dandpani nahak 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid dandpani nahak 29 Nov 2017 · 1 min read हजारों तरह से नुमायाँ हुए है हजारो किस्म से नुमायाँ हुए हैं जहाँ से चले थे वहीँ पे खड़े है निगाहे चुराना उन्होंने सिखाया हमें भी नजारे कहाँ देखने हैं जिन्होंने कभी लूटना नाहि छोड़ा उन्हें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 207 Share dandpani nahak 27 Nov 2017 · 1 min read जिन्दा रहने की संभावना जीवन का समकोण त्रिभुज अनिश्चितताओं के दो न्यून कोण से कुछ नहीं ज्यादा बड़ी मशक्कत के बाद भी योग एक सरल रेखा बहुत संभावनाओं के बावजूद जिन्दा रहने की संभाव्यता... Hindi · कविता 517 Share