Kavita Chouhan Language: Hindi 222 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Kavita Chouhan 15 Oct 2023 · 1 min read ****माता रानी आई **** ****माता रानी आई**** लाल लाल चुनरिया सजाई शेर पे सवार हो माँ आई उग आये हरे भरे जवारे जय माता दी सब पुकारें। हलवा,पूड़ी साग बनाऊँ मैया को क्या भोग... Hindi · कविता · चौपाई · माता रानी · शारदीय नवरात्रा 360 Share Kavita Chouhan 9 Oct 2023 · 1 min read *****जीवन रंग***** जीवन ये हर रंग दिखलाता हर्ष तो कभी दर्द दे जाता पाठशाला ये है अनोखी सबकी धैर्य परीक्षा होती। है सफल वही गुणीजन बड़ा परिश्रम जिसके हाथों जड़ा थककर कभी... Hindi · कविता · हिंदी कविताएं 2 175 Share Kavita Chouhan 2 Oct 2023 · 1 min read लाल बहादुर शास्त्री भारत माँ का एक लाल वीर सपूत महान जिसका नारा था ये जय जवान जय किसान। था छोटी कद काठी का व्यक्तित्व था यूँ विशाल जनजन को ऊर्जा देकर किया... Hindi · Lal Bahadur Shastri · Poem 234 Share Kavita Chouhan 2 Oct 2023 · 1 min read बापू गाँधी राष्ट्रपिता वो कहलाते बच्चे उनको बापू बुलाते सत्य,अहिंसा का पाठ पढ़ाया यूँ देश को आज़ाद कराया। जीते थे सदा जीवन सादा देश से किया था इक वादा था तनमन जीवन... Hindi · कविता · महात्मा गाँधी 265 Share Kavita Chouhan 29 Sep 2023 · 1 min read *****श्राद्ध कर्म***** छोड़ आये लोक वो अपना भूले बिसरे रिश्ते निभाने रह गई कोई आस अधूरी आये उसको अपना बनाने। क्षुधा उनकी अब तृप्त करें अंजुनी में थोड़ा जल भरें पिंडदान और... Hindi · कविता · पितरों पर कविता · श्राद्धकर्म 1 218 Share Kavita Chouhan 28 Sep 2023 · 1 min read अगले बरस जल्दी आना अगले बरस जल्दी आना... दिन ये कितने पावन से थे पल वो सारे मनभावन थे मंगलमय घड़ियाँ फिर लाना अगले बरस तुम जल्दी आना। सजी पूजा आरती थाली मुखड़े पर... Hindi · -बरवै छन्द · कविता · गणेश · चौपाई 1 203 Share Kavita Chouhan 25 Sep 2023 · 1 min read चुन लेना राह से काँटे चुन लेना राह से काँटे.... चुन लेना राह से काँटे हवायें भी हिलोर देना द्वारे चंदा भी चमचमायेगा प्रेम छवि हिय में उकेर देना क्षीण हुई कंटिल पथ पर चलते... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 2 175 Share Kavita Chouhan 19 Sep 2023 · 1 min read *****गणेश आये***** *****गणेश आये***** रूनझुन सी पायलिया बाजे नन्हें नन्हें कदमों से चलके सारे जग में धूम मचाने सबके दुलारे गणेश आये। विघ्नेश, मंगलकर्ता,सिद्धिदाता भक्त के वे ही भाग्य विधाता वक्रतुंड,एकदंत कहलाते... Hindi · Ganesh Chaturthi · Hindi Poetry · चौपाई · छंदबद्ध काव्य 1 160 Share Kavita Chouhan 7 Sep 2023 · 1 min read ***कृष्णा *** टूट गयी यूँ बेड़ियाँ सारी आये धरा पे कृष्ण कन्हाई वासुदेव कान्हा को छुपाये यमुना विकराल रूप दिखाये देवकी वसुदेव भय से कँपते कारागार में थमते छुपते दुष्ट कंस ने... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · जन्माष्टमी कविता · जन्माष्टमी पर्व है आया 339 Share Kavita Chouhan 5 Sep 2023 · 1 min read ****शिक्षक**** शिक्षक.... जीवन मे पथ नया दिखलाके शिखर तक उसने पहुँचाया अँधियारो में इक दीप बनके भर दिया जीवन मे उजियारा। अक्षर ज्ञान,गिनती पहाड़े इक, दहाई, सैकड़ा,हज़ारे शब्द वे सारे यूँ... Hindi · कविता · चौपाइयाँ · शिक्षक दिवस 166 Share Kavita Chouhan 23 Aug 2023 · 1 min read चन्द्रयान पहुँचा नभ चन्द्रयान है बढ़ाई देश की शान इतिहास साक्षी बनेगा अतुलनीय योगदान गूँज रही चारों दिशाएँ फहराया ऐसा ध्वज हैरत में संसार सारा हुआ आज भाल उन्नत भारत की... Hindi · कविता · चन्द्रयान · दोहे 1 112 Share Kavita Chouhan 15 Aug 2023 · 1 min read *****आज़ादी***** आज़ादी की अमर कहानी वीर सपूतों ने सिखलाई मातृभूमि की रक्षा के लिए माटी रक्त से रंग आई शहीदों की वो थी कुर्बानी बच्चे बूढ़े सबकी ज़ुबानी दमक उठा हर... Hindi · कविता · चौपाई · स्वतंत्रता दिवस 138 Share Kavita Chouhan 6 Aug 2023 · 1 min read *****राम नाम***** राम से बड़ा राम नाम जपना सदा राम राम कृपालु दया निधान करत हित कल्याण हॄदय राम ध्यान तेहिं सर्वस्वं मान राम उजियारा समान नियत कर्म विधान हे दशरथ नन्दन... Hindi · अखंड हिंदू राष्ट्र · कविता · घनाक्षरी · जय श्री राम 599 Share Kavita Chouhan 23 Jul 2023 · 1 min read चन्द्रशेखर आज़ाद... चन्द्रशेखर आज़ाद जिसने फिरंगियों को ललकारा भारत का वो सपूत न्यारा गोली थी सीने पर खाई वीरता यूँ अंनत दिखलाई सिंह सी तीव्र गर्जन से उठा दम्भ फिरंगियों का फिर... Hindi · -बरवै छन्द · कविता · चन्द्रशेखर आज़ाद · चौपाई 130 Share Kavita Chouhan 21 Jul 2023 · 1 min read द्रोपदी फिर..... द्रोपदी फिर त्रस्त हुई भरी सभा मे निर्वस्त्र हुई है दुर्योधन दुश्शासन खड़े विकराल हँसी हँसते बड़े थे सभा सैकड़ों लोग खड़े चुप थे या मृत बेहोश पड़े निरीह जीव... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · चौपाई · छंद 226 Share Kavita Chouhan 19 Jul 2023 · 1 min read राजाधिराज महाकाल...... राजाधिराज महाकाल...... प्रजा का यूँ हाल जानने जनजन का वो भाव मानने सब झूमे नाचे और गाये राजाधिराज महाकाल आये। महाकाल के स्वरूप निराले कितने पावन ओज वाले धरा दीप्ति... Hindi · कविता · चौपाई · जय महाकाल · महाकाल 1 414 Share Kavita Chouhan 17 Jul 2023 · 1 min read करती पुकार वसुंधरा..... करती पुकार वसुंधरा..... करती फिर पुकार वसुंधरा प्रकृति को रखें हरा भरा बहुतायत वृक्ष लगाओ धरा को तुम स्वर्ग बनाओ स्याह मेघों ने झड़ी लगाई टिप टिप बूंदे अमृत बरसाई... Hindi · कविता · चौपाई · हरियाली · हरियाली अमावस्या 1 176 Share Kavita Chouhan 15 Jul 2023 · 1 min read फ़ितरत हर जन की बहु जरूरत मालिक परखता नियत सत्कर्म से मिले बरकत कौन जानता फितरत। बुरे समय हो पहचान राह न ये आसान वक्त की प्रतिपल करवट कौन जानता फितरत... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · फितरत · बदलती फितरत · हिंदी कविताएं 5 214 Share Kavita Chouhan 10 Jul 2023 · 1 min read ******शिव****** ********शिव******** शिव तो है अंनत अविनाशी विराजे विश्वनाथ काशी महिमा तेरी बड़ी निराली करते सदा नन्दी की सवारी भाल पे सुंदर चन्द्र साजे गंगाधर बन गंगा को थामे कभी त्रिलोकी... Hindi · आधुनिक कविता · कविता-हिन्दी · महादेव · शिव 1 159 Share Kavita Chouhan 6 Jul 2023 · 1 min read *****वो इक पल***** वो इक पल..... छूट गया वो पल यूँ रफ्ता बिखरा जैसे कि टूटा पत्ता निशां सा बाकी रह गया कहीं शायद कुछ तो था छूटा यहीं वो लाली झंकार अब... Hindi · कविता · विरह गीत 1 2 134 Share Kavita Chouhan 10 Jun 2023 · 1 min read दीप्ति दीप्ति.... रवि ने प्रखर दीप्ति बिखराई तीक्ष्ण किरणों ने तपन बढाई ग्रीष्म ने भीषण रूप दिखाया ज्येष्ठ का मास है आया। शुष्क हवाएँ उष्ण हो ढली धूप संग लू भी... Hindi · कविता · हिंदी कविता 252 Share Kavita Chouhan 5 Jun 2023 · 1 min read धरा धरा करुण क्रन्दन करती प्रतिक्षण पीड़ा से तड़पती रसायनों को रोकना होगा प्रकृति को सहेजना होगा आओ मिलकर ये प्रण करें माँ धरती की हम गोद भरें हरी-भरी धानी चुनर... Hindi · कविता · पर्यावरण · पर्यावरण दिवस विशेष 1 1 363 Share Kavita Chouhan 26 May 2023 · 1 min read भीड़ में हाथ छोड़ दिया.... भीड़ में हाथ छोड़ दिया.... कभी देखता इधर उधर था विचरता इस गली उस डगर था इक विश्वास को ही तोड़ दिया भीड़ में यूँ हाथ छोड़ दिया। चहुँ ओर... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 241 Share Kavita Chouhan 24 May 2023 · 1 min read मुट्ठी भर आस मुट्ठी भर आस रहने दो विश्वास तनिक सा ही सही नयनो के इस सूक्ष्म उपांत में इक नवीन उजास रहने दो तिमिर सघन गहरा भी होगा पथ अनाम अविच्छिन्न बनेगा... Hindi · उल्लाला छंद · कविता · चौपाई · छंदबद्ध काव्य 1 1 264 Share Kavita Chouhan 14 May 2023 · 1 min read माँ माँ बिन सूना संसार हॄदय संचित दुलार ईश्वर न था धरा पर दिया अमूल्य उपहार माँ की ममता महान विधाता तुल्य स्थान आँचल स्नेह संचित न हो कोई माँ से... Hindi · कविता · माँ की यादें 200 Share Kavita Chouhan 10 May 2023 · 1 min read व्यथा कैसी ये व्यथा अजब हॄदय करता करुण क्रन्दन प्रतिपल विकल अंतस्तल कथा निर्गत सूखे नीड अवलोकित कर सिहर जाता हिय उदधि कंज के संग संग हर्षित हो प्राण प्रिय अधर... Hindi · कविता · छंदबद्ध काव्य · दोहा · दोहा छंद 389 Share Kavita Chouhan 7 May 2023 · 1 min read मारुति धरे जनेऊ हाथ ले सोटा द्वारे कोऊ बड़ा न छोटा वानर मुख वज्र सी काया विचित्र, निराली ताकी माया देख्यो रमणीक लाल गेंद सो झटपट निगल ही लियो रवि को... Hindi · कविता · जय हनुमान · मारुति 1 216 Share Kavita Chouhan 25 Apr 2023 · 1 min read साँवरिया तुम कब आओगे साँवरिया तुम कब आओगे बाॅसुरी की वही सुरीली तान अब सबको सुनाओगे फिर वही दुर्योधन दुश्शासन रण में सीना तान के खड़े हँसतें मुख से विकराल हँसी संहार उनका कर... Hindi · Hindi Poetry · Humour · Poem 404 Share Kavita Chouhan 20 Apr 2023 · 1 min read रात हुई गहरी रात हुई गहरी सी काली दूर हुई निसदिन लाली परिंदों ने पंख फड़फड़ाए नभ में भी तारे दिखलाये जुगनू निशा से बतियाते छिपते तो कभी चमचमाते शशि नभ से गुपचुप... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 430 Share Kavita Chouhan 19 Apr 2023 · 1 min read हे कलम हे कलम तुम जब भी लिखना इक अद्भुत बात लिखना चमत्कार कुछ नया करके एक अजब इतिहास लिखना। दुखी हॄदय का क्रंदन लिखना किसी पीड़ित का बंधन लिखना न केवल... Hindi · Humour · Motivation · Poem 225 Share Kavita Chouhan 18 Apr 2023 · 1 min read हम दो अंजाने कल तक हम दो अंजाने थे कुछ अजनबी बेगाने थे तकदीर ने हमे मिलाया इक दूजे का साथी बनाया। हाथों में यूँ हाथ थमाए किस्मत ने अजब रंग दिखलाये कभी... Hindi · कविता · कविता/गीतिका 385 Share Kavita Chouhan 12 Apr 2023 · 1 min read हम साथ साथ चलेंगे फिर वो नई इक आस होगी टिमटिमायेगा हर सितारा जुगनुओं से रोशन रात होगी आज वो अनोखी बात होगी मुझे दीप फिर जलाना है रात अंधेरी रोशन करना है चाँद... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · प्रेमकविता 429 Share Kavita Chouhan 5 Apr 2023 · 1 min read वो राह देखती होगी नित भोर के चले आते ही चहुँ ओर वो पथ निहारती एकटक ओटले पर बैठे वो तब राह देखती होगी काम से टूटी शिथिल काया थकन से चूर चूर होके... Hindi · कविता · चौपाई · छंद 1 438 Share Kavita Chouhan 30 Mar 2023 · 1 min read श्री राम त्याग सब सुख वन को रहन गए निधि,सम्पति, को भूल विभक्त रहे तनिक स्वार्थ न रहा मन उनके राज,पाठ छोड़ रघुवर गए। संग थी जानकी लछिमन भ्राता कर्म को मान... Hindi · कविता · जय श्री राम 199 Share Kavita Chouhan 12 Mar 2023 · 1 min read होली का त्यौहार गूँज वो पिचकारी की रंगों की बौछार राधा की उम्मीदें किशन का सारा प्यार पकवानों की खुशबू खुशियों की बहार मतवालों की टोली रंग बिरंगी जलधार भाँग,ठंडाई की मस्ती अपनों... Hindi · कविता · दोहा · होली 173 Share Kavita Chouhan 8 Mar 2023 · 1 min read वो इक नदी सी वो इक नदी सी...... वो इक नदी सी अल्हड़ इक हिरनी सी चंचल सहज सी कभी प्रमुदित प्रखर किरणों संग उदित कभी सरल कहीं निरुपम उपहार इक अनुपम चित मनोरमय... Hindi · कविता · नारी व्यथा · नारी शक्ति 1 178 Share Kavita Chouhan 6 Mar 2023 · 1 min read आई होली मतवालों की चली रे टोली फागुन की फिर आई होली सेव ,चकली,गुझिया बनाई पकवानों की सुगंध आई बच्चे,बूढ़े सब रंग जाये अजब गजब से वो दिखलायें किशन राधा ने रास... Hindi · कविता · चौपाई · होली 234 Share Kavita Chouhan 5 Mar 2023 · 1 min read हर पति परमेश्वर नही होता करम से हर जन जाना जाये छोटा बड़ा सबको दिखलाये एतबार उसका यूँ न खोता हर पति परमेश्वर नही होता किसी पथ पर न अबला रोती डरी,सहमी न घायल होती... Hindi · Poem · कविता · छंद काव्य 529 Share Kavita Chouhan 27 Feb 2023 · 1 min read वो नई नारी है वो नई नारी है.... पहुँच गई गगन तक वो देखो अब चाँद छूने की बारी है चमक रही संग तारों के ही वो आज की नई नारी है भय,चिंता, से... Hindi · कविता · चौपाई · छंद काव्य 278 Share Kavita Chouhan 23 Feb 2023 · 1 min read इक क्षण इक क्षण....... दौड़ता सा इक क्षण ठहरता कभी पल सिमटे रूचिर तन सहमे चंचल मन मौन पुरानी दीवार बंद खिड़की किवाड़ मजमा नित अनाम ठहरी स्याह सी निश लौ विहीन... Hindi · कविता · घनाक्षरी 1 2 208 Share Kavita Chouhan 14 Feb 2023 · 1 min read दिल की बातें.... दिल की बातें...... दिल तुम्हारा होना चाहता कैसा अनोखा रिश्ता हमारा हरपल तुम्हारी याद दिलाता बिन तेरे अब कहीं ना रहना दिल की बातें आज कहना बगिया की इक बहार... Hindi · कविता · कविता-हिन्दी 306 Share Kavita Chouhan 4 Feb 2023 · 1 min read जीवन एक गुलदस्ता ..... (मुक्तक) जीवन एक गुलदस्ता ..... (मुक्तक) जीवन एक गुलदस्ता फूलों भरा गुलाब,चमेली,जसवंती सजी हर फूल महकता भीनी खुशबू लिए । कभी फूल महकते इसमें अपार काँटे चुभते कभी गहरे बार बार... Hindi · कविता · मुक्तक 732 Share Kavita Chouhan 27 Jan 2023 · 1 min read कौन हूँ कौन हूँ...... बतलाओ मैं कौन हूँ काली घटाओं सी बरसती बूँदों सी या बेबस मौन हूँ। इक अटल शीला या सुमन सी कोमल हूँ हरपल खिलखिलाती यूँ चंचल हिरनी सी... Hindi · कविता 1 221 Share Kavita Chouhan 12 Jan 2023 · 1 min read युवा शक्ति युवा शक्ति...... युवा शक्ति इक भीतर जगाओ कर्तव्य पथ पर बढ़ते जाओ नस- नस में उर्जा को बहने दो नभ में रवि सा प्रकाश भरो दहाड़ सिंह सी गर्जना करो... Hindi · कविता · राष्ट्रीय युवा दिवस विशेष 565 Share Kavita Chouhan 8 Jan 2023 · 1 min read बदला सा...... बदला सा ..... बदला सा है जीवन मेरा सुनहरा स्वप्न या कल्पना अलेश पतझड़ सा मौसम निर्जल,बेमजा सा बन गया है बसन्त बिखरा सा कोना कोना सजा आज करीने से... Hindi · कविता · प्रेम 253 Share Kavita Chouhan 31 Dec 2022 · 1 min read नूतन वर्ष की नई सुबह नूतन वर्ष की नई सुबह.... नूतन वर्ष की नई सुबह हो उगता हुआ सूरज नया सा सर्व दिशाएँ आलोकित हो होकर विदा तिमिर हर पथ से नव प्रभात का आगमन... Hindi · कविता · नववर्ष 171 Share Kavita Chouhan 21 Dec 2022 · 1 min read आ जाते जो एक बार आ जाते जो एक बार....... आ जाते जो एक बार आनंदित सा हो मन मिट जाते अवसाद आ जाते जो एक बार परे निर्बल मरुस्थल स्नेह का गहरा सागर वो... Hindi · कविता · घनाक्षरी · विरह गीत 1 291 Share Kavita Chouhan 8 Dec 2022 · 1 min read मेरे हृदय में तुम मेरे हदय में तुम मेरी हर साँस में नित इक मधुर संगीत आनंद अपरिचित नसों में रूधिर बन अविरल सा बहता प्रेम शीतल मृदुल गूँजता उर में इक कर्णप्रिय वो... Hindi · Humour · प्रेम 2 182 Share Kavita Chouhan 27 Nov 2022 · 1 min read दुल्हन दुल्हन .... सजसँवर गई दुल्हन प्यारी बज रहे ओर ढोल नगाड़े बन्ना बन्नी गीत सब गाएं मईया खड़ी देखे जाए सखियाँ देख तुझको मुस्काये बचपन की यादें आएगी घड़ियाँ ये... Hindi · कविता · बेटी-की-विदाई 1 1 288 Share Kavita Chouhan 20 Nov 2022 · 1 min read खुद को पुनः बनाना खुद को पुनः बनाना ! बिखर गया जो कतरा-कतरा उसको फिर से आज सजाना ! फेक दिया जो टुकड़े करके उसे जोड़कर फिर अपनाना ! बचपन मे जैसे फूलों को... Hindi · Hindi Kavita · Poem 3 4 191 Share Previous Page 2 Next