Rajeev Dutta 44 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rajeev Dutta 18 Sep 2024 · 1 min read बेघर बेघर अनजान सिंधु की लहरों पर कोई अनभिज्ञ मुसाफिर खड़ा है, आशा के गोते खाकर ही तो जिंदगी भर बढ़ा है, गांव के बूढ़े बरगद के नीचे नींद में बेसुध... Hindi · Quote Writer · कविता 1 2 55 Share Rajeev Dutta 13 Jun 2024 · 1 min read कैसी दास्तां है कैसी दास्तां है Quote Writer 2 79 Share Rajeev Dutta 14 May 2024 · 1 min read 26. ज़ाया कोई नहीं जो समझे या माने मेरी बातें, अपना गम बताकर किसे यूं ज़ाया करे हम। आग उगलती सड़कों पर चलना खूब आता उन्हें, शीतल बहती धारा को क्यों ज़ाया... Hindi · Quote Writer · कविता 206 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 25. जी पाता हूँ ख्वाबों की कश्ती लेकर मैं जब दूर कहीं खो जाता हूं, क्षितिज पर हर बार तुमसे फिर भी मिल ही जाता हूँ। काली ज़ुल्फ़ों में तेरी एक मधुर सी बरखा... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi · Ishq Shayari · कविता 111 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 24. इल्जाम गुज़री यादों का आगाज़ नहीं करते हैं, चलो छोड़ो इसपे बात नहीं करते हैं; वैसे भी कुछ हासिल नहीं होता, बादल नहीं बरसात बयां करते हैं। इबादत सी उकेरी गई... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi · कठिन जीवन · कविता 95 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 23. गुनाह मतलब के सब रास्ते हैं, बेमतलब इस दुनिया में; अब साथ नहीं तो कहते हैं, ये भी गुनाह तुम्हारा है। चमकते रास्तों से कट गई, जो गाँव जाने की वो... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi · कविता 100 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 22. खत कभी लिफ़ाफ़ों में छुपाकर रख देते थे, कभी कोरा ही सजाकर रख देते थे; खतों का दौर वो कुछ और हुआ करता था, दलीलों दुआओं को भी बयां कर रख... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi · Ishq Shayari · कविता 81 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 21. तलाश शब्दावली नहीं करती बयां मेरी कितनी तकलीफें रहीं , ये तो उनके दर्द को कहती है जिनको कहना था बाकी रहा। स्याही तुम्हारे होंठों सी गुलाबी नहीं होती थी कभी... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi · Ishq Shayari · कविता 86 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 20. सादा खाली करने लगा हूँ दिल को मैं तुझसे, जब से तेरे इश्क से मुखौटा हटाया है; खुशी नहीं मिलती है अब खुशियां मनाने से, ग़म के सागर में जब से... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi · Ishq Shayari · कविता 111 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 19. कहानी मेरे मयखाने में दस्तक देने अब आए ना कोई, यहाँ बस मय और मैं ही रह गया और दास्तां मेरी। मेरे ज़िक्र में अपनी निशानी अब ढूँढोगी कैसे, तेरा भी... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi · Ishq Shayari · Pyar · कविता · घुमंतू 92 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 18. कन्नौज मैं रोम-रोम तेरी परछाई समेटे हूँ जी रहा, तू आसमां का एक सितारा और मैं जुगनू तेरा। मेरे सीने की हर धड़कन तेरा ही नाम लेती है, तू है अशकों... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi · Ishq Shayari · कविता 164 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 17. बेखबर इंतहाँ चाहत की तुम्ही से ना होगी क्यूँ मगर, इश्क के गलियारों में बिखरे हैं सपने दरबदर; ना देखो तुम मुझे अश्क में डूबे इस कदर, नज़र - नज़र में... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 102 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 16. आग सिर्फ सूरज की तपिश में तुम सच को ढूंढा मत करो, काले घने बदल भी सच के साथी होते हैं। बातें तुम्हारी सारी मैं दिल में छुपा लेता मगर, विस्मृत... Poetry Writing Challenge-2 · Hindi · कविता 104 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 15. गिरेबान पर्दें जो हैं ज़ुबान पर दुनियादारी के नाम पर , वो भी धुंधला जाते हैं जब हम तन्हा होते हैं। उन्हीं पलों में उठता है राख मेरे मृत भावों का,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 111 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 14. आवारा हूँ खड़ा मैं नदी का किनारा, तन्हा अधमरा बोझिल बेचारा, बेलों के घने कुछ गुच्छे झूलकर देते दो पल सहारा। डूबते किनारों को राह दिखाते हैं, चटकते पहाड़ दरखते दोबारा,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 114 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 13. पुष्पों की क्यारी पुष्पों की क्यारी नोंचकर तुम गढ़ते हो टूटे दिलों की फौज, दिल तो उनके भी टूटे ही थे जो इज़हार में फूल ला ना सके। उनके हाँ का मतलब अब... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 110 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 12. घर का दरवाज़ा साँचा मेरे मन-मंदिर का क्यूँ ऐसे गढ़ा था कभी, सच की आग में तपकर भी झूठे फूल से टूट गया। रेत को फूँका भट्टी में जब तब कहीं कांच को... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 125 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 11. एक उम्र एक बूंद यादों का आज छलका फिर आँखों से मेरे, बरसों का सफर दशकों का ग़म हल्का हुआ आँखों से मेरे I एक उम्र गुज़ार दी थी तरसते हुए रोने... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 110 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 10. जिंदगी से इश्क कर ये आंक बांक झांककर गली के मोड़ ताककर, निकल पड़े हैं के कभी ना आयेंगे फिर इधर, ढलते सितारे देखकर कर चुके शुरू नया सफर, सारे नज़र उन्हीं पर हैं... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 118 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 9. पोंथी का मद तेरा है अब यह दिल मेरा तेरे लिये ही जी रहा, बस तेरी है तलब मुझे खुश्बू तेरी ही पी रहा, मुझे तेरी धड़कन याद है निगाहों के वो सायें... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 120 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 8. टूटा आईना मकसद नहीं था कि दिल उन्हें ही चाहे, मगर उन्हें ना चाहे तो फिर दिल किसे चाहे; ये जलसा घर उनके रोज़ होता रहा कि, तू जिसे चाहे वो भी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 149 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 7. तेरी याद तेरे आने की आहट से मैं अपने ग़म भुलाता हूँ, कभी तू आती है छुप-छुपकर कभी तेरी याद आती है। ढूंढती है निगाहें मेरी तन्हा शामों को तुझे, कभी तेरी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 120 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 6. शहर पुराना जो हाथ पकड़कर चलते थे कभी वो आज नज़रे चुराते हैं, शायद उनके शाम का सूरज अब कहीं और ढलता होगा । वो एक बार को देखते थे हम देखते... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 136 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 5. इंद्रधनुष सात रंग होते थे तुम्हारे जबकि बात मैं कहता हूँ, हो गए होंगे अनंत शायद मुझको अब ये लगता है; एक बार जो देख लिया था मैंने रंग ज़माने का,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 111 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 4. गुलिस्तान हर रात तनहाई में दिल को बुझाकर हौले से, जागा था अश्कों को छुपाकर सीने में मेरे; खतों में अश्क किसी और के होते थे क्या, तनहाई भरी रातें भी... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 121 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 3. कुपमंडक कुपमंडक की आँखों से तुम, मत देखो ये अंतहीन दुनिया, जिसमे सब रंग एक नहीं पर, हो जाता सब एक ही है। छिछला खुरदुरा खार भिंगा, और शायद फिलसन भरा,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 117 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 2. काश कभी ऐसा हो पाता तुम फूल सी खुशबू फैलाती, मैं धूल सा हर कहीं उड़ता जाता; तुम रहा करती खुली आँखों में मेरी, मैं बंद आँखों में सपने सजाता; कच्ची धूप और मीठी हवाएं,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 142 Share Rajeev Dutta 13 Feb 2024 · 1 min read 1. चाय चाय को होंठों से लगा रखा था, हमने शाम का एक लम्हा छुपा रखा था; जिस लम्हे में शोर फ़ीका हो जाता था, उसी गली में जो तुमने बता रखा... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 129 Share Rajeev Dutta 19 Dec 2023 · 1 min read कुपमंडुक कुपमंडुक की आँखों से तुम मत देखो ये अंतहीन दुनिया, जिसमे सब रंग एक नहीं पर हो जाता सब एक ही है; छिछला खुरदुरा खार भिंगा और शायद फिलसन भरा,... Hindi · कविता 197 Share Rajeev Dutta 19 Dec 2023 · 1 min read काश कभी ऐसा हो पाता तुम फूल सी खुशबू फैलाती, मैं धूल सा हर कहीं उड़ता जाता; तुम रहा करती खुली आँखों में मेरी, मैं बंद आँखों में सपने सजाता; कच्ची धूप और मीठी हवाएं,... Hindi · कविता 2 208 Share Rajeev Dutta 19 Dec 2023 · 1 min read चाय चाय को होंठों से लगा रखा था, हमने शाम का एक लम्हा छुपा रखा था; जिस लम्हे में शोर फ़ीका हो जाता था, उसी गली में जो तुमने बता रखा... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) 2 127 Share Rajeev Dutta 3 Oct 2023 · 1 min read Borders The borders have inscribed this date, oh, what irony, In every glance, it exists, yet appears unseen so finely. Friends have lost their friendship's grace, What have we gained by... English · Poem 95 Share Rajeev Dutta 3 Oct 2023 · 1 min read सरहद सरहदों के दायरों ने लिख दी ये तारीख कैसी, हर निगाह मे तो है फिर भी दिखती नहीं बारीक इतनी; दोस्तों ने दोस्तों की दोस्ती को खो दिया, दुश्मनी करके... Hindi · कविता 75 Share Rajeev Dutta 27 Jul 2023 · 1 min read एक उम्र एक बूंद यादों का आज छलका फिर आँखों से मेरे, बरसों का सफर दशकों का ग़म हल्का हुआ आँखों से मेरे I एक उम्र गुज़ार दी थी तरसते हुए रोने... Hindi · कविता 1 362 Share Rajeev Dutta 27 May 2023 · 1 min read तेरे गम का सफर तेरे गम का सफर भी मुझको मिले, मेरी खुशियों की राह तेरी हो जाए । मेरी दिल की दुआ ऐ लेती जा, तुझे प्यार का बसेरा मिले न मिले। ओस... Hindi · कविता 1 332 Share Rajeev Dutta 21 Mar 2023 · 1 min read ओ मुसाफिर, जिंदगी से इश्क कर ये आंक बांक झांककर गली के मोड़ ताककर, निकल पड़े हैं के कभी ना आयेंगे फिर इधर, ढलते सितारे देखकर कर चुके शुरू नया सफर, सारे नज़र उन्हीं पर हैं... Hindi · Hindi · Ishq · Quote Writer · कविता 1 685 Share Rajeev Dutta 11 Feb 2023 · 1 min read आज की प्रस्तुति: भाग 7 जैसे कल की ही बात हो, हम ऐसे याद करते हैं, गुज़ारा था जो इक बचपन, खुशी और ख्वाब के आंगन में। ~ रचयिता - राजीव भाई घुमंतू निवास -... Hindi · शायरी 207 Share Rajeev Dutta 11 Feb 2023 · 1 min read आज की प्रस्तुति: भाग 6 यादों के कसीदे पढ़ता हूं, जिंदगी की जुबां होठों पे लिए, ये दर्द बड़ा बेगैरत है, चाहे से भी जाता ही नहीं। ~ रचयिता - राजीव भाई घुमंतू निवास -... Hindi · शायरी 297 Share Rajeev Dutta 11 Feb 2023 · 1 min read आज की प्रस्तुति: भाग 5 ज़ख्मों से भरी ये दुनिया है, कांटो का सहारा है उनको, हम ही हैं जो एक तन्हा है, मरहम की जरूरत है किसको? ~ रचयिता - राजीव भाई घुमंतू निवास... Hindi · ज़ख्म शायरी · प्यार · शायरी 262 Share Rajeev Dutta 11 Feb 2023 · 1 min read आज की प्रस्तुति: भाग 4 बात मेरी दिल से बयान हो जाती तो अच्छा होता, या बात दिल ही में अगर रह जाती तो अच्छा होता, बात बात में ये कब किसने ना जाने कैसे... Hindi · प्यार · शायरी 229 Share Rajeev Dutta 11 Feb 2023 · 1 min read आज की प्रस्तुति: भाग 3 इत्र महंगा हो गया है फिर से, खुशबू किसी की तो चाहिए, ढको छुपाओ बचाओ उनको उनसे, जो कलियों की तलाश में आ रहे हैं। ~ रचयिता - राजीव भाई... Hindi · कविता · शायरी 265 Share Rajeev Dutta 11 Feb 2023 · 1 min read आज की प्रस्तुति - भाग #2 मैं खयालों की दुनिया में जीना चाहता हूं, जहां ख्वाब होते देश मेरे और सपने होते मुल्क मेरे, ख्वाहिशों का धुआं ना होता भरा ज़ेहन में, ना चाहतों से बेरौशन... Hindi · कविता · छंदमुक्त · विचार 203 Share Rajeev Dutta 10 Feb 2023 · 1 min read आज की प्रस्तुति - भाग #1 मैं अक्सर भूल जाता हूं मौसम की करवट को, ये तो बस बूंदें हैं बारिश की जो तेरी याद दिलाती है। ~ रचयिता - राजीव भाई घुमंतू निवास - कलकत्ता,... Hindi · Ishq · कविता · प्यार · शायरी 417 Share Rajeev Dutta 9 Feb 2023 · 1 min read घुमंतू की कविता #1 पंचभूत की धूनी में जब रहा कहीं रमा हुआ ये चित्त मेरा, पंचभूत की ज्योति से तब पूर्णतः भस्म हुआ ये चित्त मेरा। यहां गया वहां गया, जाने कहां कहां... Hindi · Lord Shiv Bhajan · Shiva · अध्यात्म · कविता 384 Share