Mahendra Nath Dubey Language: Bhojpuri 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mahendra Nath Dubey 18 Jul 2021 · 1 min read करे के मन बा फसाद पियऊ दिलवा पे छपल बा तुहरा ही नाम, ए रसदार बलमा, खोलि पढ़ा मिली खूब तुहके अराम, ए रसदार बलमा, आवा पढ़ाईं दिल के किताब पियऊ॥ आजु करे के मन बा... Bhojpuri · गीत 440 Share Mahendra Nath Dubey 18 Jul 2021 · 1 min read माई सून लागे घरवा अ सूने अंगनवा, रहि रहि होश परे तोहरे अंचरवा,, अचके में छोरि हमके गईलू तू माई, ममता तोहार गईल रहे का ओराई, जिनगी क केसे सींखब उपदेशवा,... Bhojpuri · गीत 386 Share Mahendra Nath Dubey 18 Jul 2021 · 1 min read पिया लाज लागता झुरझुरी देहिया में कइसन, ई आज लागता, जनि घूंघटा उठाईं पिया, लाज लागता,, दुई चार दिन गिनत कटि जइहें समइया, देह मन सगरी त रउरे हउवे सईंया,, बथ्थत कपार मोर... Bhojpuri · गीत 307 Share Mahendra Nath Dubey 18 Jul 2021 · 1 min read बिन तुहरे हम बानी बेजान दुई तन बा एक गो परान रजऊ, बिन तुहरे हम बानी बेजान रजऊ,, अइसन कमाई के, का डारी हम अचार हो, सुखवा जवानी के करी दीहल जे बेकार हो, एतना... Bhojpuri · गीत 268 Share Mahendra Nath Dubey 18 Jul 2021 · 1 min read माहुर अस लागत आ माहुर अस लागत आ ई जुदाई, अइतू तनि लेतू तू जिआई, हकसल पिआसल मन धावे तोहरे लगे, नेहिया के पानी में बोलिया के भेली, घोरि तनि देतू तू पिआई, अइतू... Bhojpuri · गीत 395 Share Mahendra Nath Dubey 10 Jul 2021 · 1 min read अइतू तनि लेतू तू जिआई, माहुर अस लागत आ ई जुदाई, अइतू तनि लेतू तू जिआई, हकसल पिआसल मन धावे तोहरे लगे, नेहिया के पानी में बोलिया के भेली, घोरि तनि देतू तू पिआई, अइतू... Bhojpuri · गीत 244 Share Mahendra Nath Dubey 10 Jul 2021 · 1 min read ताकब त नाहीं मनवा के, मनवे मुताबिक चलत बा सब, समझाइब, कब ले? सूतल त नाहीं, आंखि मूनि ओंठगल बा, जगाइब, कब ले? रूप पे फूल के मोहाइल बात अइसन त नाहीं,, ताकब... Bhojpuri · मुक्तक 236 Share Mahendra Nath Dubey 10 Jul 2021 · 1 min read मनवा के चुल्हिया, इरिखा के जरौना मनवा के चुल्हिया, इरिखा के जरौना,, पाकेला सबुर के, खिचड़िया ए रामा,, पाकेला सबुर के, खिचड़िया ए रामा,, खाए के एतने सही, खुद्दी चूनी जुरताऽ,, घर में न केहू, केहू... Bhojpuri · गीत 264 Share Mahendra Nath Dubey 10 Jul 2021 · 1 min read नाहीं जनलूऽ, पिरीतिया के मोल हो नाहीं जनलूऽ, पिरीतिया के मोल हो। हमरे जिनिगिये से, दीहलू तू तोल हो।। दरदिया तनिको के, अखरत न हमके,, हंसि के एक बेर देतू जो बोल हो।। दिने दिन बढ़त... Bhojpuri · ग़ज़ल/गीतिका 236 Share Mahendra Nath Dubey 10 Jul 2021 · 1 min read निर्गुण - एकदिन छोड़ि सगरो एहिजा चलि जईबा देह दुनिया भरम ह बलवान करम गति, भीतरी के सांच भीतरीये पहचान ले,, बुद्धि कुबुद्धि के फेरा में उलझि मत, नर सेवा ही सांचो नरायन जप मान ले,, केतनो तू... Bhojpuri · गीत 412 Share