्रमोदों को कहीं दूरस्थ उड़ा ले जाता है। इसका आना लिखित है पर,इसमें हमें अँदाना होगा ,... Hindi · कविता 2 128 Share Utsav Kumar Aarya 21 Jul 2022 · 1 min read वक्त वक्त - वक्त का खेल यहाँ , वक्त हमेशा भुनाता रहता , वक्त किसी का मोहताज नहीं , यह अग्रसर बढ़ते रहता है। लोक में वक्त निखिल आता है ,... Hindi · कविता 2 159 Share Utsav Kumar Aarya 21 Jul 2022 · 1 min read बस की यात्रा अभी न होगा मेरा अंत , अभी- अभी तो पदस्थ हुये चल पड़े मंजिल की ओर , एक दृढ़ संकल्प को लिये , अभी न होगा मेरा अंत | आह्वान,... Hindi · कविता 2 211 Share Utsav Kumar Aarya 21 Jul 2022 · 1 min read कोरोना आर्यावर्त की अर्थव्यवस्था पर , कोरोना का प्रचंड तासीर पड़ा , शार्गिदों का पढ़ाई - लिखाई , जैसे संसर्ग समाप्य कर दिया। कहाँ से आया, कैसे आया? कौन है ये,... Hindi · कविता 2 211 Share Utsav Kumar Aarya 2 Aug 2022 · 1 min read हम भाई - भाई थे आजादी सम्प्राप्ति से सर्वपूर्व , हिंदू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई , एक अचल बंधन में बँधे , हम भाई - भाई थे। आजादी सम्प्राप्ति के पश्चात , किस भ्रष्टाचारी मनुज ने... Hindi · कविता 2 159 Share Utsav Kumar Aarya 2 Aug 2022 · 1 min read स्वंय का दोषी उपपाद्य को आह्वान दे रहा , स्वयं स्वयं को विध्वंस कर रहा , स्वस्थ आहार को खाना कूल , अस्वस्थ आहार ग्रहण कर रहा। वसुधा का समूल नाश कर रहा... Hindi · कविता 2 161 Share Utsav Kumar Aarya 2 Aug 2022 · 1 min read गलत का परिणाम, गलत करने वालों का , होता सदैव गलत है , इनकी आत्मा को ना , कभी सम्प्राप्ति चैन है। गलत करने वाले मनुज , होते यहाँ संख्यातीत है , तभी... Hindi · कविता 2 509 Share Utsav Kumar Aarya 2 Aug 2022 · 1 min read चिट्ठियाँ आज के नूतन हयात में भी चिट्ठी की रिवाज प्रचलित है आर्यावर्त के भिन्न आलयों पर चिट्ठी ही एकल दूतत्व पहुँचाती । लेटरबॉक्स में होती चिड़ियाँ हर्ष - कष्ट का... Hindi · कविता 2 225 Share Utsav Kumar Aarya 6 Aug 2022 · 1 min read परिस्थति के अनुकूल अनमोल - सी चारु भव्य लोक में सर्व ढ़लते परिस्थिति के अनुकूल आस - पास परिवेश को अवलोक परिस्थिति को आभास लगाते बुजुर्ग हमे भी अपनी नूतन हयात में परिस्थति... Hindi · कविता 2 270 Share Utsav Kumar Aarya 5 Feb 2022 · 1 min read माँ सरस्वती भारती की देवी माँ सरस्वती, विद्या का भंडार माँ सरस्वती, संगीत की अधिष्ठात्री माँ सरस्वती, संक्रेंद्रण और ध्यान का प्रतीक माँ सरस्वती। जीवन में दूर कर अंधियारा, जीवन में उजियारा... Hindi · कविता 1 259 Share Utsav Kumar Aarya 12 Mar 2022 · 1 min read नारियाँ नारियों के बिना स्वर्ग-सा घर भी लगता सुना-सुना है घर में आती चंचलता है। जग को रोशन करती है नारियाँ वक्त आने पे हमारी रक्षा करती है नारियाँ। नारियों से... Hindi · कविता 1 178 Share Utsav Kumar Aarya 19 Mar 2022 · 1 min read मंजिल की तलाश एक मंजिल की तलाश में, चल पड़ा मैं पथिक बन, एक अनजान भरी राहों में, जिस राह पर चलकर ही, मनुष्यों ने दुनिया में, उर्ध्व अभिधान कमाया है। मंजिल सभी... Hindi · कविता 1 153 Share Utsav Kumar Aarya 20 Mar 2022 · 1 min read वायु वायु से ही जीवन है, वायु से ही इस धरा के, सभी प्राणी लेते हैं साँस, साँस हमे लेना है तो, वायु प्रदूषण कम करना होगा । मत करो प्रदूषित... Hindi · कविता 1 372 Share Utsav Kumar Aarya 20 Mar 2022 · 1 min read वर्षा प्राकृति की प्रतिभा है वर्षा, वर्षा के समय, मौसम सुहावना होता है, सुहावने मौसम में रिमझिम, बारिश की वीर्य स्खलित होना, वह कितना अनूठा झाँकी होता है।, वर्षा हमें प्रतिरक्षा... Hindi · कविता 1 177 Share Utsav Kumar Aarya 20 Mar 2022 · 1 min read एकता एकता में बड़ा बल होता है, आपस में एकता बनाने से, बढ़ती हमारी ताकत है, ताकत यदि बढ़ाना है तो, एकता हमें बनाना होगा। एकता ना होने के सबब, जातियों... Hindi · कविता 1 153 Share Utsav Kumar Aarya 20 Mar 2022 · 1 min read प्रतिस्पर्धा जीवन के हर मोड़ पर, प्रतिस्पर्धा तो निश्चित है, प्रतिस्पर्धा किए बगैर न, संप्राप्ति हमें सफलता है। दुनिया में किसी भी प्राणवान को, कुछ लहने के लिए, प्रतिस्पर्धा करनी पड़ती... Hindi · कविता 1 393 Share Utsav Kumar Aarya 20 Mar 2022 · 1 min read प्यारे पापा भूधर एक पिता के आनुषंगिक है, जिस प्रतिवर्णिक भूधर उत्तर से, आने वाली ठंडी हवाओं से, करते हमारी रक्षा है। पिता भी इसी प्रतिवर्णिक, हमें संकट में फँसा अंबक, भूधर... Hindi · कविता 1 120 Share Utsav Kumar Aarya 20 Mar 2022 · 1 min read युद्ध सृष्टि के विनाश का, सबसे बड़ा सबब है युद्ध, महाभारत और रामायण का युद्ध, सबसे बड़ा दृढ़ता है, सृष्टि के विनाश का। युद्ध में फतह किसी की हो, वेदना तो... Hindi · कविता 1 226 Share Utsav Kumar Aarya 12 Jun 2022 · 1 min read बाल श्रम विरोधी सब मिलकर प्रयास करें , बाल श्रम विरोधी बनें , हठात देश की यश बढ़ायें , बच्चों का भविष्य सवारें। बच्चों की शिक्षा का , हम उचित प्रबंध करें ,... Hindi · कविता 1 202 Share Utsav Kumar Aarya 22 Jun 2022 · 1 min read योगा जीवन में आरोग्य रहने का एक अमूल्य नींव है योगा, कलेवर की रुग्णतों को भगाने का कर्म करता योगा। योगा करने वाले मनुष्य कलेवर से ही नहीं बल्कि, काया -... Hindi · कविता 1 167 Share Utsav Kumar Aarya 22 Jun 2022 · 1 min read भारतवर्ष जहॉं के ऐसे अनमोल विचार , रंग-रुप,जाति-धर्म का न भेदभाव , जहॉं के चार महान क्रांतिकारी , बापू , नेहरू , शास्त्री ,कलाम , वो है भारतवर्ष हमारा। भारत मॉं... Hindi · कविता 1 785 Share Utsav Kumar Aarya 15 Jul 2022 · 1 min read पढ़ाई - लिखाई हम विद्यार्थियों की यही समस्या , पढ़ाई - लिखाई को समझते गुत्थी , पढ़ाई - लिखाई ही आश्रय होता , आजकल के लोक के नव्य हयात में। अलंकार , विभूति... Hindi · कविता 1 113 Share Utsav Kumar Aarya 15 Jul 2022 · 1 min read प्रिय गुरुवर ब्रह्मा की सबसे विचित्र प्रतिभा , जगत में होते प्रिय गुरुवर हैं , हर सार्थक मर्त्य के मद पर , होता गुरुवर का आशीर्वाद है। गुरुवर ही एक ऐसी ज्वाला... Hindi · कविता 1 129 Share Utsav Kumar Aarya 15 Jul 2022 · 1 min read वीर शहीद आओ मिलकर शोक मनायें , उन वीर शहीदों की यादों में , जिसने हमारी इसी स्वतंत्रता को , न्योछावर कर दी अपने श्वास। आओ मिलकर एक साथ सुने , उन... Hindi · कविता 1 116 Share Utsav Kumar Aarya 15 Jul 2022 · 1 min read मौसम गर्मी, सर्दी हो या बरसात , होता अनूठा रूप मौसम , प्रशांत मन से अवलोकन पर , कितना मनोहर लगता मौसम। मौसम से ही प्रशांत मत में , आती चंचलता... Hindi · कविता 1 118 Share Utsav Kumar Aarya 15 Jul 2022 · 1 min read धन - दौलत धन - दौलत मोहमाया है , रिश्तों में दूरियाँ डाला है , इससे न निपट मोह करना , ये हयात नष्ट कर डालता है। धन - दौलत का लिप्सा ही... Hindi · कविता 1 216 Share Utsav Kumar Aarya 15 Jul 2022 · 1 min read बेजुवान मित्र होते हमारे बेजुवान मित्र, पशु-पक्षी और कीट-पतंग, मत बनाओ इन्हें पराधीन, होते हमारे बेजुवान मित्र । मनुजों की रग - रग में , होता धब्बा देशद्रोही का , पर हमारे... Hindi · कविता 1 101 Share Page 1 Next