Hanuman Gope Language: Hindi 76 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Hanuman Gope 14 Aug 2021 · 1 min read देखो बचपन खो रहा ! देखो बचपन खो रहा, गहरी नींद में सो रहा। सबके हाथ में कोई यंत्र है, मनोरंजन का नया मंत्र है। सड़कों पर आवाज़ नहीं होती, गीतों वाली साज नहीं होती।... Hindi · कविता 1 1 408 Share Hanuman Gope 14 Aug 2021 · 1 min read कभी आइना भी देखा करो ! कभी आइना भी देखा करो, सच बोलना भी सीखा करो। हिम्मत जगाओ अपने अंदर, उफान में है देखो समुंदर। पीछे पीछे चलना भी गुनाह है, दूसरों की क्यों लेना पनाह... Hindi · कविता 1 1 474 Share Hanuman Gope 13 Aug 2021 · 1 min read घूसखोरी अधिकार हमारा है ! घूसखोरी अधिकार हमारा, इसमें क्या अपराध हमारा। राजनीति में इसीलिए आए, जितना हो सके हम खाएं। चुनाव में कितना खर्च किया, समय भी अपना व्यर्थ किया। ताकि जीत कर जो... Hindi · कविता 1 417 Share Hanuman Gope 13 Aug 2021 · 1 min read कॉलेज के दिन ! वो कॉलेज के दिन थे, सपनों वाली रातें थी। कुछ कही, कुछ अनकही, जाने कितनी बातें थी। मोहब्बत वाला मन था, मस्ती से भरा हुआ तन था। गाती गुनगुनाती तरंग... Hindi · कविता 573 Share Hanuman Gope 11 Aug 2021 · 1 min read मेरी पहली मोहब्बत ! मेरी पहली मोहब्बत थी तुम, इश्क नहीं इबादत थी तुम। सजदे में हर पल रहते थे, खुद से ही बातें करते थे। तुम मुस्कुरा भर जो देती, दिन मेरा बन... Hindi · कविता 1 1 511 Share Hanuman Gope 11 Aug 2021 · 1 min read वॉट्सऐप विद्यालय ! देश में नया विद्यालय खुला है, मूर्खों का बड़ा आलय खुला है। बिना ज्ञान के यहां ज्ञानी मिलते, सभी योगी और ध्यानी मिलते। इतिहास जिन्होंने कभी पढ़ा नहीं, इक अक्षर... Hindi · कविता 2 1 341 Share Hanuman Gope 11 Aug 2021 · 1 min read पुलिसवालों का डंडा ! पुलिसवालों का डंडा, रिक्शेवालों पर चलता है। कोई रसूक वाला आ जाए, कानून ही उनका बदल जाए। किसी बड़े गाड़ी वाले को, पुलिस वाले नहीं टोकते। नेता या किसी अधिकारी... Hindi · कविता 2 547 Share Hanuman Gope 9 Aug 2021 · 1 min read दुर्गा पूजन करने वालों ! दुर्गा पूजन करने वालों, जय माता दी कहने वालों, नव दिन व्रत रखने वालों, माता का गुण गाने वालों। क्यों घर में लक्ष्मी रोती है, क्यों भूखे पेट वो सोती... Hindi · कविता 2 2 357 Share Hanuman Gope 9 Aug 2021 · 1 min read देखो देश में चुनाव आया ! देखो देश में चुनाव आया, गरीब के हिस्से पुलाव आया। लोकतंत्र का सुंदर त्योहार है, हर तरफ हो रहा प्रचार है। वादों की देखो भरमार है, जुमलों की भी यहां... Hindi · कविता 2 1 614 Share Hanuman Gope 9 Aug 2021 · 1 min read जज साहब गुनाह कबूल है ! मेरी पड़ोसी से अनबन हो गई, उसने गुस्से में रपट लिखाई। मुकदमा दायर हुआ मुझ पर, पुलिस ने कोर्ट में पेश किया। जाने कैसा मुझ पर केस किया। मेरी फरियाद... Hindi · कविता 2 1 585 Share Hanuman Gope 9 Aug 2021 · 1 min read हां मैं मुसलमान हूं ! मैं इस्लाम का मानने वाला हूं, कुरान की आयत बाचने वाला हूं। मेरे तौर-तरीके औरों से जुदा हैं, लेकिन दिल में मेरे भी खुदा है। मैं भी उसी की संतान... Hindi · कविता 1 2 399 Share Hanuman Gope 8 Aug 2021 · 1 min read वृद्ध आश्रम ! क्यों वृद्ध आश्रम बनाए जा रहे, क्यों बुजुर्ग इतना रुलाए जा रहे। क्या कमी रह गई परवरिश में, क्यों मां बाप यूं सताए जा रहे। जिन्होंने सपनो को मारा था,... Hindi · कविता 1 2 1k Share Hanuman Gope 8 Aug 2021 · 1 min read सफेद कपड़े वाले चोर हैं ! संसद में जो कर रहे शोर, सफेद कपड़े वाले चोर हैं। इनका कोई दान धर्म नहीं, ज्ञान का तनिक भी मर्म नहीं। जनता को वोट बैंक समझते, पद पाते ही... Hindi · कविता 2 1 401 Share Hanuman Gope 8 Aug 2021 · 1 min read सुनो मेरे देश की कहानी ! सुनो मेरे देश की कहानी, ना रोटी ना पीने का पानी। रोजगार की है मारा मारी, महंगाई से है जनता हारी। सुनो मेरे देश की कहानी, भ्रूण हत्याएं यहां होती... Hindi · कविता 3 1 549 Share Hanuman Gope 8 Aug 2021 · 1 min read डॉक्टर अब भगवान नहीं ! एक समय ऐसा भी था, डॉक्टर भगवान कहे जाते थे, तकलीफ लोगो की समझते थे, पीड़ा मरीज़ की वो हरते थे। गरीब जो कोई आ जाता, इलाज मुफ्त में भी... Hindi · कविता 2 2 508 Share Hanuman Gope 8 Aug 2021 · 1 min read क्यों मोहब्बत यहां गुनाह है ! क्यों मोहब्बत यहां गुनाह है, भावनाएं इतनी बेपरवाह है. प्रेम में तो बसता स्वयं खुदा है, फिर क्यों लोग इतने जुदा हैं। राधा कृष्ण में अनुराग था, जीवन का उत्तम... Hindi · कविता 1 453 Share Hanuman Gope 8 Aug 2021 · 1 min read मोबाइल का कैसा प्रभाव है ! मोबाइल का कैसा प्रभाव है, वास्तविकता का अभाव है। हर हाथ को काम मिल गया, इक यंत्र में धाम मिल गया। व्यस्त हम इस कदर हो गए, भीड़ में भी... Hindi · कविता 1 319 Share Hanuman Gope 8 Aug 2021 · 1 min read कहां हो भगवान ! बचपन से सुनता आया हूं, जिसका कोई नहीं होता, उसका स्वयं खुदा होता है। वो दुखियों के दुख हरता है, घाव सबके वो भरता है। पढ़ा मैने किताबों में भी... Hindi · कविता 1 2 676 Share Hanuman Gope 8 Aug 2021 · 1 min read आओ स्वतत्रता दिवस मनाएं ! आओ स्वतत्रता दिवस मनाएं, आजादी के गीत मिलकर गाएं। याद करें आज हम दीवानों को, आजादी के उन मतवालों को। याद करें लकुटी वाले गांधी को, सत्य अहिंसा वाली आंधी... Hindi · कविता 1 409 Share Hanuman Gope 25 Jul 2021 · 1 min read नेताओं के अंधभक्त! नेताओं के कुछ अंधभक्त होते है, बचाव उनका हर हाल में करते हैं। सही गलत की इनको नहीं परवाह, हर निर्णय पर करते हैं वाह वाह। इनको ज्ञान व्यान कुछ... Hindi · कविता 1 819 Share Hanuman Gope 24 Jul 2021 · 1 min read जन्म दिवस हम क्यों मनाते हैं ! जन्म दिवस हम क्यों मनाते हैं, बीती यादों को क्यों सजाते हैं। हर वर्ष जीवन तो घट जाता है, सीमित समय भी कट जाता है। जो बीत गया वो पल... Hindi · कविता 1 479 Share Hanuman Gope 24 Jul 2021 · 1 min read इबादत हो तुम ! तुम्हारी यादों में खोए बैठे हैं, आंखों में सपने सजोए बैठे हैं। इंतजार में तुम्हारी शाम हो गई, नींद भी रातों की हराम हो गई। तुम्हारी इक झलक जो मिल... Hindi · कविता 636 Share Hanuman Gope 24 Jul 2021 · 1 min read नेता जी आपको धन्यवाद! हर गली हर नुक्कड़ में, हर सड़क हर चौराहे पे, नेताजी का मुस्कुराता चेहरा, पोस्टर पर हर तरफ है फहरा, लिखा मुफ्त वैक्सीन के लिए, नेता जी आपको धन्यवाद। वैक्सीन... Hindi · कविता 3 877 Share Hanuman Gope 24 Jul 2021 · 1 min read मजहब की दीवार ! मजहब की तकरार जब होती है, इंसानियत शर्मसार तब होती है। अंधा हो जाता जैसे हर इंसान, मिट जाता मान और सम्मान। याद करो इतिहास की बातों को, सैतालिस की... Hindi · कविता 1 431 Share Hanuman Gope 20 Jul 2021 · 1 min read काशी की महिमा! काशी की महिमा न्यारी, यहां विराजें स्वयं त्रिपुरारी। यहाँ की सुबह मन को भाए, सांझ सलोनी संगीत सुनाए। रुद्र की नगरी अति पावन है, भाव यहाँ का मन भावन है।... Hindi · कविता 1 890 Share Hanuman Gope 14 Jul 2021 · 1 min read मैं धरती पुत्र किसान हूं ! मैं धरती पुत्र किसान हूं, वसुधा की पीड़ित संतान हूंं। धरती का सीना चीरकर, बीज सृजन का में बोता हूं। फसलों को लहु से सीचकर, अन्न सबके लिए सजोता हूं।... Hindi · कविता 2 1 950 Share Hanuman Gope 13 Jul 2021 · 1 min read मनुष्य बड़ा ही विचित्र प्राणी ! मनुष्य बड़ा ही विचित्र प्राणी , षड्यंत्रों से भरी उसकी कहानी। ऊपर से कुछ,भीतर कुछ होता है, कहता कुछ, कुछ और ही करता है आंसू छुप कर तुम बहाया करो,... Hindi · कविता 1 605 Share Hanuman Gope 13 Jul 2021 · 1 min read पत्रकार महोदय, कुछ तो शर्म करो ! पत्रकार महोदय, कुछ तो शर्म करो, जी हजूरी छोड़ो, अपना कर्म करो। देश समस्याओं से देखो जूझ रहा, लोगों को कुछ भी नहीं सूझ रहा। रोजगार शिक्षा और महंगाई ,... Hindi · कविता 1 1 353 Share Hanuman Gope 12 Jul 2021 · 1 min read तुम याद रही ! सब भूल गए हम, बस तुम याद रही! साथ तुम्हारी कही हर बात रही। वो बीते दिन भी कितने अच्छे थे, भाव मन में दोनो के सच्चे थे। छुप छुप... Hindi · कविता 2 484 Share Hanuman Gope 4 Jul 2021 · 1 min read बचपन के वो जमाने थे! बचपन के वो जमाने थे! बचपन के वो जमाने थे, स्कूल न जाने के बहाने थे। दिन भर धूप में खेलते थे, यहां वहां हम दौड़ते थे। दोस्ती का सीधा... Hindi · कविता 1 378 Share Previous Page 2 Next