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Tag: कविता
23 posts
वो दिन भी क्या दिन थे
वो दिन भी क्या दिन थे
डॉ. एकान्त नेगी
किसी की बेवफाई ने
किसी की बेवफाई ने
डॉ. एकान्त नेगी
तुझसे दिल लगाने के बाद
तुझसे दिल लगाने के बाद
डॉ. एकान्त नेगी
प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद
प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद
डॉ. एकान्त नेगी
कम्बख्त सावन
कम्बख्त सावन
डॉ. एकान्त नेगी
मानव का मिजाज़
मानव का मिजाज़
डॉ. एकान्त नेगी
उनकी ही कमी खलती है
उनकी ही कमी खलती है
डॉ. एकान्त नेगी
मेरे कॉलेज की वह लड़की
मेरे कॉलेज की वह लड़की
डॉ. एकान्त नेगी
सफ़र का अंत
सफ़र का अंत
डॉ. एकान्त नेगी
और पंछी उड़ चला
और पंछी उड़ चला
डॉ. एकान्त नेगी
शायद यही लाइफ है
शायद यही लाइफ है
डॉ. एकान्त नेगी
गांव का बचपन
गांव का बचपन
डॉ. एकान्त नेगी
सावन और बचपन
सावन और बचपन
डॉ. एकान्त नेगी
इक आदत सी बन गई है
इक आदत सी बन गई है
डॉ. एकान्त नेगी
या तुझको याद करूं
या तुझको याद करूं
डॉ. एकान्त नेगी
बस यूँ ही तेरा ख्याल आ गया
बस यूँ ही तेरा ख्याल आ गया
डॉ. एकान्त नेगी
इक तेरी ही आरज़ू में
इक तेरी ही आरज़ू में
डॉ. एकान्त नेगी
हां मैं एक मजदूर हूं
हां मैं एक मजदूर हूं
डॉ. एकान्त नेगी
सबसे बड़ा दुख
सबसे बड़ा दुख
डॉ. एकान्त नेगी
सामंजस्य हमसे बिठाओगे कैसे
सामंजस्य हमसे बिठाओगे कैसे
डॉ. एकान्त नेगी
तुम्हारी याद आती है
तुम्हारी याद आती है
डॉ. एकान्त नेगी
बचपन फिर लौट कर ना आया
बचपन फिर लौट कर ना आया
डॉ. एकान्त नेगी
जनाब नशे में हैं
जनाब नशे में हैं
डॉ. एकान्त नेगी
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