डाॅ. बिपिन पाण्डेय 455 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next डाॅ. बिपिन पाण्डेय 12 Oct 2024 · 1 min read ग़ज़ल चाहत का ऐसा नज़राना,सच कहता हूँ ठीक नहीं। रोज़ गली में आना जाना,सच कहता हूँ ठीक नहीं। इश्क-ए-अंदाज़ समझती है,वैसे ये दुनिया सारी, दर्पण से घंटों बतियाना ,सच कहता हूँ... Hindi · ग़ज़ल 232 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 11 Oct 2024 · 7 min read शकुन सतसई ( दोहा संग्रह) समीक्षा समीक्ष्य कृति : शकुन सतसई ( दोहा संग्रह) कवयित्री : शकुंतला अग्रवाल 'शकुन' प्रकाशक: साहित्यागार, जयपुर प्रकाशन वर्ष: 2023 ( प्रथम संस्करण) मूल्य : ₹ 225/ (सजिल्द) शकुन सतसई: अनुभूतियों... Hindi · पुस्तक समीक्षा 271 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 8 Oct 2024 · 1 min read कुंडलिया छंद कौन रहेगा साथ में ,कौन करेगा बात। इस छोटी सी बात को,तय करते हालात।। तय करते हालात ,न होता कोई चारा। जाता है दिल टूट,करें जब सभी किनारा। हर प्राणी... Hindi · कुण्डलिया 222 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 29 Sep 2024 · 1 min read कुंडलिया छंद कैसे अपने देश के, बदलेंगे हालात। बस बातों में जिक्र ये,चिंता की है बात।। चिंता की है बात,सुशिक्षित तलें पकौड़ी। महंगाई का अंत,दूर की लगती कौड़ी। हारा करके यत्न ,जेब... Hindi · कुण्डलिया 306 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 15 Sep 2024 · 1 min read कुंडलिया छंद सागर सम बनकर रहें ,कभी न बदलें रूप। सुखा न पाए उदधि जल,दिनकर तीखी धूप। दिनकर तीखी धूप, मात्र तिनके झुलसाए। दुख में रहें प्रसन्न ,पास गम कभी न आए।... Hindi · कुण्डलिया 191 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 28 May 2024 · 8 min read पूर्वोत्तर के भूले-बिसरे चित्र (समीक्षा) समीक्ष्य कृति: पूर्वोत्तर भारत के भूले-बिसरे चित्र ( आलेख संग्रह) लेखक: चितरंजन भारती प्रकाशन वर्ष: जनवरी 2024 ( प्रथम संस्करण) प्रकाशक: इंक पब्लिकेशन, प्रयागराज-16 मूल्य : ₹ 250/- पेपरबैक पूर्वोत्तर... Hindi · पुस्तक समीक्षा 368 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 25 May 2024 · 1 min read ग़ज़ल अब ये चर्चा आम बहुत है। राजनीति बदनाम बहुत है।। बढ़ती जनसंख्या के कारण, जगह-जगह पर जाम बहुत है। यदि सरकारी नौकर हैं तो, जीवन में आराम बहुत है। अम्मा... Hindi · ग़ज़ल 2 1 227 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 14 Apr 2024 · 1 min read ग़ज़ल कुछ लोगों में सुलह हुई। कैसे कह दें सुबह हुई।।1 नेताओं के झगड़े में, जनता केवल जिबह हुई।2 रोटी कपड़े की ख़ातिर, रामू के घर कलह हुई।3 माँ- बापू की... Hindi · ग़ज़ल 276 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 3 Apr 2024 · 7 min read समीक्षा ,कर्त्तव्य-बोध (कहानी संग्रह) समीक्ष्य कृति: कर्त्तव्य-बोध ( कहानी संग्रह) लेखक: चितरंजन भारती प्रकाशक: सृजनलोक प्रकाशन, नई दिल्ली-62 प्रकाशन वर्ष: 2023 मूल्य: ₹200/ पेपरबैक कर्त्तव्य-बोध: संवेदनाओं को जाग्रत करती कहानियाँ सुप्रतिष्ठित साहित्यकार चितरंजन भारती... Hindi · पुस्तक समीक्षा 385 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 31 Mar 2024 · 8 min read पूर्वोत्तर का दर्द ( कहानी संग्रह) समीक्षा समीक्ष्य कृति: पूर्वोत्तर का दर्द ( कहानी संग्रह) लेखक : चितरंजन लाल भारती प्रकाशक: यशराज पब्लिकेशन, पटना-04 मूल्य: ₹ 400/ सजिल्द पूर्वोत्तर का दर्द: कथ्य का नया आस्वाद आज़ादी के... Hindi · पुस्तक समीक्षा 327 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 29 Mar 2024 · 1 min read दोहे बदल गया है आजकल, कविता का किरदार। वह बस करती मंच पर,शब्दों का व्यापार।।1 होता जिसके पास में, पैसा और रसूख। समझ नहीं पाता कभी,वह निर्धन की भूख।।2 धर्म ग्रंथ... Hindi · दोहा 308 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 28 Mar 2024 · 10 min read बड़ी कथाएँ ( लघुकथा संग्रह) समीक्षा समीक्ष्य कृति: बड़ी कथाएँ ( लघुकथा संग्रह) लेखक: डाॅ बलराम अग्रवाल प्रकाशक: विजय गोयल, इंग्लिश-हिंदी पब्लिशर, दिल्ली-32 संस्करण: प्रथम, फरवरी ,2024 मूल्य: ₹ 150/- (पेपरबैक) बड़ी कथाएँ : अभिव्यंजना में... Hindi · पुस्तक समीक्षा 319 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 26 Mar 2024 · 14 min read समीक्षा- रास्ता बनकर रहा (ग़ज़ल संग्रह) समीक्ष्य कृति- रास्ता बनकर रहा ( ग़ज़ल संग्रह) ग़ज़लकार- राहुल शिवाय प्रकाशक- श्वेतवर्णा प्रकाशन, नई दिल्ली संस्करण - प्रथम ( 2024) मूल्य -249 (पेपरबैक) रास्ता बनकर रहा: एक जनवादी ग़ज़ल... Hindi · पुस्तक समीक्षा 402 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 23 Mar 2024 · 8 min read सारंग-कुंडलियाँ की समीक्षा समीक्ष्य कृति -सारंग कुंडलियाँ कवि- प्रदीप सारंग प्रकाशक- अवध भारती प्रकाशन,बाराबंकी ,उ प्र प्रथम संस्करण -2022 ( पेपरबैक) सारंग - कुंडलियाँ: 'क्षेत्रीय बोली में राष्ट्रीयता का उद्घोष' अवधी भाषा के... Hindi · पुस्तक समीक्षा 513 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 11 Mar 2024 · 1 min read दोहा दोहा बच्चे भेज विदेश जो,इतराते श्रीमान। कंधे चढ़े पड़ोस के,वे ही गए श्मशान।। डाॅ बिपिन पाण्डेय Quote Writer 3 252 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 8 Mar 2024 · 10 min read स्वदेशी कुंडल ( राय देवीप्रसाद 'पूर्ण' ) कुंडलिया छंद देशी प्यारे भाइयो। हे भारत-संतान ! अपनी माता-भूमि का है कुछ तुमको ध्यान ? है कुछ तुमको ध्यान! दशा है उसकी कैसी ? शोभा देती नहीं किसी को... Hindi · कुण्डलिया 1 800 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 7 Mar 2024 · 3 min read ध्रुवदास जी के कुंडलिया छंद भजन कुंडलिया हंस सुता तट बिहरिबौ, करि वृंदाबन बास। कुंज-केलि मृदु मधुर रस, प्रेम विलास उपास।। प्रेम-विलास उपास, रहे इक-रस मन माही। तिहि सुख को सुख कहा कहौं, मेरी मति... Hindi · कुण्डलिया 1 412 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 3 Mar 2024 · 1 min read गीत अभी तक ज़िंदा है (गीत ) गीत की शाश्वत स्थिति पर एक गीत-* -------------------------------------------- गीत अभी तक ज़िंदा है कैसे अलग करोगे बोलो साँसों का बाशिंदा है, सतयुग त्रेता द्वापर बीते गीत अभी तक ज़िंदा है।... Hindi · गीत 1 259 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 26 Feb 2024 · 1 min read कुंडलिनी छंद कुंडलिनी छंद कहते पैसा मनुज के, हाथों का है मैल। उसके कारण ही बने, सब कोल्हू के बैल।। सब कोल्हू के बैल ,हमेशा पिसते रहते। चले न कोई काम,बिना पैसा... Quote Writer 1 312 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 21 Feb 2024 · 1 min read दोहा दोहा खार सरीखी हो गई,मानव की तासीर। इसीलिए संसार में,नफरत,हिंसा, पीर।। डाॅ बिपिन पाण्डेय Quote Writer 401 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 16 Feb 2024 · 1 min read दोहा दोहा जीजाबाई-सा नहीं,माँओं का किरदार। वीर शिवाजी देश में ,कैसे हों तैयार।। Quote Writer 455 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 12 Feb 2024 · 1 min read दोहा दोहा कौन करेगा फ़ैसला,देगा कौन दलील। बन बैठा है मुद्दई, मुंसिफ़ और वकील।। डाॅ बिपिन पाण्डेय Quote Writer 1 1 358 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 9 Feb 2024 · 5 min read पाखी खोले पंख : व्यापक फलक की प्रस्तुति पाखी खोले पंख : व्यापक फलक की प्रस्तुति प्रगतिशील प्रकाशन, नई दिल्ली से 2017 में प्रकाशित श्रीधर प्रसाद द्विवेदी की पुस्तक 'पाखी खोले पंख 'जो एक दोहा सतसई है को... Hindi · पुस्तक समीक्षा 323 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 5 Feb 2024 · 1 min read दोहे दोहे लोभी ढोंगी लालची,झूठे चोर लबार। बन बैठे जनतंत्र के ,सारे पहरेदार।।1 सूरज कहता मैं हरूँ,धरती का अँधियार। मुझको नहीं पसंद है,जुगनू का किरदार।। 2 गाँवों में खंभे गड़े ,खिंचे... Hindi · दोहा 224 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 29 Jan 2024 · 1 min read कुंडलिया कुंडलिया छंद सत्ता पर कब्जा करें ,जोड़-तोड़ में दक्ष। क्या होगा जनतंत्र का ,है यह प्रश्न समक्ष।। है यह प्रश्न समक्ष ,सोचते सब मतदाता। देकर जिनको वोट,बनाया भाग्य विधाता। नीति... Hindi · कुण्डलिया 1 2 222 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 28 Jan 2024 · 1 min read दोहा- दोहा- सत्ता पर काबिज हुए,जोड़-तोड़ में दक्ष। बैठा आज विपक्ष में,कल का सत्ता पक्ष।। डाॅ बिपिन पाण्डेय Quote Writer 1 2 539 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 28 Jan 2024 · 1 min read दोहा दोहा होता जिसके शीश पर,माँ का आशीर्वाद। तोड़ नहीं पाते उसे ,चिन्ता और विषाद।। डाॅ.बिपिन पाण्डेय Quote Writer 1 4 548 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 24 Jan 2024 · 1 min read ग़ज़ल बड़े जब रहबरी से दूर होते हैं। तभी बच्चे यहाँ मगरूर होते हैं।।1 बनाते हैं कठिन हालात में रिश्ते, मगर लम्हों में'चकनाचूर होते हैं।।2 चलाते हैं सभी अब पीठ पर... Hindi · ग़ज़ल 411 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 22 Jan 2024 · 1 min read मनहरण घनाक्षरी कलकल छल-छल,बह रहा वेग साथ, निर्मल पवित्र अति ,सरयू का नीर है। हरे- भरे तरु दिखें ,भ्रमर पराग पिएँ, नृत्य करें केकी झूम,गाए पिक, कीर है। सजी-धजी खड़ी आज,करके सिंगार... Hindi · घनाक्षरी 1 1 360 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 22 Jan 2024 · 1 min read कुंडलिया छंद अपना हो या गैर हो ,माँगें सबकी खैर। पड़ते नहीं ज़मीन पर,अब भक्तों के पैर। अब भक्तों के पैर ,अयोध्या ओर मुड़े हैं। जाति-धर्म को छोड़,राम के भक्त जुड़े हैं।... Hindi · कुण्डलिया 1 1 384 Share Previous Page 2 Next