D.N. Jha Tag: गीत 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid D.N. Jha 16 May 2024 · 1 min read शिवजी चले हैं ससुराल देखो शिवजी चले हैं ससुराल,त्रिपुण्ड लगाकर अपने भाल। नंदी,भृंगी और संग हैं व्याल,संग-संग चले हैं भूत- वैताल। शिवगण भी उनके साथ चले हैं। अनाथों के देखो वो नाथ चले हैं।... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 2 67 Share D.N. Jha 13 May 2024 · 1 min read जल की कीमत जल की कीमत कब समझेंगे,हम पागल इंसान। धरती जब ये हो जाएगी ,नीर बिना वीरान।। जीव जंतु अरु सकल परिंदा कौन यहाॅं है जल बिन जिन्दा। जल ही हम सबके... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 2 70 Share D.N. Jha 13 May 2024 · 1 min read गुदगुदी गीत हम भी खुशी से सुनाने लगे। देखकर आंख अपनी चुराने लगे। बात होगी भला प्यार में भी कभी, घर मुझे रोज अपने बुलाती तभी। हम खुशी से वहां रोज... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 1 109 Share D.N. Jha 12 May 2024 · 1 min read माॅं माॅं के कितने रूप हैं, जननी जग आधार। जीवन में सब चाहते, माॅं के जैसा प्यार।। आतीं हरदम याद हैं,जाने जगत जहान। याद सुबह अरु शाम है,वे हैं खूब महान।... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 2 51 Share