Language: Hindi
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आबाद मुझको तुम आज देखकर
gurudeenverma198
अब जी हुजूरी हम करते नहीं
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हमको नहीं गम कुछ भी
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अभी तो वो खफ़ा है लेकिन
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मजबूरियां थी कुछ हमारी
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सज़ा तुमको तो मिलेगी
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यह तुम्हारी नफरत ही दुश्मन है तुम्हारी
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किससे कहे दिल की बात को हम
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तू बेखबर इतना भी ना हो
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मतलब नहीं माँ बाप से अब, बीबी का गुलाम है
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अब नहीं वो ऐसे कि , मिले उनसे हँसकर
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चाहे किसी के साथ रहे तू , फिर भी मेरी याद आयेगी
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अच्छे नहीं है लोग ऐसे जो
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बाबा भीम आये हैं
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चाहत नहीं और इसके सिवा, इस घर में हमेशा प्यार रहे
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कैसे करें इन पर यकीन
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चलो रे काका वोट देने
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क्या हुआ गर तू है अकेला इस जहां में
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कहो कैसे वहाँ हो तुम
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जिंदगी है बहुत अनमोल
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तुम सम्भलकर चलो
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खामोश रहेंगे अभी तो हम, कुछ नहीं बोलेंगे
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आजा मेरे दिल तू , मत जा मुझको छोड़कर
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लिखा नहीं था नसीब में, अपना मिलन
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चाहे अकेला हूँ , लेकिन नहीं कोई मुझको गम
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मैं जी रहा हूँ जिंदगी, ऐ वतन तेरे लिए
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कोशिश मेरी बेकार नहीं जायेगी कभी
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हाँ, तैयार हूँ मैं
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पधारो मेरे प्रदेश तुम, मेरे राजस्थान में
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और तो क्या ?
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यदि मैं अंधभक्त हूँ तो, तू भी अंधभक्त है
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जन्मदिन मुबारक तुम्हें लाड़ली
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नफरत दिलों की मिटाने, आती है यह होली
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याद हमारी बहुत आयेगी कल को
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अब छोड़ दिया है हमने तो
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तुम्हें भूल नहीं सकता कभी
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अपनी शान के लिए माँ-बाप, बच्चों से ऐसा क्यों करते हैं
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पिता के बिना सन्तान की, होती नहीं पहचान है
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यही एक काम बुरा, जिंदगी में हमने किया है
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बहुत मुश्किल है दिल से, तुम्हें तो भूल पाना
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एक बार नहीं, हर बार मैं
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हाथों से करके पर्दा निगाहों पर
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मैं तन्हाई में, ऐसा करता हूँ
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छोड़ दिया है मैंने अब, फिक्र औरों की करना
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हुआ है अच्छा ही, उनके लिए तो
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मेरे वतन मेरे चमन तुझपे हम कुर्बान है
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इन तूफानों का डर हमको कुछ भी नहीं
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अधखिली यह कली
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दिल को सिर्फ तेरी याद ही , क्यों आती है हरदम
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नहीं तेरे साथ में कोई तो क्या हुआ
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