संतोष जोशी 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid संतोष जोशी 25 Apr 2022 · 1 min read शनिवार का दिन था अजी शनिवार का दिन था यारों की महफिल सजी थी ऐसा लगा कोई खास आने वाला है..२ अजी शनिवार का दिन था यारों की महफिल सजी थी ऐसा लगा कोई... Hindi · मुक्तक 272 Share संतोष जोशी 25 Apr 2022 · 1 min read अपनी लेखनी है ये अपनी लेखनी है लोग इसे व्यापार कहते हैं.. ये अपनी लेखनी है और लोग इसे व्यापार कहते हैं..२ शब्द शब्द जोड़ बनाया है पुस्तकालय मैने और लोग कहते हैं... Hindi · मुक्तक 263 Share संतोष जोशी 16 Jan 2022 · 1 min read आयी थी याद उनकी आयी थी याद उनकी चंद उन दो पल के लिए फिर मेरा मन उतर आया भूल गया उन्हें कल के लिए जा रहा था वो चले गया फिर जिंदगी में... Hindi · कविता 260 Share संतोष जोशी 10 Jan 2022 · 1 min read कहां हैं कहाँ हैं मेरे अपने गाँव कहाँ हैं पीपल वट की छाँव कहाँ हैं कैसा आया तूफ़ां जगत में कोई बताये वह पाँव कहाँ हैं... उतकल कल की ध्वनि कहाँ हैं... Hindi · कविता 226 Share संतोष जोशी 10 Jan 2022 · 1 min read मन मर जाता है तब सही को गलत कह दो प्रेम को ढोंग कह दो सीने में लगी आग को बदले वाले भाव कह दो बदौलत किसी पर निर्भर जीता है कोई कैसे तब कैसे... Hindi · कविता 364 Share संतोष जोशी 10 Jan 2022 · 1 min read मन के समुंदर में किनारे बहुत हैं मन के समुंदर में किनारे बहुत हैं ठहरने को यहां बहाने बहुत हैं! खाली न होगा कभी ये घरौंदा इस घरोंदे के चाहने वाले बहुत हैं!! इस घरोदें का दिलो... Hindi · कविता 356 Share संतोष जोशी 9 Jan 2022 · 1 min read मंचों से कविता आजकल कई मंचों से कविता गुलाम होकर पढ़ी जा रही है फिर पर्दे के पीछे मित्रों कविता सहमी सी रोती जा रही है सोचो ऐसे कवि ने जब मंच से... Hindi · कविता 391 Share संतोष जोशी 15 Feb 2021 · 1 min read सोते वक्त ह्रदय को पुचकारती कुछ पंक्तियाँ.... नींद की उबासी में सालों महीने गुजर गये ऐ रात! तेरे पहरे में न जाने कितने पहर गये... स्वप्नों की डलिया को कहाँ ले जाते हो बंधु ऐ रात! तेरे... Hindi · कविता 3 5 247 Share संतोष जोशी 24 Sep 2020 · 1 min read जिंदगी आजकल थोड़ा जिंदगी आजकल थोड़ा नाजुक बन गयी है थोड़ा संभल कर चलो यही बात कविता में लिखता हूँ सावधानी बरतो समझो भरोसा रखो ऐ दोस्त! धैर्य रखो जान पहले है यही... Hindi · कविता 517 Share