kamni Gupta 55 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 kamni Gupta 26 Jul 2016 · 1 min read मुक्तक मन में छुपे हुए कुछ राज़ अभी गहरे हैं पँख पसारते परिंदों की उड़ानों पर पहरे हैं ना मालुम सी बंदिशें हैं शब्दों पर जाने क्यों अधरों पर रह रहकर... Hindi · मुक्तक 442 Share kamni Gupta 9 Jul 2016 · 1 min read याद इक किस्सा पुराना आ गया याद इक किस्सा पुराना आ गया। सामने बीता ज़माना आ गया। अब न कोई देख उनको पाएगा आँसुओं को मनाना आ गया। जीतने का था हुनर उसको पता यूं उसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 9 567 Share kamni Gupta 8 Jul 2016 · 1 min read चाँद तुमको समझने लगे हैं। वो तूफानों से यूूं दूर रहने लगे हैं। संभल के बहुत वो चलने लगे हैं। मिला जब से फरेब अपनो से है हर कदम पे रूक के चलने लगे हैं।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 231 Share kamni Gupta 8 Jul 2016 · 1 min read ज़िन्दगी गुज़रती होगी कहीं बंद किवाड़ों में भी आरज़ू सिसकती होगी। अपने अरमानों को पूरा करने को तरसती होगी। कुछ बेड़ियां यूं बेवजह ही कायम थी मगर रह रहकर उनमें बगावत सी मचलती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 391 Share kamni Gupta 7 Jul 2016 · 1 min read इंतज़ार आज भी इंतज़ार में वो आंगण तुम्हारा है, बचपन को तुम्हारे याद अब भी वो करता है, तुम व्यस्त हो खबर यह गांव की मिट्टी को भी है, जिसकी सौंधी... Hindi · कविता 231 Share Previous Page 2