Raju Kale 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Raju Kale 17 Jan 2018 · 1 min read एक निवेदन माँ नर्मदा का जल, मल इसमें ना मिलाओ मानव, दानव जैसा कृत्य, माँ को क्रुद्ध कर सकता है | पावन है नीर, पीर इसकी ना समझी तो, जीवन की राहे... Hindi · घनाक्षरी 1 335 Share Raju Kale 10 Jan 2018 · 1 min read आपात काल के नाम था अंधियारे का काल, जिसका अब तक है मलाल, कहते जिसको "मिसा", उसका नाम आपात-काल था | शासन को था गर्व, कहा अनुशासन पर्व, काल था विवादित, जिसमें सदा ही... Hindi · कविता 424 Share Raju Kale 10 Jan 2018 · 1 min read सरस्वती वन्दना माता शारदे तार दे इस जीवन को, शीतल हो ताप संताप सारे हर ले | वाणी की तू देवी, वाग्देवी माता पावकी कि हँस की सवारी वीणा पुस्तक सोहे कर... Hindi · घनाक्षरी 1 341 Share