Rachana jha 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rachana jha 12 Sep 2021 · 1 min read हिन्दी से हैं हम है मझधार में यह उस पार ले जाना है। हम ही हैं कल के खेवैया इस गर्व को बचाना है। आज जो बिपदा आन पड़ी है तुझे अस्तित्व में लाना... Hindi · कविता 5 2 371 Share Rachana jha 30 Aug 2021 · 1 min read अपने रंग में रंग दो न कान्हां की मुरली जैसी, धुन कहाँ से लाऊँ। बीच भवर में फँसी है नैया, उस पार मैं कैसे जाऊँ। तुम्हीं आकर देखों न कान्हां, किस हाल में मैं पड़ी हूँ।... Hindi · कविता 4 1 220 Share Rachana jha 28 Aug 2021 · 1 min read रात का अफ़साना रात का अफ़साना भी ख़ास है दिलों का फरमान भी बेहिसाब है दूरियाँ खत्म हो, गुजारिश है ही यूँ बेवजह मुहं फुलाना भी ख़ास है। Hindi · शेर 1 1 309 Share Rachana jha 28 Aug 2021 · 1 min read हिन्दी बिखरती हूँ, सबरती हूँ हां... मैं हिन्दी की शिक्षिका हूँ, हिंदी पे गर्व करतीं हूँ..... ✍️रचना झा Hindi · शेर 243 Share Rachana jha 28 Aug 2021 · 1 min read हा कोई अंजान हैं हां कोई अनजान है हां कोई अनजान है न जान है न पहचान है, माना कि देखा नहीं तुझे कभी मैंने फिर भी लगता है जान पहचान है अक्सर देखा... Hindi · कविता 3 3 241 Share Rachana jha 28 Aug 2021 · 1 min read बेटियाँ पिता की मान होती है बेटी घर की शान होती है बेटी माँ के आँचल से लेकर पिता के बटुए तक पर हक़ जताने वाली भाई से बिना बात लड़कर,... Hindi · कविता 3 217 Share Rachana jha 28 Aug 2021 · 1 min read यूँ नज़र मिलाया न करो यूँ नज़र तुम मिलाया न करो बिना बात के इतराया न करो, है जमाने की परवाह तुमको कभी हमारी भी खैर जताया तो करो, माना हज़ार काम है तुमको पर... Hindi · कविता 1 177 Share Rachana jha 27 Aug 2021 · 1 min read कौन हो तुम? मुझे रोकने वाले तुम कौन हो? मुझे टोकने वाले तुम कौन हो? बढ़ना हैं मुझे आगे तो कोसने वाले तुम कौन हो? गिर कर संभल जायेंगे हम यू बेवजह बोलने... Hindi · कविता 1 179 Share Rachana jha 26 Aug 2021 · 1 min read जीवन की उड़ान चाहत हैं मुझे उड़ने की, कि उड़ना ही पहचान हैं। चाहत हैं मुझे पंख फ़ैलाने की, कि छुना हैं आसमानो को। हैं वजुद नया, हैं राह नई हैं ख्वाइश नई,... Hindi · कविता 2 386 Share