Jyoti Khari Tag: कविता 42 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Jyoti Khari 19 Nov 2024 · 1 min read मायूसियों से भरे चेहरे...!!!! मायूसियों से भरे यहां सभी के चेहरे हैं बंदिशे हैं कुछ हमीं पर ,कुछ सामाजिक पहरे हैं कुछ जिंदगियों के घाव बड़े गहरे हैं ये तो दोहरे नक़ाब वाला ज़माना... Hindi · कविता 3 12 64 Share Jyoti Khari 7 Oct 2024 · 1 min read जपूं मैं राधेकृष्ण का नाम...!!!! जपूं मैं राधेकृष्ण का नाम... वृन्दावन हैं जिसका धाम।। रूप है निलांवर, घुंघराले से वो काले काले केश... मोर पंख सर पे साझे, पीताम्बर वाला वेश।। कमल जैसे नयन, अधरों... Hindi · कविता 3 2 68 Share Jyoti Khari 23 Oct 2023 · 1 min read काली स्याही के अनेक रंग....!!!!! ये काली स्याही की कलम.... ना जाने कितने रंगों से रूबरू कराती है , खुद बेरंग होकर हमको जिंदगी के हजारो रंग दे जाती है।। कभी कोई फसाना.... कभी मोहब्बत... Hindi · कविता 20 17 455 Share Jyoti Khari 20 Jul 2023 · 2 min read जीवन मार्ग आसान है...!!!! जीवन मार्ग आसान है... मुस्कुराते रहो - क्योंकि जीवन का अर्थ ये नन्ही- सी मुस्कान है... जीवन मार्ग आसान है।। कहीं पर एक माँ बिता देती है अपना जीवन त्याग... Hindi · कविता 12 15 490 Share Jyoti Khari 20 Jul 2023 · 1 min read होंगे ही जीवन में संघर्ष विध्वंसक...!!!! होंगे ही जीवन में संघर्ष विध्वंसक... होंगे ही घात हिंसक।। किंतु मृदुल भूमि में हम कहां जन्मे हैं- बस कर्म करेंगे और लड़ेंगे... हम इस जीवन समर के रण में... Hindi · कविता 5 2 362 Share Jyoti Khari 20 Jul 2023 · 1 min read संस्कारों और वीरों की धरा...!!!! जहां भगत सिंह जैसे... माटी की खातिर रस्सियों पर झूल गए।। जहां दुश्मनों को माफ करा हमने... और उनकी गलतियों को भूल गए।। हम उन महापुरुषों की संतान है ...... Hindi · कविता 4 2 236 Share Jyoti Khari 20 Jul 2023 · 1 min read अनन्त तक चलना होगा...!!!! जीवन पथ पर... बस अनन्त तक इन कदमों से चलना होगा।। कर लो पुरुषार्थ यौवन में... फ़िर शरीर को ढलना होगा- बस अनन्त तक इन कदमों से चलना होगा।। जैसे... Hindi · कविता 6 4 352 Share Jyoti Khari 20 Jul 2023 · 2 min read तभी तो असाधारण ये कहानी होगी...!!!!! होंगे जब जीवन में संघर्ष अपरिमित... तभी तो असाधारण ये कहानी होगी, गिर कर उठना उठ कर गिरना खून में ऐसी रवानी होगी। यादों के बिना क्या लुत्फ़ इस सफ़र... Hindi · कविता 4 323 Share Jyoti Khari 19 Jul 2023 · 1 min read बुलंदियों से भरे हौसलें...!!!! जब राह के काटें भी पग को छलनी कर जाएं... जब आसमां में ऊँचा उड़कर फ़िर नीचे गिर जाएं।। जब आशाओं की सारी किरणें कहीं विलुप्त हो जाएं... जब सफ़लता... Hindi · कविता 4 2 301 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read होठों की ख़ामोशी तक का सफ़र…!!!! दिल की आवाज का… होठों की खामोशी तक का एक सफ़र रहा। बाद जाने के उनके… कुछ ऐसा ये असर रहा। इस रिश्ते की डोर में गांठें ही गांठें पड़ी... Poetry Writing Challenge · कविता 2 323 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read पहचान है बाकी…!!!! अरमानों का टूटा हुआ खाली मकान है बाकी… विस्मृति की बाहों में यादें हैं , और कुछ निशान है बाकी… किस गुरुर में जी रहा है वो – वक्त को... Poetry Writing Challenge · कविता 2 222 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 2 min read दिल ये एक अंधेरा घर हो गया…!!!! दिल ये एक अंधेरा घर हो गया… पनाहों में जो था कभी उसी पर वार करके, आज उनको भी सबर हो गया… एक वो पीर है जो ज़र्रे- ज़र्रे में... Poetry Writing Challenge · कविता 2 325 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 2 min read माँ की परिभाषा मैं दूँ कैसे? माँ की परिभाषा मैं दूँ कैसे? एक शब्द में कहूं माँ तो वो है, स्वयं भगवान हों जैसे। माँ सृजनकृता है, माँ विघ्नहर्ता है। माँ तुलसी जैसी पवित्र है, माँ... Poetry Writing Challenge · कविता 1 317 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read काश मेरा बचपन फिर आता...!!!! काश मेरा बचपन फिर आता…. दिल खुशियों से भर जाता। बचपन की जब होती है बातें…. अचानक ही यूँ याद आ जाते हैं, वो दिन, वो शरारतों भरी रातें। उस... Poetry Writing Challenge · कविता 1 192 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read बहन के लिए दिल से निकलती दुआ...!!!! मेरी प्यारी बहना आपके अंदर, एक अनोखी बात है। सच में, आपके अंदर कुछ तो खास है। आपकी भाषा में….. मुझे विविधता मिलती है। लेकिन, फिर भी इसमें कुछ भी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 273 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read जन्मदिवस पर भाई को शुभकामनाएं...!!!! आया है आज फिर ये खूबसूरत सा- दिन… मुबारक हो भाई तुम्हें ये तुम्हारा जन्मदिन। मिले तुम्हें ढेरों उपहार… प्रेम मिले प्रतिक्षण अपार। भविष्य हो तुम्हारा सुनहरा… अपनों के प्रति... Poetry Writing Challenge · कविता 1 207 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read माँ: खूबसूरत अहसास...!!!! कभी छोटे थे….. बचपन था, नादानी थी। आज जब वक़्त के तराजू में खुद को देखा…… तो पाया, बची थी बचपन की वो यादें, कुछ माँ के प्यार की निशानी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 289 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read रक्षा- बंधन...!!!! रेशम की डोर का है यह बंधन हर सावन में आए नाम है इसका रक्षाबंधन राखी सिर्फ धागा नहीं एक विश्वास होती है बहन आएगी राखी पर भाई की ये... Poetry Writing Challenge · कविता 1 396 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 1 min read पिता:एक अनूठी अभिव्यक्ति...!!!! पिता ने संघर्षों को चुना या संघर्षों ने पिता को चुना… यह मैं आज तक ना समझ पायी। बस इतना मालूम है… पिता ही हैं जिनके कारण, मेरे जीवन में... Poetry Writing Challenge · कविता 1 280 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 2 min read वीर शहीदों की कुर्बानी…!!!! यारों आज फ़िर से याद किया जाए… क्यों ना वही इतिहास दोहरा दिया जाए। इतिहास की इमारतें देखते हैं हम… देखते हैं उनकी उस निशानी को। फिर क्यों हम लोगों... Poetry Writing Challenge · कविता 3 325 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 2 min read चलो खुद के अंदर आज हम एक दीपक जलाएँ…. चलो खुद के अंदर… आज हम एक दीपक जलाएं, अपने अंदर बसे अंधकार को प्रज्वलित लौ से मिटाएं। मनुष्यता का धर्म हम कुछ तो अपनाएं… सिर्फ मर्यादा पुरुषोत्तम राम की... Poetry Writing Challenge · कविता 2 109 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 2 min read बेजुबां जीव...।।। बेजुबां की है एक ये दास्तां…… था कुछ ऐसा उसके जीवन का कारवां। रोज़ आता है वो घर पर….. स्नेहपूर्ण आँखों से है देखता, रोटी की आस लेकर, वो हमारे... Poetry Writing Challenge · कविता 1 85 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 2 min read द माउंट मैन: दशरथ मांझी बिहार के गहलौर में जन्मा था एक व्यक्तित्व महान, दशरथ मांझी था उसका नाम। पत्नी की आकस्मिक मौत से, उठ रहा था जिसके हृदय में सागर का तूफान। विषम परिस्थिति... Poetry Writing Challenge · कविता 1 148 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 2 min read नारी जागरूकता...!!! सड़कों पर चीर हरण होता है, बेटियों का मरण होता है। अभी भी हैं दुर्योधन, दुशासन, अभी भी है अधर्मी शासन। बेटियों को अब द्रौपदी नहीं काली बनना है, क्योंकि….... Poetry Writing Challenge · कविता 1 86 Share Jyoti Khari 9 Jun 2023 · 2 min read चौवालीस दिन का नर्क (जुन्को फुरुता) //Forty-four days of hell…. जिंदगी जीना उसके लिए दुश्वार था, चौवालीस दिन ना जाने कैसे झेला उसने वो वार था। 17 साल की बच्ची के साथ… खेल जीवन ने खेला या कुदरत ने मालूम... Poetry Writing Challenge · कविता 1 145 Share Jyoti Khari 26 Jan 2023 · 2 min read वीर शहीदों की कुर्बानी...!!!! यारों आज फ़िर से याद किया जाए... क्यों ना वही इतिहास दोहरा दिया जाए। इतिहास की इमारतें देखते हैं हम... देखते हैं उनकी उस निशानी को। फिर क्यों हम लोगों... Hindi · कविता 4 4 474 Share Jyoti Khari 11 Jan 2023 · 2 min read नारी जागरूकता सड़कों पर चीर हरण होता है, बेटियों का मरण होता है। अभी भी हैं दुर्योधन, दुशासन, अभी भी है अधर्मी शासन। बेटियों को अब द्रौपदी नहीं काली बनना है, क्योंकि....... Hindi · कविता 6 2 271 Share Jyoti Khari 11 Jan 2023 · 2 min read चौवालीस दिन का नर्क (जुन्को फुरुता) //Forty-four days of hell.... जिंदगी जीना उसके लिए दुश्वार था, चौवालीस दिन ना जाने कैसे झेला उसने वो वार था। 17 साल की बच्ची के साथ... खेल जीवन ने खेला या कुदरत ने मालूम... Hindi · कविता 4 4 340 Share Jyoti Khari 10 Jan 2023 · 2 min read मेरी जिंदगी जिंदगी में गम इतने आए कि अब लगने लगा कहीं ना कहीं खुशियों से नाराज है मेरी जिंदगी अपनों के बिछड़ जाने के बाद एहसास हुआ अपनों के प्यार की... Hindi · कविता 4 126 Share Jyoti Khari 24 Oct 2022 · 2 min read चलो खुद के अंदर आज हम एक दीपक जलाएँ... चलो खुद के अंदर... आज हम एक दीपक जलाएं, अपने अंदर बसे अंधकार को प्रज्वलित लौ से मिटाएं। मनुष्यता का धर्म हम कुछ तो अपनाएं... सिर्फ मर्यादा पुरुषोत्तम राम की... Hindi · कविता 20 16 289 Share Jyoti Khari 18 Sep 2022 · 1 min read अच्छा आहार, अच्छा स्वास्थ्य ग्रहण करो अच्छा आहार, दूर होंगे सभी विकार। शक्ति का भंडार है आहार पौष्टिक, लगते हैं यह अति स्वादिष्ट। खाओगे जब तुम प्रतिदिन फल, होगा तुम्हारा अच्छा शरीर और अच्छा... Hindi · कविता 12 6 4k Share Jyoti Khari 15 Aug 2022 · 1 min read हमारी मातृभूमि: हिंदुस्तान हिंदुस्तान में एक अनोखी बात है सच में इसमें कुछ तो खास है भारत में विविधता पाई जाती है इसी विविधता में एकता की सच्चाई दिखाई जाती है यहां देख... Hindi · कविता 12 6 258 Share Jyoti Khari 11 Aug 2022 · 1 min read रक्षा- बंधन रेशम की डोर का है यह बंधन हर सावन में आए नाम है इसका रक्षाबंधन राखी सिर्फ धागा नहीं एक विश्वास होती है बहन आएगी राखी पर भाई की ये... Hindi · कविता 9 4 321 Share Jyoti Khari 18 Jul 2022 · 2 min read द माउंट मैन: दशरथ मांझी बिहार के गहलौर में जन्मा था एक व्यक्तित्व महान, दशरथ मांझी था उसका नाम। पत्नी की आकस्मिक मौत से, उठ रहा था जिसके हृदय में सागर का तूफान। विषम परिस्थिति... Hindi · कविता 15 12 1k Share Jyoti Khari 25 Jun 2022 · 1 min read जन्मदिवस पर भाई को शुभकामनाएं आया है आज फिर ये खूबसूरत सा- दिन... मुबारक हो भाई तुम्हें ये तुम्हारा जन्मदिन। मिले तुम्हें ढेरों उपहार... प्रेम मिले प्रतिक्षण अपार। भविष्य हो तुम्हारा सुनहरा... अपनों के प्रति... Hindi · कविता 10 12 344 Share Jyoti Khari 8 Jun 2022 · 1 min read पिता:एक अनूठी अभिव्यक्ति पिता ने संघर्षों को चुना या संघर्षों ने पिता को चुना... यह मैं आज तक ना समझ पायी। बस इतना मालूम है... पिता ही हैं जिनके कारण, मेरे जीवन में... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 20 42 773 Share Jyoti Khari 9 May 2022 · 3 min read माँ की परिभाषा मैं दूँ कैसे? माँ की परिभाषा मैं दूँ कैसे? एक शब्द में कहूँ, माँ तो वो है..... स्वयं भगवान हो जैसे। माँ सृजनकर्ता है, माँ विघ्नहर्ता है। माँ तुलसी जैसी पवित्र है.... माँ... Hindi · कविता 18 21 2k Share Jyoti Khari 9 May 2022 · 1 min read माँ: खूबसूरत अहसास कभी छोटे थे..... बचपन था, नादानी थी। आज जब वक़्त के तराजू में खुद को देखा...... तो पाया, बची थी बचपन की वो यादें, कुछ माँ के प्यार की निशानी... Hindi · कविता 16 19 762 Share Jyoti Khari 5 May 2022 · 2 min read बेजुबां जीव बेजुबां की है एक ये दास्तां...... था कुछ ऐसा उसके जीवन का कारवां। रोज़ आता है वो घर पर..... स्नेहपूर्ण आँखों से है देखता, रोटी की आस लेकर, वो हमारे... Hindi · कविता 17 12 635 Share Jyoti Khari 5 May 2022 · 4 min read पिता:सम्पूर्ण ब्रह्मांड जब हम छोटे थे, गिरते थे, कदम लड़खड़ाते थे। तब वो पिता ही थे, जो हाथ थामकर चलना हमें सिखाते थे। हमारी नन्ही- सी मुस्कान के लिए, घोड़ा बनकर पीठ... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 21 22 1k Share Jyoti Khari 4 May 2022 · 4 min read पिता:सम्पूर्ण ब्रह्मांड जब हम छोटे थे..... गिरते थे, कदम लड़खड़ाते थे। तब वो पिता ही थे..... जो हाथ थामकर चलना हमें सिखाते थे। हमारी नन्ही- सी मुस्कान के लिए..... घोड़ा बनकर पीठ... Hindi · कविता 22 20 784 Share Jyoti Khari 2 May 2022 · 1 min read बहन के लिए दिल से निकलती दुआ मेरी प्यारी बहना आपके अंदर, एक अनोखी बात है। सच में, आपके अंदर कुछ तो खास है। आपकी भाषा में..... मुझे विविधता मिलती है। लेकिन, फिर भी इसमें कुछ भी... Hindi · कविता 17 21 445 Share