सब कुछ है नई तो बना लें इक पहचान भी नई !
पंख जब मिले हैं तो बना लें इक उड़ान भी नई !
हौसले गर बुलंद हैं तो पूरे होंगे सारे सपने आपके ! बस, राह पर डटे रहें इक नई पहचान निश्चय ही बनेंगे आपके !! नाम ‘रचना’ के ही अनुरूप ईंट-ईंट जोड़कर मंज़िल बनेंगे आपके ! वही मंज़िल पहचान बन जाएंगे आपके ! बहुत ही सुंदर व आत्मविश्वास से परिपूर्ण अभिव्यक्ति हैं आपके !!
??
सब कुछ है नई तो बना लें इक पहचान भी नई !
पंख जब मिले हैं तो बना लें इक उड़ान भी नई !
हौसले गर बुलंद हैं तो पूरे होंगे सारे सपने आपके ! बस, राह पर डटे रहें इक नई पहचान निश्चय ही बनेंगे आपके !! नाम ‘रचना’ के ही अनुरूप ईंट-ईंट जोड़कर मंज़िल बनेंगे आपके ! वही मंज़िल पहचान बन जाएंगे आपके ! बहुत ही सुंदर व आत्मविश्वास से परिपूर्ण अभिव्यक्ति हैं आपके !!
??
Thank you so much sir