जगदीश लववंशी Tag: मुक्तक 17 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid जगदीश लववंशी 26 May 2019 · 1 min read विकर्ण और कौरव सभा हाँ! वह वीर कौरव था, उसका अजब गौरव था, था धृतराष्ट्र का वह सुत, रक्त से वह पौरव था ।।1।। थी सभा वीरो से भरी, चुप थे सब पौरुषधारी, करुण... Hindi · मुक्तक 570 Share जगदीश लववंशी 20 Apr 2020 · 1 min read कब आएगा शुभ समाचार ///शुभ समाचार/// कब आएगा शुभ समाचार । कब लाएगी भौर नई बहार । कब होगा दूर कोरोना रोग, जग में नित हो रहा हाहाकार ।। हम छोड़ चुके हाथ मिलाना... Hindi · मुक्तक 531 Share जगदीश लववंशी 15 Dec 2019 · 1 min read शुद्ध के लिए युद्ध देखो हमारी रैली चली चली। जागरूकता फैलाने गली गली। होगी मिलावट दूर हमने ठाना, कभी न जाएगी जनता छली।। प्रदेश छोड़कर भागेंगे मिलावटखोर । मिलेगा नहीं अब उनको कहीं ठौर।... Hindi · मुक्तक 2 525 Share जगदीश लववंशी 10 Jun 2022 · 1 min read मन को मत हारने दो संकट कितना बड़ा हो, चाहे जिद पर अड़ा हो, मन को मत हारने दो, जीत उसी की जो लड़ा हो, समय के साथ चलना है, नहीं किसी को छलना है,... Hindi · मुक्तक 3 1 449 Share जगदीश लववंशी 26 Feb 2020 · 1 min read दिल मे जिसका चित्र ==================== हर पल साथ रहता । मन की बात कहता । सबको खूब बहलाता, वो बिना रुके चलता ।। जब से पाया साथ । छोड़ा न कभी हाथ । वो... Hindi · मुक्तक 1 1 449 Share जगदीश लववंशी 2 Apr 2021 · 1 min read गाँव की होली... आओ खेलें होली यारा। रंगों से झूमें गलियारा। भूलकर सारे भेद भाव, खुशियों से नाचे गाँव सारा,।। दौड़ो दौड़ो उसको पकड़ो। रंग लगाकर खूब जकड़ो । छूट न पाए देखों... Hindi · मुक्तक 383 Share जगदीश लववंशी 3 May 2021 · 1 min read फिर से खुशियाँ भरो एक रोग के कहर से, आँसूओ की लहर से, दुनिया ग़मगीन हुई, मौत के हर पहर से, उखड़ रहीं हैं साँसे, आकर रोग के झाँसे, कैसे संभाले सबको, उल्टे पड़े... Hindi · मुक्तक 1 1 355 Share जगदीश लववंशी 18 Apr 2019 · 1 min read कविता खाली मन को भरने आती, रोज रोज दिल को बहलाती । सुख दुःख की मेरी संगिनी, इस जग को जग से मिलवाती। जीवन पथ पर साथ निभाती, हर पल वो... Hindi · मुक्तक 371 Share जगदीश लववंशी 25 Feb 2020 · 1 min read यही जीवन का सार है काम किसी के आ जाओ । स्वयं को धन्य तुम पाओ । यही जीवन का सार है, परहित में नाम कमाओ ।। यह धन और दौलत । नाम और शोहरत... Hindi · मुक्तक 2 2 340 Share जगदीश लववंशी 6 Apr 2020 · 1 min read सब कह रहे हैं सूनी सूनी रोड़ है । सूना सूना मोड़ है । सब कह रहे है, यही कोरोना का तोड़ है । घर में रहो डटे । लोगो से रहो कटे ।... Hindi · मुक्तक 2 314 Share जगदीश लववंशी 6 May 2020 · 1 min read (शराब) देखो शराब की तड़प । करा रही यहाँ वहाँ झड़प । नशा जब जब चढ़ता सिर, सब कुछ लेता हमसे हड़प ।। चाहे भूखे रहे उनके बच्चे । सब कहे... Hindi · मुक्तक 3 2 286 Share जगदीश लववंशी 4 Jun 2019 · 1 min read दिल मे मेरे गांव बसता दिल में मेरे गाँव बसता, जुबां पर यही नाम रहता, बड़े बूड़ो का सम्मान पाते, सबसे सदा राम राम करता, सूरज को भगवान मानते, चंदा यहाँ मामा कहलाते, पेड़ पौधे... Hindi · मुक्तक 283 Share जगदीश लववंशी 7 Apr 2020 · 1 min read थोड़ा हँस भी दो ना वतन पर संकट लाया । एक रोग भयंकर आया । खतरे में पड़ी मानवता , चहुँओर अंधकार छाया । आओ मेरे वीर जवान । दिखाए हिन्द की शान । कंधे... Hindi · मुक्तक 2 1 269 Share जगदीश लववंशी 8 Apr 2020 · 1 min read मुरझाए हुए छंद है । सब इंसान गए ठहर । कोरोना बरपाए कहर । यहाँ वहाँ जहाँ देखो, बस्ती बस्ती शांत है शहर । सारा संसार बंद है । अर्थव्यवस्था मंद है । व्याकुल सब... Hindi · मुक्तक 1 236 Share जगदीश लववंशी 4 Nov 2020 · 1 min read चुनाव देखो कैसी मची होड़ , सत्ता की चली दौड़ , कोई पीछे न रह जाए, यही लगा रहे है जोड़, सबको अपनी उम्मीद, फिर भी आती न नींद, कैसी अजब... Hindi · मुक्तक 216 Share जगदीश लववंशी 16 Apr 2020 · 1 min read जीवन जीवन, कैसे कैसे खेल दिखाता । पल में हँसाता, पल में रुलाता । जो होते जीवन मे सबसे प्यारे , छीन उन्हें हमसे वो ले जाता ।। जग में कर... Hindi · मुक्तक 1 223 Share जगदीश लववंशी 28 Feb 2020 · 1 min read जग प्रेम स्नेह का समन्दर है उठ जाओ हुई भौर । गलियों में शुरू शोर । कोई पुकार रहा है, महसूस करो चहुँओर ।। बागों में खिल उठे फूल । पकड़ो न बातों का तूल ।... Hindi · मुक्तक 3 208 Share