जगदीश शर्मा सहज Tag: Quote Writer 22 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid जगदीश शर्मा सहज 7 Jul 2023 · 1 min read राजनीति के नशा में, मद्यपान की दशा में, राजनीति के नशा में, मद्यपान की दशा में, लोग ख्याति पा रहे हैं, नीच कर्म के लिए। चेतनाएँ खो चुके हैं, ज्ञानशून्य हो चुके हैं, फ़र्ज़ क्या निभाएंगे ये,राष्ट्र-धर्म के... Quote Writer 432 Share जगदीश शर्मा सहज 30 Jun 2023 · 1 min read तुम अगर कविता बनो तो गीत मैं बन जाऊंगा। तुम अगर कविता बनो तो गीत मैं बन जाऊंगा। तुम अगर सरगम बनो संगीत मैं बन जाऊंगा ।। मैं हृदय का राग बनकर गुनगुनाऊँगा तुम्हें । तुम मेरे मन में... Quote Writer 1 202 Share जगदीश शर्मा सहज 2 Sep 2023 · 1 min read आकाश भेद पथ पर पहुँचा, आदित्य एल वन सूर्ययान। आकाश भेद पथ पर पहुँचा, आदित्य एल वन सूर्ययान। भारत की धरती से निकला, आग्नेय अस्त्र अपना महान।। Hindi · Quote Writer 274 Share जगदीश शर्मा सहज 27 Jun 2023 · 1 min read मुक्तक मुक्तक बह रही ठण्डी हवाएं, बे-वफा मौसम हुआ। चिलचिलाती धूप में बरसात का आलम हुआ।। छा गए बादल गगन में छुप गया सूरज कहीं। पंछियों का बीहड़ों में चहचहाना कम... Quote Writer 2 2 203 Share जगदीश शर्मा सहज 18 Sep 2023 · 1 min read सिंहासन पावन करो, लम्बोदर भगवान । सिंहासन पावन करो, लम्बोदर भगवान । श्रद्धा से अर्पण करूँ, मोदक, अक्षत, पान।। बल विवेक से हीन हूँ, गणपति रखियो लाज। चरणों में वन्दन करूँ, पूरण करियो काज।। जगदीश शर्मा Quote Writer 1 274 Share जगदीश शर्मा सहज 28 Sep 2023 · 1 min read वो नौजवान राष्ट्रधर्म के लिए अड़ा रहा ! वो नौजवान राष्ट्रधर्म के लिए अड़ा रहा ! खूँखार सिंह के समान जोश से खड़ा रहा !! उसको न सेज प्रिय रही न याचना पसंद थी ! फौलाद के समान... Quote Writer 1 298 Share जगदीश शर्मा सहज 23 Jul 2023 · 1 min read विगुल क्रांति का फूँककर, टूटे बनकर गाज़ । विगुल क्रांति का फूँककर, टूटे बनकर गाज़ । देशभक्त 'आजाद' का, जन्मदिवस है आज ।। Quote Writer 1 2 150 Share जगदीश शर्मा सहज 19 Oct 2023 · 1 min read मुक्तक मुक्तक चेतना का स्वर जगाकर प्राण दे वो गीत है। सूर्य की पहली किरण का राग ही संगीत है।। स्वार्थ की संवेदना के शब्द हैं फीके सभी। ढाई अक्षर प्रेम... Quote Writer 1 230 Share जगदीश शर्मा सहज 5 Oct 2023 · 1 min read मुक्तक मुक्तक अगर संदेशप्रद होती नहीं, है मंच की कविता। सुनाकर भी सुखद होती नहीं है, मंच की कविता।। रहे कुछ ज्ञान का उपदेश, वह कविता अमर होती। किसी कवि की... Quote Writer 166 Share जगदीश शर्मा सहज 13 May 2024 · 1 min read माँ की ममता के तले, खुशियों का संसार | माँ की ममता के तले, खुशियों का संसार | माँ से माँ का मायका, माँ से घर -परिवार || माँ का दिल करुणा भरा, पिघले जैसे मोम | बच्चों की... Quote Writer 10 Share जगदीश शर्मा सहज 21 Mar 2024 · 1 min read जिस दिन कविता से लोगों के, जिस दिन कविता से लोगों के, जीवन में खुशहाली होगी। उस दिन कविता पूजित होगी, घर-घर में दीवाली होगी।। -जगदीश शर्मा सहज Quote Writer 1 41 Share जगदीश शर्मा सहज 18 Mar 2024 · 1 min read सत्य, अहिंसा, त्याग, तप, दान, दया की खान। सत्य, अहिंसा, त्याग, तप, दान, दया की खान। इसीलिए संसार में, भारत देश महान ।। -जगदीश शर्मा सहज Quote Writer 39 Share जगदीश शर्मा सहज 14 Feb 2024 · 1 min read सरस्वती माँ ज्ञान का, सबको देना दान । सरस्वती माँ ज्ञान का, सबको देना दान । विद्या-कला-विवेक से, सबका हो कल्याण ।। 🙏🌹🙏 Quote Writer 73 Share जगदीश शर्मा सहज 14 Feb 2024 · 1 min read माँ वीणा वरदायिनी, बनकर चंचल भोर । माँ वीणा वरदायिनी, बनकर चंचल भोर । पोर-पोर साहस जगा, कर चितवन चितचोर ।। Quote Writer 49 Share जगदीश शर्मा सहज 5 Feb 2024 · 1 min read तुम अगर कविता बनो तो, गीत मैं बन जाऊंगा। तुम अगर कविता बनो तो, गीत मैं बन जाऊंगा। तुम अगर सरगम बनो, संगीत मैं बन जाऊंगा ।। मैं हृदय का राग बनकर, गुनगुनाऊँगा तुम्हें । तुम मेरे मन में... Quote Writer 126 Share जगदीश शर्मा सहज 1 Feb 2024 · 1 min read कुंंडलिया-छंद: कुंंडलिया-छंद: जीवन में होते सफल, जिनका लक्ष्य महान। बाधाओं को पार कर, गढ़ते हैं प्रतिमान ।। गढ़ते हैं प्रतिमान, स्वयं के ही श्रम बल पर। अवसर का परित्याग, नहीं करते... Quote Writer 89 Share जगदीश शर्मा सहज 20 Jan 2024 · 1 min read अनेकों पंथ लोगों के, अनेकों धाम हैं सबके। अनेकों पंथ लोगों के, अनेकों धाम हैं सबके। अनेकों रूप भगवन के, अनेकों नाम हैं सबके।। अयोध्या की परम् पावन धरा, पहचान हम सबकी। सहस्त्रों साल से बैठे दिलों में... Quote Writer 54 Share जगदीश शर्मा सहज 20 Jan 2024 · 1 min read बड़ा सुंदर समागम है, अयोध्या की रियासत में। बड़ा सुंदर समागम है, अयोध्या की रियासत में। बिछाकर फूल गलियों में, खड़े हैं लोग स्वागत में।। सियापति राम अपनी, राजधानी में पधारे हैं। सनातन की ध्वजा लहरा रही, सम्पूर्ण... Quote Writer · भक्ति मुक्तक 102 Share जगदीश शर्मा सहज 20 Jan 2024 · 1 min read यहाँ श्रीराम लक्ष्मण को, कभी दशरथ खिलाते थे। यहाँ श्रीराम लक्ष्मण को, कभी दशरथ खिलाते थे। यहीं प्रभु पादुकाओं से, भरत शासन चलाते थे।। महल यह सूर्यकुल का, कर्मवीरों की निशानी है। यहाँ शिवजी, गरुड़, नारद,अनेकों बार आते... Hindi · Quote Writer · भक्ति मुक्तक 75 Share जगदीश शर्मा सहज 9 Jan 2024 · 1 min read दया समता समर्पण त्याग के आदर्श रघुनंदन। दया समता समर्पण त्याग के आदर्श रघुनंदन। सनातन संस्कृति के धर्मध्वज उत्कर्ष रघुनंदन।। प्रजा की आत्मा के प्राण, उनका मान जीवनधन। हृदय में जागती संचेतना के, हर्ष रघुनंदन ।। -जगदीश... Quote Writer 80 Share जगदीश शर्मा सहज 9 Jan 2024 · 1 min read बसे हैं राम श्रद्धा से भरे , सुंदर हृदयवन में । बसे हैं राम श्रद्धा से भरे , सुंदर हृदयवन में । सुबह की प्रार्थना के दीप, बाती,धूप, चंदन में।। बसे हैं राम तुलसी से सजे खुशरंग आँगन में । बसे... Quote Writer 107 Share जगदीश शर्मा सहज 1 Nov 2023 · 1 min read तन को कष्ट न दीजिए, दाम्पत्य अनमोल। तन को कष्ट न दीजिए, दाम्पत्य अनमोल। पति को केवल चाहिए, प्रेम भरे दो बोल।। फेरों के सातों वचन, पुनः करें हम याद। जीवन भर का साथ हो, मधुर रहे... Quote Writer 2 1 241 Share