DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 213 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read नए युग का प्रारम्भ आसमान मैं उड़ती मेट्रो जीवन का राग सुनाती मेट्रो, हवा हवाई, धुप सुनहरी, नया जंहा दिखलाती मेट्रो, समय बचत,इको फ्रेंडली, सुरक्षित मंजिल पहुचाती मेट्रो, कभी ना थकना आगे बढना हम... Hindi · कविता 3 207 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 2 Jul 2020 · 1 min read संघर्ष की कहानी में संघर्ष की कहानी में यह वक्त संघर्ष का है रोज नए खबरों का है सहमी सहमी दुनिया में शांति को महसूस करने का है बैठ जाओ घर में तुम अपने... Hindi · कविता 3 392 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 22 Jul 2020 · 2 min read याद रखिये परिस्थिति कितनी भी भयावह हो, फिर भी तुम कमाल हो ! - आनंदश्री याद रखिये परिस्थिति कितनी भी भयावह हो, फिर भी तुम कमाल हो ! - आनंदश्री संकट, निराशा, अवसाद, नकारात्मक परिस्थितियां इनमे से कैसे भी हो , दुखी मत होना। इसके... Hindi · लेख 3 3 232 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 12 Jan 2021 · 2 min read दुनिया आपको कुछ भी समझें, आपको पता होना चाहिए कि आप कौन हो - आनंदश्री दुनिया आपको कुछ भी समझें, आपको पता होना चाहिए कि आप कौन हो - आनंदश्री - जब ईश्वर साथ है तो कौन हमारे खिलाफ है कुछ फर्क नही पड़ता कार्ली... Hindi · कविता 3 3 409 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 14 Jan 2021 · 2 min read स्वयं को नए रूप में देखना शुरू करे - आनन्द्श्री " फेक इट एंड मेक इट " को अपनाये स्वयं को नए रूप में देखना शुरू करे - आनन्द्श्री " फेक इट एंड मेक इट " को अपनाये क्या आप विचारों में मजबूत और शक्ति शाली है ? या,... Hindi · कविता 3 2 319 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 4 Feb 2021 · 2 min read आप जो चाहते हो, उस पर ध्यान दो, न कि उस पर जो आप नही चाहते - आनंदश्री -अदृश्य का नियम काम करता है आप मानो या न मानो आप जो चाहते हो, उस पर ध्यान दो, न कि उस पर जो आप नही चाहते - आनंदश्री -अदृश्य का नियम काम करता है आप मानो या न मानो इसे... Hindi · कविता 3 2 215 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 9 Mar 2019 · 1 min read वह रास्ते आज भी तेरा इंतजार करते है Dear NRI, वह रास्ते आज भी तेरा इंतज़ार करती है जिन्हें तू छोड़ गया था वह मोड़ भी तेरा इंतज़ार करती है जिससे तू मुह मोड़ गया था कदम को... Hindi · कविता 2 210 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 9 Mar 2019 · 1 min read मौलिकता !! कॉपी पेस्ट के जमाने में कुछ खोया खोया लगता है अपनी ही प्रतिभा से बहुत लोग अनजान से लगते है जाने क्या शॉर्टकट की लत लग गयी अपनी ही मौलिकता... Hindi · कविता 2 245 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 9 Mar 2019 · 1 min read तुम लगे रहना... तुम लगे रहना लक्ष्य भटकाएँगे तुम्हे चिड़ाएंगे बुराई आजमाएगी नींद गहराएगी मंजिल के पास जाते जाते खो जाओगे लेकिन तुम लगे रहना मान्यता की बोझ को उतारना लोग क्या कहेंगे... Hindi · कविता 2 238 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 9 Mar 2019 · 1 min read आनंद ही जीवन की परिभाषा है उम्मीद का दरवाज़ा खटखटाते रहना नई राह है बनानी आशा का दीपक जालायें रखना कई लोग आएंगे साथ चलेंगे, संभलेंगे कुछ रुकेंगे, कुछ आगे निकल जाएंगे वास्ता सभी से बनाये... Hindi · कविता 2 412 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 9 Mar 2019 · 1 min read जीवन क्या है सवाल उठा जवाब ढूंढ जीवन क्या है तू बतला जाने किस माहौल में कोई हीरा बन जाये कोई सूरज बन जाये जबाब ढूंढता जा तेरा जवाब अलग होगा मकसद अलग... Hindi · कविता 2 269 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 9 Mar 2019 · 1 min read दिवाली हर घर मे एक उम्मीद का दिया जलने दो, घर आंगन में खुशियों की रंगोली बनने दो आधार हो अपनो का हर मुश्किल आसान हो बेशर्त प्रेम भाव का फूल... Hindi · कविता 2 382 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 9 Mar 2019 · 1 min read उद्योग ऊर्जा गीत ...!! उद्योग ऊर्जा गीत नई भावना बहने लगी कश्तियों को किनारा मिला सहारा मिला काम मिला हर हाथ को उद्योग मिला रग रग में ऊर्जा संचार हुआ व्यवसाय को पहचान मिला... Hindi · कविता 2 254 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 9 Mar 2019 · 1 min read पथिक अंधियारे जंहा में मशाल ले कर चला हूँ, कई पथिक यंहा से गुजरेंगे उनके रास्ते बनाने चला हूँ.. आंधी तूफ़ान बारिश सभी का सामना करते चला हूँ, दुनियावी चीजों में... Hindi · कविता 2 422 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read इंसान ही अकेला है लोग साथ है सड़क भरे है इंसानों के भीड़ में इंसान ही अकेला है नई रांहे अमर उजाले है दिशा नई फिर भी खोया इंसान है फैलाएं बाहें सूरज ताक... Hindi · कविता 2 201 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read अवरोध अपना अवरोध ना बन तू आगे बढ़ युद्ध कर अपने विकार को समाप्त कर बस युद्ध कर जीवन एक उपहार है यूँ न उसे नष्ट कर तू आगे बढ़ तू... Hindi · कविता 2 231 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read जा तेरे सपने बड़े हो.. जा तेरे सपने बड़े हो, तू हसे मुस्कुराये, पवन की तरह उड़ान भरे जा तेरे सपने बड़े हो, जल्द ही भावना की गोद से उतरे नाचे, खेले, कूदे फूलों की... Hindi · कविता 2 268 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read ....उस पार ... ....उस पार ... चल उठ, नया आकाश, राह तके .. जीवन की नैया को पार लगा उस पार जंहा मानवता का मानवता से प्रेम है.. इंसानो की भीड़ में, ना... Hindi · कविता 2 201 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read ......।।। हम कसौधन है ।।।...... भले ही दृष्टिकोण अलग है लेकिन दृष्टिलक्ष्य एक है हम कसौधन है। कांटो से भरी आसान नही राह लेकिन लोग साथ है हम कसौधन है। कथा नही, साक्षी भाव मे... Hindi · कविता 2 526 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read ........अनंत यात्रा ........ लाखों से शुन्य की कुछ है से खुश नहीं की, आकार से निराकार की यह यात्रा है अनंत की... टाइम स्पेस के बाहर की सुख दुःख से परे की मन... Hindi · कविता 2 326 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read ईश्वर से साक्षात्कार यह इंद्रधनुष है या केवल रंगो का मेल या केवल एक एहसास है प्रकृति का चमत्कार है देता है सन्देश हमें जीवन की गहराईंयों का सात स्तर अध्यात्म का चेतना... Hindi · कविता 2 329 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read ऐसा मेरा भारत है .. ऐसा मेरा भारत है .. छूता हिमालय नील गगन को हर तरफ हरियाली है वीर जावानो की कुर्बानी है ऐसा मेरा भारत है ऐसा मेरा भारत है.... एक तरफ गंगा... Hindi · कविता 2 171 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read तू ना कभी घबराना. कल कल करती तुफानो मे... तूफ़ानों से घबराकर नाविक पथ से ना डिग जाना लहरें आती जाती रहती, तू बस बहते जाना. चाहे हो आंधी की बयार, चाहे हो तूफ़ानी... Hindi · कविता 2 408 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read जीवन जीते हुए जीवन जीते हुए ए दोस्त, एक काम जरुर करना जिंदगी को भरपूर जी लेना जिसमे आपको अपनी अभिव्यक्ति व्यक्त करनी है. भरपूर जीना ए दोस्त भरपूर जीना. दिनेश किशोर गुप्ता Hindi · कविता 2 209 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read कुछ बात बने ... हे ईश्वर थक गया हूँ चलते चलते तुम आओ तो बात बनें राह मुश्किल है कठिन डगर है तुम्हारे इशारों पर बात बने नई खोज करनी है पहले खुद को... Hindi · कविता 2 223 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read रूबरू रोज रूबरू होता हूँ जिंदगी के हकीकत से आश्चर्य होता है कायनात के हर शख्स से हँसता हूँ, हँसाता हूँ जान कर रब के खेल से सदियां गुजर गई, लोग... Hindi · कविता 2 220 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read ख्वाब कुछ ख्वाब टूट जाते है कुछ हौसला बढ़ा जाते है कुछ नई चाह पैदा करते है तो कुछ पीछे छोड़ जाते है ख्वाब जिद पैदा करते है जीवन मे कुछ... Hindi · कविता 2 440 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Mar 2019 · 1 min read सोशल मीडिया सोशल मीडिया में सब अकेले हो रहे है भीड़ में रह कर भी सब साथ छुट रहे है कौन पहचानता है इसको किसको सब अनजान है बेखबर खुद से सिल्फ़ी... Hindi · कविता 2 203 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 11 Mar 2019 · 1 min read अपना नाम कर दिखला कुछ नया कर के दिखा संसार में अपनी पहचान करके दिखला मरकर भी ज़िंदा रहेगा अपना नाम कर के दिखला चला जाना बहुत दूर मन की गराई समंदर में खुद... Hindi · गीत 2 295 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 11 Mar 2019 · 1 min read तू उठ , चल, तू उठ , चल, नयी रोशनी राह ताके आगे बढ़, शोर को अनदेखा कर तू चल , उठ, वक्त नहीं है खोने का समय नहीं है सोने का बस नयी... Hindi · कविता 2 437 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 11 Mar 2019 · 1 min read हार न मानना हार न मानना कुछ शामे निराश से भरी होगी जीतते जीतते रह जाएगी लेकिन जोश को कम न होने देना हार न मानना उम्मीद का दिया जलाए रखना अपनो पर... Hindi · कविता 2 317 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 11 Mar 2019 · 1 min read मस्तिष्क मस्तिष्क इंसान का महत्वपुर्ण अंग है। वास्तव में सभी शरीर के हिस्से इस मस्तिष्क के लिए ही कार्य करते है। मनुष्य का व्यक्तित्व कुछ और नही तो उसके मस्तिष्क से... Hindi · लेख 2 335 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 18 Jul 2020 · 1 min read प्रकृति, योग, भारतीय संस्कृति, और कोरोना पर जीत- आनन्द्श्री प्रकृति, योग, भारतीय संस्कृति, और कोरोना पर जीत- आनन्द्श्री अवसाद और भयावह की इस माहौल में बहुत कुछ नकारात्मक हुआ। ऊपर से लॉक डाउन के कारण घूमने फिरने के आदी... Hindi · कविता 2 1 201 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 27 Jul 2020 · 1 min read कोरोना के समय पढाई की स्ट्रेटजिक बनाने के लिए प्रो डॉ दिनेश गुप्ता आमंत्रित कोरोना के समय पढाई की स्ट्रेटजिक बनाने के लिए प्रो डॉ दिनेश गुप्ता आमंत्रित दिल्ली- ब्लू बेरी इंटरनेशनल एवं भारत सरकार की मिनिस्ट्री ऑफ स्किल डेवलोपमेन्ट के सपोर्ट से 7... Hindi · लेख 2 249 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 28 Jul 2020 · 1 min read संघर्ष जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा आपको इसके लिए हमेशा तैयार रहना है - आनंदश्री संघर्ष जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा आपको इसके लिए हमेशा तैयार रहना है - आनंदश्री यदि आप कुछ अच्छा करना चाहते हैं, यदि आप किसी भी क्षेत्र में सफल होना... Hindi · लेख 2 3 451 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Feb 2021 · 2 min read जब हम परिस्थिति को देखने का नजरिया बदलते है, तब परिस्थिति भी बदल जाती है - आनंदश्री जब हम परिस्थिति को देखने का नजरिया बदलते है, तब परिस्थिति भी बदल जाती है - आनंदश्री -आपकी अमीरी, गरीबी, सफलता असफलता , सेल्स और रिश्ते सभी आपके पैराडाइम पर... Hindi · लेख 2 6 521 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 9 Mar 2021 · 2 min read हर जीव में शिव बसा है - आनंदश्री -हर निराकार और आकार में यही शिव बसा है जिसे ऊर्जा, तरंग या एनर्जी कहते है हर जीव में शिव बसा है - आनंदश्री -हर निराकार और आकार में यही शिव बसा है जिसे ऊर्जा, तरंग या एनर्जी कहते है वही सत्य है, सुंदर है शिव... Hindi · लेख 2 855 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 3 Aug 2021 · 1 min read धन्यवाद कोई साधारण शब्द नहीं है धन्यवाद, धन्यवाद, धन्यवाद. धन्यवाद कोई साधारण शब्द नहीं है बल्कि यह हमें नकारात्मकता से सकारात्मकता की ओर जाने का एक पायदान है। यह वह मंत्र है जो नरक से स्वर्ग... Hindi · लेख 2 1 375 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 4 Aug 2021 · 1 min read सफलता ऐसे नही मिलती रोज नई सोच से खुद को गढना होता है नए विश्वास से सींचना होता है आपा धापी मे भी खुद को खोजना होता है समय के साथ चलना होता है... Hindi · कविता 2 2 260 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 7 Aug 2021 · 1 min read नीरज का भाला नीरज का भाला नीरज आपके भाले ने कमाल कर दिया उम्मीद के दिये को सुरज में बदल दिया लंबी दौड़, एक भाला इतिहास से भर दिया करोड़ो के दिलो में... Hindi · कविता 2 349 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 10 Aug 2021 · 4 min read जो निरन्तर सीखता है, वह हमेशा युवा रहता है। जो सीखता है, वह हमेशा युवा रहता है - आनंदश्री - जवानी ओ दीवानी तू जिंदाबाद युवा की परिभाषा क्या है। क्या यह कोई उम्र का परिणाम है, या बचपन... Hindi · लेख 2 361 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 13 Aug 2021 · 4 min read मिशन माइंड वैक्सीनेशन Mind vaccination पिछले छः महीनों से " माइंड वैक्सीन " दे रहे है प्रो डॉ दिनेश गुप्ता इस नए दिमाग के टीकेकरण के साथ अपने कोरोना की उदासी को दूर... Hindi · लेख 2 408 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 13 Sep 2021 · 2 min read हिंदी केवल भाषा ही नही , देश की विरासत है - आनंदश्री हिंदी केवल भाषा ही नही , देश की विरासत है - आनंदश्री - हिंदी का प्रचलन बढ़ाने के तीन " वी " महात्मा गांधी कहा करते थे - " राष्ट्रीय... Hindi · लेख 2 398 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 5 Mar 2019 · 1 min read प्रतिबिम्ब आईने के इस शहर में हर चेहरा अपना सा लगता हैं मैं रूखा रूखा तो सब रूखे रूखे मैं खुशियों का सागर तो सब मौजी लहरें सी लगती है मैं... Hindi · कविता 1 231 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 5 Mar 2019 · 1 min read युद्ध कर अपना अवरोध ना बन तू आगे बढ़ युद्ध कर अपने विकार को समाप्त कर बस युद्ध कर जीवन एक उपहार है यूँ न उसे नष्ट कर तू आगे बढ़ तू... Hindi · कविता 1 357 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 5 Mar 2019 · 1 min read उस पार चल उठ, नया आकाश, राह तके .. जीवन की नैया को पार लगा उस पार जंहा मानवता का मानवता से प्रेम है.. इंसानो की भीड़ में, ना कोई अकेला ना... Hindi · कविता 1 185 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 5 Mar 2019 · 1 min read वक्त बेवक्त खुद को रोज़ पढ़ता हूँ ज़िन्दगी की किताब मे देर सबेर चले आते है यादो के साये में देखो गुजर रहा है ज़िन्दगी का यह पन्ना फिर एक दिन याद... Hindi · कविता 1 245 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 5 Mar 2019 · 1 min read सलाम दुआ करते चलना सलाम दुआ करते रहना ज़िन्दा हो तो ज़िन्दा नज़र आते रहना कभी गलत फहमी हो तो पहले उसे धो देना मन के जालों को साफ करना भट्टी के कच्ची हांडी... Hindi · कविता 1 226 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 5 Mar 2019 · 1 min read अपने नज़रिए की खिडकी चलो आज अपने नज़रिए की खिडकी के कांच साफ़ करते है बचपन मे यह खिड़की की कांच कोरी साफ़ सुथरी थी गलत मान्यताएं कटु अनुभव, अपेक्षाओं ने कांच को मटमैला... Hindi · कविता 1 209 Share DR. DINESH GUPTA - AANANDSHREE 5 Mar 2019 · 1 min read अपने सपनो को कस कर पकड़ना अपने सपनो को कस कर पकड़ना चुराने वाले बहुत कुछ चुरा ले जाएंगे तुम्हारे सपनो को भी चुरा लिया जाएगा तुम पर हसेंगे, हसाएंगे मज़ाक उड़ाएंगे, बहकाएँगे तुम अपने सपनो... Hindi · कविता 1 255 Share Page 1 Next