Kavita Chouhan Tag: Hindi Poetry 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kavita Chouhan 30 Oct 2023 · 1 min read ****मैं इक निर्झरिणी**** मैं इक निर्झरिणी नीर भरी अश्रुओं से यूँ अक्षि सँवरी बन संगीत इक भीतर सजा कभी विरह तो हॄदय बसा। यूँ ही नभ बरबस निहारती पिपासा इक भीतर कराहती हो... Hindi · Daily Writing Challenge · Hindi Poetry · Humour 1 126 Share Kavita Chouhan 19 Sep 2023 · 1 min read *****गणेश आये***** *****गणेश आये***** रूनझुन सी पायलिया बाजे नन्हें नन्हें कदमों से चलके सारे जग में धूम मचाने सबके दुलारे गणेश आये। विघ्नेश, मंगलकर्ता,सिद्धिदाता भक्त के वे ही भाग्य विधाता वक्रतुंड,एकदंत कहलाते... Hindi · Ganesh Chaturthi · Hindi Poetry · चौपाई · छंदबद्ध काव्य 1 160 Share Kavita Chouhan 25 Apr 2023 · 1 min read साँवरिया तुम कब आओगे साँवरिया तुम कब आओगे बाॅसुरी की वही सुरीली तान अब सबको सुनाओगे फिर वही दुर्योधन दुश्शासन रण में सीना तान के खड़े हँसतें मुख से विकराल हँसी संहार उनका कर... Hindi · Hindi Poetry · Humour · Poem 404 Share Kavita Chouhan 28 Oct 2022 · 1 min read छठ है आया छठ है आया नमन सूर्य को कर दिनकर को अर्घ्य चढ़ाया , सहस्त्रों किरणें चमकाकर रवि फिर उजला दिखलाया करके तैयारी ढेर सारी खीर, और पकवान बनाया चार दिनों का... Hindi · Hindi Poetry · कविता 1 220 Share Kavita Chouhan 23 Oct 2022 · 1 min read ऐसी दीपावली मनाएँ..…. ऐसी दीपावली मनाएँ अंधकार फिर दूर हो जाए ईर्ष्या, द्वेष,निराशा से परे प्रेम,उल्लास से ये मन भरे तमस,अत्याचारों व दुखों से दूर प्रखर दीप्ति शुभारम्भ हो दीपक मन के भीतर... Hindi · Hindi Poetry · कविता · चौपाई 1 2 192 Share Kavita Chouhan 19 Oct 2022 · 1 min read घोर अंधेरा ................ घोर अंधेरा ................ हुआ विदा सन्नाटा अब कालापन नहीं दिखायेगा , फिर से आकर घोर अँधेरा हमको नहीं डरायेगा ! नया उजाला पाकर वो सूनेपन में छुप जायेगा , दुख... Hindi · Hindi Poetry · Kavita 1 294 Share