Kushal Katoch 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kushal Katoch 4 May 2020 · 1 min read मोन ब्रत "मोन व्रत," बहुत दिनों वाद , मैं ऐक दिन अपने लिये जिया, जव मैने किसी की नहीं सुनी और मोन ब्रत किया । मैं कुछ सातं हुआ, गुस्से का जैसे... Hindi · कविता 4 1 234 Share Kushal Katoch 7 May 2020 · 1 min read बचपन " वचपन" यादें वन गये वो पल बिताए बचपन में थे जो कल पीछे मुड के देखूं जो वह सुनहरे पल कव वीत गया वह कल । वह इन्द्रधनुष से... Hindi · कविता 4 1 425 Share Kushal Katoch 25 Apr 2020 · 1 min read वाॅक डाऊन लाकडाऊन " लगता था अब तक, ब्यस्तत्ता ही जीवन है, खाना हो न हो, दौड़ते रहना, शरीर और दिमाग से, हर वक्त। मशीन वन गया था, भूल गया था, आत्मा... Hindi · कविता 2 390 Share Kushal Katoch 26 Apr 2020 · 1 min read गम "गम" गम अगर रेत होता फूकं से उडा देता, नदी में बहा देता, दीबार में चिनवा देता । गम अगर हवा होता आंधी से उडा देता, धुंऐ में मिला देता,... Hindi · कविता 2 2 219 Share Kushal Katoch 23 Apr 2020 · 1 min read भंवर 1 "भंवर" आगे निकल गया मां वाप के पीछे चल चल कर सव से आगे निकल गया । देखा जव पीछे मुड कर पद चिन्ह ही थे कहीं नहीं थे... Hindi · कविता 1 437 Share Kushal Katoch 24 Apr 2020 · 1 min read आशा की किस्ती "आशा की किस्ती" आशा की किस्ती को हम ले चले हैं भीहिम्मतकी पतवार से वकत की विपरीत धारा में नहीं पता हमें पाऐगे मन्जिल यह फिर हो जाऐगे शिकार लालच... Hindi · कविता 1 513 Share