kalipad prasad Tag: मुक्तक 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid kalipad prasad 8 Mar 2017 · 1 min read मुक्तक दो मुक्तक रंग श्याम हैं कृष्ण कन्हैया, राधा रानी हैं गोरी पीला सरसों ज्यो रंग, जैसी चाँद अँगोरी पीला वसन चुनरी, काली कजरारी है नैन वासंती हवा में झूमी निबोरी... Hindi · मुक्तक 431 Share kalipad prasad 11 Jan 2017 · 1 min read मुक्तक दो मुक्तक उदय उदयाचल से उदित हुआ नव रश्मि दिनमान रक्तिम आभा फ़ैल गई धरती आसमान नई किरण नई आशा प्रेरणा का स्रोत है जीव जंतु बनस्पति सबको देता है... Hindi · मुक्तक 312 Share kalipad prasad 19 Oct 2016 · 1 min read दो मुक्तक स्वदेश : जन्मभूमि को कभी भूलो नहीं, यही है स्वदेश पढ़ लिख कर हुए बड़े, तुम्हारा परिचित परिवेश एक एक कण रक्त मज्जा, बना इसके अन्न से कमाओ खाओ कहीं,... Hindi · मुक्तक 483 Share kalipad prasad 28 Sep 2016 · 1 min read मुक्तक 28/९/२०१६ दुनिया जगमगाती है सूर्य के आने के बाद काला कफ़न फ़ैल जाता रवि के जाने के बाद मानव मन का कालापन ,अमावस्या से गहरा मन का तम मिटता है,... Hindi · मुक्तक 354 Share kalipad prasad 24 Sep 2016 · 1 min read मुक्तक नज़र जिधर घुमाओ, उधर रिश्ते है, गोत्रजन है रिश्ते बनाना आसान, उसे निभाना कठिन है रिश्ते में घोलो प्यार और विश्वास का मिठास फिर देखो, रिश्ते निभाना कितना आसान है... Hindi · मुक्तक 313 Share