डॉ विजय कुमार कन्नौजे Tag: कविता 153 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ विजय कुमार कन्नौजे 17 Apr 2024 · 1 min read - क्या खाक मजा है जीने में।। मानसरोवर साहित्य काब्य मंच दिनांक १६/४/२०२४ विषय, क्या खाक मजा है जीने में ********************** जिस डाल पर पानी सींचा पाला पोसा बड़ा किया। वक्त हमारी पारी आई तब येन वक्त... Hindi · कविता 47 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 26 Jan 2024 · 1 min read शक्ति स्वरूपा कन्या शक्ति स्वरूपा कन्या ******************-%****** रचनाकार, , डॉ विजय कुमार कन्नौजे छत्तीसगढ़ रायपुर ले तलवार निकल पड़ीं, रणक्षेत्र पर महारानी। देश भक्ति की लगन लगी,खुब लड़ी मर्दानी।। बाल्यकाल से लगन लगी... Hindi · कविता 1 91 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 26 Jan 2024 · 1 min read सत्यमेव जयते मान सरोवर साहित्य अकादमी दैनिक प्रतियोगिता दिनांक,25/1/2024 रचनाकार, डॉ विजय कुमार कन्नौजे छत्तीसगढ़ रायपुर। विषय, ;-सत्यमेव जयते *****************"***************"*** सत्य सनातन धर्म का , यदि सम्मान सभी करते सुख शांति समृद्धि... Hindi · कविता 119 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 26 Jan 2024 · 1 min read अड़बड़ मिठाथे नुनहा चिला अउ गुलगलहा भजिया हमरो दाई बनायें हवय। नि खांव केहेव तब पनपुरवा अंगाकर गोरसी मां पुरोय हवय।। मिरचा पताल के सुघ्घर चटनी, धनिया पताल डार के। अड़बड़ मिठाही... Hindi · कविता 1 77 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 26 Jan 2024 · 1 min read भारत माता की वंदना वंदन नमन अभिनंदन है तव चरणों में मां मन्नत है। लें उठा निज गोद में मां मुझ बालक का करूण क्रन्दन है। मां भारती मां भारती मां भारती गंगा यमुना... Hindi · कविता 1 154 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 24 Jan 2024 · 1 min read बदली बारिश बुंद से बदली बारिश बुंद से **************** बदली बारिश बुंदन से हर्षित मन हो जात। तपन गर्मी जो लूं लगी शांत हृदय हो जात। तपन तेज ब्याकुल भई भुमि होत अकुलान। बुंदन... Hindi · कविता 1 72 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 24 Jan 2024 · 1 min read मैं मधुर भाषा हिन्दी मैं मधुर भाषा हिन्दी **************** कवि, डॉ विजय कुमार कन्नौजे छत्तीसगढ़ रायपुर आरंग अमोदी ************////******* हिन्दी साहित्य की वाणी है अद्भुत जिनके रूप। साहित्य सागर की गहराई नाप सकय नही... Hindi · कविता 1 106 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 24 Jan 2024 · 1 min read संस्कार संस्कृति सभ्यता संस्कार संस्कृति सभ्यता आदर्श मानव बनाने की कला है। प्रत्यक्ष उदाहरण में हमारे मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम लला है। पढ़ना कढ़ना गढ़ना, अलग अलग सी बात है पढ़ो कम,कढो़ अधिक,... Hindi · कविता 1 85 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 24 Jan 2024 · 1 min read मैं एक महल हूं। मैं एक महल हूं ************* क्या मंदिर क्या मस्जिद क्या गिरजाघर गुरुद्वारा। , ईट पत्थर का बना है महल, जिसमें लगा सीमेंट गारा ।। मैं महल हूं,जो भी मुझे बनवाते,... Hindi · कविता 99 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 24 Jan 2024 · 1 min read संगठन संगठन *************************** रचनाकार, डॉ विजय कुमार कन्नौजे छत्तीसगढ़ रायपुर *************************** मंदिर मस्जिद गिरजाघर का ना करें कोई अपमान। कण-कण पत्थर में भी होता है गुप्त शक्ति भगवान ।। मैं सीमेंट... Hindi · कविता 84 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 24 Jan 2024 · 1 min read जुते की पुकार जुते की पुकार दबे कुचले असहाय,दीन हीन न समझो मुझे। हाथ जोड़ करता हूं विनती, मेरा महिमा जनजन में गुंजे।। अंहकार में मतवाला होकर, पैरों में मुझे दबाते हो। पहुंच... Hindi · कविता 65 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 24 Jan 2024 · 1 min read दुश्मन कहां है? दुश्मन कहां है? ************ निगाह लगा अंतर्मन देखें अन्तर्मन में फोड़ा है। दुश्मन हमारा कहीं और नहीं जिसने हृदय को तोड़ा है।। खोज रहे हैं दुश्मन बाहर दुश्मन साथ में... Hindi · कविता 1 84 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 24 Jan 2024 · 1 min read कहां जाके लुकाबों विषय कहां जाके लुकाबों **************** जंगल झाड़ी चातर होवत हे, चार तेंदू कहां ले पाबों। बघवा भलुवा शहर धरत हे कहां जाके हमन लुकाबों।। रूख राई खोजे नई मिलय आक्सीजन... Hindi · कविता 1 99 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 24 Jan 2024 · 1 min read नता गोता नता गोता ********** रचनाकार,, डॉ विजय कुमार कन्नौजे छत्तीसगढ़ रायपुर आरंग अमोदी ***************************** नता गोता रिस्तादारी ल मरत ले निभावन । गांव बसेरू,दाई दीदी के गोड़ घलो पखारन।। का दिन... Hindi · कविता 75 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 24 Jan 2024 · 1 min read जन कल्याण कारिणी जन कल्याण कारिणी (वन देवी मां सीता ) ******************** रचनाकार, डॉ विजय कुमार कन्नौजे छत्तीसगढ़ रायपुर आरंग अमोदी *****************"*********** दोहा वन में रहते मां सीता ,धर वनदेवी रूप। जगत जननी... Hindi · कविता 1 81 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 24 Jan 2024 · 2 min read नर नारी नर नारी ******* लेखक, डॉ विजय कुमार कन्नौजे छत्तीसगढ़ रायपुर आरंग अमोदी ---------------------------------------------- संसार में सबसे ऊंचा स्थान नारी का है फिर नारियां पुरुष के सामने क्यों झुकती है? उदाहरण,... Hindi · कविता 71 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 24 Jan 2024 · 1 min read कविता कि प्रेम कविता की प्रेम ************ रचनाकार:- डॉ विजय कुमार कन्नौजे छत्तीसगढ़ रायपुर आरंग अमोदी। ----------------------------------------------- मैं शुक्रगुजार हूं अपने चहेते गुरदेव का ऊंगली पकड़ाया,कविता से प्रेम का।। कविता,कविता,कविता,नजर पे झुलती है।... Hindi · कविता 96 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 24 Jan 2024 · 1 min read रचना प्रेमी, रचनाकार रचना प्रेमी, रचनाकार डॉ विजय कुमार कन्नौजे छत्तीसगढ़ रायपुर आरंग अमोदी +++++-------++++++++++++ नींद बैरी ह परत नई हे काकर करत हे अगोरा । रात दिन नजर झुलत हे टुरी रचना... Hindi · कविता 93 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 24 Jan 2024 · 1 min read प्रतीक्षा, प्रतियोगिता, प्रतिस्पर्धा प्रतीक्षा, प्रतियोगिता, प्रतिस्पर्धा (सबर कर) कर प्रतीक्षा, प्रतियोगिता, प्रतिस्पर्धा उच्च उंचाई पर ले जायेंगे। जल रहे हैं जो तुम पर यहां तव समक्ष,सर ही झुकायेगे दुर दृष्टि,कड़ी मेहनत,रख मन श्रद्धा।... Hindi · कविता 1 79 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 24 Jan 2024 · 1 min read समाज सेवक पुर्वज समाज सेवक पुर्वज रचनाकार,, डॉ विजय कुमार कन्नौजे अमोदी आरंग छत्तीसगढ़ रायपुर दिनांक 2212/2023 ====.====================== कोटि-कोटि प्रणाम मेरा, कोटि-कोटि नमन है। समाज सेवक पुर्वजों को,दिल से मेरा नमन है।।। श्री... Hindi · कविता 1 101 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 24 Jan 2024 · 1 min read गाडगे पुण्यतिथि गाडगे पुण्यतिथि आज दिनांक,20/12/2023 =============== गाडगे पुण्यतिथि आज है कर्म योगी सरकार का। स्वच्छता अभियान जनक संत शिरोमणि महाराज का।। निज मित्रों संग भजन गाते निर्गुण ब्रह्म गोपाल का। गाडगे... Hindi · कविता 1 83 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 24 Jan 2024 · 1 min read कर्मयोगी संत शिरोमणि गाडगे स्वच्छता अभियान के जनक राष्ट्रीय संत शिरोमणि बाबा गाडगे महाराज की पुण्यतिथि दिनांक 20/12/2023 समर्पित रचनाकार,, डॉ विजय कुमार कन्नौजे छत्तीसगढ़ रायपुर ========================== कर्मयोगी संत शिरोमणि, उच्चासन को चढ़ाएं है।... Hindi · कविता 1 123 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 24 Jan 2024 · 1 min read प्रेम भरी नफरत प्रेम भरी नफरत ------------------- रचनाकार,, डॉ विजय कुमार कन्नौजे छत्तीसगढ़ रायपुर दिनांक,,19/12/2023 ******************************** लुटी हुई गीदड़ से हिरनी अब हिरन का हो सकता नहीं। गिरे हुए पेड़ों से पत्ते पुनः... Hindi · कविता 88 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 24 Jan 2024 · 1 min read बगिया बगिया रचनाकार :-डॉ विजय कुमार कन्नौजे छत्तीसगढ़ रायपुर ---------- क्या कसूर है किसी का, बगिया देख ललचा जायें। कभी गुलाब कभी मोंगरा, कभी गेंदा पे नजर लग जायें।। महर महर... Hindi · कविता 1 72 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 24 Jan 2024 · 1 min read कर्त्तव्य कर्त्तव्य --------- आज धरा में केवल धर्म की लड़ाई लड़ी जा रही है, लेकिन धर्म का क्या अर्थ है शायद लोग समझ नहीं पा रहे हैं और अपने कर्तव्य से... Hindi · कविता 1 101 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 24 Jan 2024 · 1 min read माफ़ कर दे कका माफ कर दे कका -------------------- कका गो कका,माफ कर दे कका कका भतिजा के झगड़ा म मिलगे दगा गो दगा,कका गो कका माफ कर दे कका,कका गो कका सोचे रहेव... Hindi · कविता 83 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 24 Jan 2024 · 1 min read चुनाव के खेल जब आथे चुनाव तब जात पात ल बताथे बाकी बेरा म उही जात भाई अटियाथे। घर में खाय बर दाना नि रिहिस, तब आन जात प्राण बचाथे। जात सगा मन... Hindi · कविता 1 107 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 24 Jan 2024 · 1 min read कौरव दल का नाश कौरव दल का नाश ============. बार बार होने के बावजूद धृतराष्ट्र के केवल पुत्र मोह ने कौरव दल का नाश किया मात्र दुर्योधन का अहंकार, ब्यभीचार, आतंकवादियों का भरोसा, चापलुस,... Hindi · कविता 1 62 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 20 Nov 2023 · 1 min read मातर मड़ई भाई दूज मातर मड़ई,, भाई दुज =============== मातर मड़ई मेला भाई दुज के दिन। चलव संगी जाबों देव धामी के तीर।। नाचत कुदत राऊत सकलाही सब झिन। सोहही बांधें राऊत रवतईन रांधही... Hindi · कविता 200 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 20 Nov 2023 · 1 min read ये नोनी के दाई ये नोनी के दाई ================= का बतावव दुःख संगी जिन्गी के काहनी। घातेच सुघ्घर लागय जी गोसईन के जुबानी।। दिन भर चिल्लावत राहव ये नोनी के दाई। लान तो ओ... Hindi · कविता 2 130 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 17 Nov 2023 · 1 min read प्रतीक्षा प्रतीक्षा प्रतीक्षा है किसी और की मेरा तो कोंई और। नहीं ठिकाना जीवन का कहां मिलेगा ठौर।। प्रतिक्षा है मुझे मौत की वहीं मिलेगा ठौर। कटु वचन, अटल सत्य है... Hindi · कविता 2 128 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 17 Nov 2023 · 1 min read बरसात बरसात के आने पे मौसम सूहानी लगता है। चिड़ियों की चहक से आंगन सुहानी लगता है।। बरसात के आने पे धरा हरियाली लगता है। ग्रीष्मकाल के जाने पे मौसम खुशियांली... Hindi · कविता 1 165 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 17 Nov 2023 · 1 min read आल्हा छंद विधा,, आल्हा छंद मापनी,,16-15 पर यति प्रति पद 31मात्राऍ ================= काम बुता में अब लग जावव अब लूबोन खेत के धान । जुर मिल करपा बीड़ा लाबो अनदाई के करबो... Hindi · कविता 190 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 17 Nov 2023 · 1 min read मन मुकुर सुंदर कर्म कीजिए,मन मुकुर करे साफ। निज कमी को देखीए,न करें मन उदास।। निज दृष्टि से देखिए,किस गहरे में आप। खोजन चले दुष्टन को, दुष्ट बने खुद आप।। तौं सुधारे... Hindi · कविता 1 171 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 16 Nov 2023 · 1 min read निश्छल प्रेम मानसरोवर साहित्य अकादमी दैनिक प्रतियोगिता दिनांक 16/11/2023विषय,, निश्छल प्रेम ==========.==========....===== निश्छल प्रेम श्री कृष्ण का लीजै हृदय लगाय। प्रेम कीजिए राधेय बनकर निश्छल प्रेम हो जाय।। निश्छल प्रेम भक्ति भाव... Hindi · कविता 1 213 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 10 Nov 2023 · 1 min read छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस अटल जी का भीष्म प्रतिज्ञा काम किया जी भारी। स्वतंत्र राज्य बन बैठी मोर छत्तीसगढ़ महतारी।। राष्ट्रपति अब्दुल कलाम बोले जय जय छत्तीसगढ़ के माटी। स्वर्ग सम है दृश्य यहां... Hindi · कविता 2 103 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 10 Nov 2023 · 1 min read गुलामी के कारण परबुधिया रिहिस अनपढ किसान। परदेशिया करा बदय फट मितान।। जेकर फल पाइस देश गुलाम दुख भोगिस अनपढ़ किसान पहिली जमाना चुतिया बनय खासअनपढ़ रहे गा किसान आंखी मुंद के दस्तखत... Hindi · कविता 2 128 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 10 Nov 2023 · 1 min read धनतेरस धनतेरस ====== शुभाशीष शुभकामना, धनतेरस का अरमान खुश रहें,सब लोगन,यह धन्वंतरि का वरदान अमृत तुल्य औषधि अधिक, प्रकृति में भगवान खोज निकाला धन्वंतरि, धनतेरस का वरदान।। खोजी हो तो खोजिये,... Hindi · Article · कविता 2 140 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 10 Nov 2023 · 1 min read क्या गजब बात क्या गजब बात जब जब चुनाव आता है, लोगों की भावना बन जाती है हम अपने स्वजातीयों को ही वोट करेंगे, क्योंकि वह जाति भाई है। लेकिन उस दिन को... Hindi · कविता 1 98 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 10 Nov 2023 · 1 min read दिवाली त्योहार का महत्व दिवाली त्योहार का वैज्ञानिक महत्व ==================... मानव जीवन में त्योहारों का एक विशेष महत्व है, तो आइये हम जाने त्योहारों का राजा देवारी दिवाली का वैज्ञानिक महत्व है। 1,, चार... Hindi · कविता 1 140 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 13 Oct 2023 · 1 min read जस गीत ई पत्रीका के छटवां अंक बर ===============.= बिरही भिंगोए बर हो तय आबे भवानी बिरही भिंगोए बर न पहिली दिन तय बिरही भिंगोबे दुसर दिन जोत जलाबे तिसर दिन चन्द्र... Hindi · कविता 1 378 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 13 Oct 2023 · 1 min read सच कहूं तो झूठ कहूं की सच कहूं या रहुं सदा मैं मौन। झूठ लबार तो बहुत है सत्य बखाने है कौन ।। चुप सरीखा सा सुख नही सदा रहूं मैं मौन। सच... Hindi · कविता 3 252 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 12 Oct 2023 · 1 min read मातृ भाषा हिन्दी मातृ भाषा हिन्दी पशु पक्षी चिरई चिरगुन निज भाषा को अपनाते हैं। क्या हुआ रे मानव जो खिचड़ी भाषा को पकाते हैं।। निज भाषा पर है शर्म तुम्हें खिचड़ी को... Hindi · कविता 1 259 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 12 Oct 2023 · 1 min read जस गीत आबे दाई तय आबे ओ तोर गोड़ के धुर्रा गिराबे ओ। नान्हे नान्हे लईका तोर। तय मया के बरषा कराबे ओ। आबे दाई तय आबे ओ मया के बरषा कराबे... Hindi · कविता 1 196 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 11 Oct 2023 · 2 min read संत कवि पवन दीवान,,अमृतानंद सरस्वती संत कवि पवन दीवान,,अमृतानंद सरस्वती ============== अमृतानंद सरस्वती को धरूं हृदय में ध्यान। सजग कर मम दिल को दें तत्वों का ज्ञान।। बढ़े सनातन धर्म का जग में पुण्य प्रताप।... Hindi · कविता 1 169 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 11 Oct 2023 · 1 min read चंद्रयान विश्व कीर्तिमान चंद्रयान विश्व कीर्तिमान चंद्रयान विश्व कीर्तिमान से, छाया भारत का सम्मान। बिज्ञान जगत में छा गया भारत का सम्पूर्ण ज्ञान।। धन्य है हमारी मातृभूमि धन्य हमारा धाम। धन्य हमारा बिज्ञान... Hindi · कविता 1 144 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 11 Oct 2023 · 1 min read पुरखा के बदौलत पुरखा के बदौलत =========== पितर पाख सिरागे, फेर पूरखा ल नई भुलावव। पुरखा के बदौलत ये, जऊन मैं इंहा जिंदा हावव।। ददा के ददा पुरखा ददा तुंहर दया म अइस... Hindi · कविता 1 177 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 10 Oct 2023 · 1 min read कैसी है ये जिंदगी कैसी है ये जिंदगी ===========..==== कैसी है ये जिंदगी समझ किसी का न आता है। तर्क कुतर्क करके मुरख ब्यर्थ समय गंवाता है।। हाड़ मांस पुतला को सत्य स्वरूप मानता... Hindi · कविता 1 139 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 10 Oct 2023 · 1 min read जुग जुग बाढ़य यें हवात जुग जुग बाढ़य यें हवात सावित्री सम पतिव्रता, होय अचल येंहवात। खुश रहो आनन्द रहो जुग जुग बाढ़य येंहवात खुश रहो, आनन्द रहो शौभाग्यवती हो बेटी। येंहवात तुम्हारा बना रहे... Hindi · कविता 1 157 Share डॉ विजय कुमार कन्नौजे 10 Oct 2023 · 1 min read मेरे देश की मिट्टी मेरे देश की मिट्टी =========== जिस मिट्टी के महक से उड़े सुगंध फुहाड़। उस मिट्टी की महिमा को अनंत अनंत प्रणाम।। सुगंध युक्त है,अनुपम छटा है मेरे देश की मिट्टी... Hindi · कविता 2 185 Share Page 1 Next