Harish Bhatt 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Harish Bhatt 9 Dec 2018 · 3 min read जब जड़ों में पनपता हो भेदभाव जब विश्वविद्यालय अपने शैक्षणिक सत्र तक नियमित न कर पाते हों। सरकार विश्वविद्यालयों को सामान्य स्तरीय सुविधाएं तक देने में आनाकानी करती हो. ऐसे में युवाओं से कैसे उम्मीद की... Hindi · लेख 296 Share Harish Bhatt 3 Dec 2018 · 2 min read घोष बाबू और मैं पाषाण नहीं, हम भी हैं इंसान, हैं हमारे इरादे भी बुलंद। दिखा देंगे एक दिन दुनिया को, हम भी छू सकते हैं आसमां। मन दुःखी होता है, टूटता नहीं, जब... Hindi · लेख 596 Share Harish Bhatt 4 Nov 2018 · 1 min read दुलारी मां पापा की जासूस, बच्चों की दुलारी मां, गलतियों पर पर्दा डालकर बच्चों की. कर्फ्यू लगवाती पापा से तो उलंघ्घन करवाती बच्चों से. जेब टटोलकर पापा की, मौज कराती बच्चों को.... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 22 643 Share