हरीश लोहुमी Tag: मुक्तक 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid हरीश लोहुमी 4 Jun 2016 · 1 min read जुगनुओं के खेत में जुगनुओं के खेत में (मुक्तक) **************************************** साँझ होते देख हलचल उस चमकती रेत में, कुछ लगा हमको अलग सा उस नवल संकेत में, जब सुना हमने उजाला बँट रहा है... Hindi · मुक्तक 389 Share