Sanjay ' शून्य' Language: Hindi 209 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Sanjay ' शून्य' 10 Mar 2024 · 1 min read ब्राह्मण जिस भी ब्राह्मण में, रावण अब तक जिंदा है। परशुराम, वशिष्ठ, नारद, भृगु उससे शर्मिंदा हैं।। ब्राह्मण की साधुता स्वयं विष्णु से। बन गोपियां वो करते प्रेम कृष्ण से।। नारद... Hindi 1 105 Share Sanjay ' शून्य' 10 Mar 2024 · 1 min read रिश्ते घर में करता बाप जहां बच्चों के बीच दलाली होगा। धीरे धीरे घर का कुनबा एक एक कर खाली होगा।। बच्चों की तुम बात ही छोड़ो, रहेगा वहां पिता ही।... Hindi 1 103 Share Sanjay ' शून्य' 5 Mar 2024 · 1 min read नदी की बूंद है नदियों क्या प्रभाव, हम सबको सभी विदित है। हिमखंडो की शिहरन सी, अविरल भाव निहित है।। हिम से बूंदे जलधारा बन, अविराम यात्रा करती है। पर्वत मालाओं से लड़ती,... Hindi 1 138 Share Sanjay ' शून्य' 2 Mar 2024 · 1 min read जुबां गर समझ लो जिंदगी ज़ुबान को। तो जीत लोगे गर्दीशी तूफान को।। गर तेरी ज़ुबान यूं चलती रहेगी। खुद मरेगी जिंदगी को मार देगी।। न अधिक मीठा न बोलो ढेर... Hindi 1 121 Share Sanjay ' शून्य' 27 Feb 2024 · 1 min read धोखे का दर्द धोखे का दर्द तुमसे ना उम्मीद तो थे मगर, आदावत करोगे सोचा न था। जैसे नोचा मेरे जज्बात तूने, जिस्म गिद्धों ने भी नोचा न था। गलतफहमी है, दिन यूं... Hindi 1 118 Share Sanjay ' शून्य' 26 Feb 2024 · 1 min read चुनाव आनेवाला है हो जाओ तैयार साथियों हो जाओ तैयार। छोड़ो घर परिवार साथियों छोड़ो घर परिवार।। नेता की ललकार साथियों छोड़ो घर परिवार। करो समर्पित खुद को, कर दो घर परिवार।। नेता... Hindi 1 167 Share Sanjay ' शून्य' 13 Feb 2024 · 1 min read सूरत बदलेगी तेरी सूरत, खुद के संवारने से। ख़ाक न बदलेगा, यूं सेखी बघारने से।। काम करो खुदपर, छोड़ो फिजूल बातें। दिनरात एक कर दो, जबतक बने न बातें।। यदि बात... Poetry Writing Challenge-2 1 73 Share Sanjay ' शून्य' 11 Feb 2024 · 1 min read Farishte तुम्हें रोशन करूं कैसे, खुद को कितना जलाऊं मैं, ज़रा तूही बता कैसे, ज़मी पे चांद लाऊं मैं। तेरी बेरहम ख्वाइश को, है मैने लहू से सींचा। तुझे अपना समझने... Poetry Writing Challenge-2 1 99 Share Sanjay ' शून्य' 10 Feb 2024 · 1 min read दान किसे हिंदू वीरों, मत दौड़ो तुम महावीर बन , बौने नेताओ के पीछे। उनका मकसद धन बटोरना, तुमको रखना है पीछे।। त्याग तपस्या नहीं पास कुछ, बन बैठे कैसे ये नेता।... Poetry Writing Challenge-2 2 112 Share Sanjay ' शून्य' 9 Feb 2024 · 1 min read आएंगे तो मोदी ही बिरले होते हैं पूत यहां, जो इस मां का कर्ज चुकाते है। ज्यादा तर चोर उचक्के तो चोरी कर घर ही चलाते हैं।। जो किया समर्पित जीवन को,आठ पहर बस... Poetry Writing Challenge-2 1 130 Share Sanjay ' शून्य' 7 Feb 2024 · 1 min read फकीरी मुझे नाराज़ करने का अलग अंदाज़ है उनका, करूं बाते जो पूरब की तो पश्चिम जोड़ देते हैं। गज़ब है नज़रिया उनका आवारापन को ले करके, फरिश्ता कह उन्हें रूहानियत... Poetry Writing Challenge-2 2 116 Share Sanjay ' शून्य' 6 Feb 2024 · 1 min read वो और राजनीति लठैत बुलाए थे बकैत के लिए, धरना सजाया था टिकैत के लिए। काम नहीं आया पंजाब भी गया, क्या करूं मैं वोट के डकैत के लिए।। मेरे उठाए मुद्दे सब... Poetry Writing Challenge-2 1 224 Share Sanjay ' शून्य' 30 Jan 2024 · 1 min read आदतें आदतें झूठ की चादर जो मोटी ओढ़ ली, शर्म की सर्दी भला फिर क्या करेगी। जो जलाया घर का चूल्हा जलन से, दया की दरिया भी उसका क्या करेगी।। प्रेम... Poetry Writing Challenge-2 1 118 Share Sanjay ' शून्य' 28 Jan 2024 · 1 min read पलटूराम में भी राम है राम प्रियोंं के पाले में फिर पलटे पलटूराम। है कृपा प्रभुराम की हुए सकल सुख धाम।। जो लोग नहीं पहुंचे राम की प्राण प्रतिष्ठा में। देखो खलल पड़ गई उनकी... Poetry Writing Challenge-2 1 238 Share Sanjay ' शून्य' 27 Jan 2024 · 1 min read राम भजे राम भजे तुलसी हुए, जग में तुलसीदास। रामनाम को ओढ़कर, बापू बने मोहनदास।। भक्ति काल के कवि सभी, पाए सबसे मान। कबीर रहीम या मलिक, चाहे हो रसखान।। रामनाम से... Poetry Writing Challenge-2 1 54 Share Sanjay ' शून्य' 25 Jan 2024 · 1 min read चरित्र राम है हो चित्र राम का मंदिर में, हो राम चरित्र अंदर में। बांध बनाने से रोक सके, है हस्ती नहीं समंदर में।। पत्थर तैरेंगे पानी में, है राम चरित्र अगर मन... Hindi 1 121 Share Sanjay ' शून्य' 25 Jan 2024 · 1 min read बचपन अपना अपना खांची में गोबर के कुछ छोत लिए हम सो कर उठते थे। फिसलन भरे रास्तों से ही तो हम अपने खेत पहुंचते थे।। भोजन के खातिर केवल खेत और खेत... Poetry Writing Challenge-2 1 121 Share Sanjay ' शून्य' 20 Jan 2024 · 1 min read गृहस्थ के राम ऋषि, मुनि, ज्ञानी, न शास्त्र निष्ठ हूं। गुरु, गिरजा,शंकर,न मनुज श्रेष्ठ हूं।। न माता पिता भाई, न तो वशिष्ठ हूं। मैं शबरी निषाद जैसा उनमें निष्ठ हूं।। मैं न जानूं... Hindi 2 146 Share Sanjay ' शून्य' 17 Jan 2024 · 1 min read मां वक्त गुजरा तो गुज़र जाने दो, घटाएं गम की खूब छाने दो। दुवाएं मां की हैं मेरे साथ अभी, मुझे तुम चैन से सो जाने दो।। रूठ के जाना है... Hindi 2 190 Share Sanjay ' शून्य' 8 Jan 2024 · 1 min read *राम स्वयं राष्ट्र हैं* स्वमन को बस में रख सके, जन जन के मन में बस सके। जो गंभीर हो समुद्र सा, वही तो मेरे राम है।। महाबली हो, कांतिवान हो, जितेंद्रिय हो, बुद्धिमान... Hindi 1 2 225 Share Sanjay ' शून्य' 5 Jan 2024 · 1 min read प्यार बहाने तुम्हारे सताने लगे है, क्यूं रातों की नीदें उड़ाने लगे हैं। नहीं तोड़ दे प्रेमबंधन कहीं, बनाने में जिसको जमाने लगे हैं।। हवाओं के रुख भी बदलने लगे, बन... Hindi 1 126 Share Sanjay ' शून्य' 3 Jan 2024 · 1 min read जाहि विधि रहे राम ताहि विधि रहिए लक्ष्य बदलते रहे सदा, या यूं कह दूं कोई लक्ष्य न था। जीवन तो जीते रहे मगर, इसका कोई उपलक्ष्य न था।। या समझूं की जीवन तो, बस पैदा होना... Hindi 1 220 Share Sanjay ' शून्य' 1 Jan 2024 · 1 min read Ram और कुछ मैं क्या पढू मैने पढ़ा है राम को। और जपतप क्या करूं मैं जपूं श्री राम को।। थे निभाने धर्म कुछ तो विषय बहु पढ़ने पड़े। थे वे... Hindi 1 190 Share Sanjay ' शून्य' 27 Dec 2023 · 1 min read मीठे बोल न हंस के बोलिए, न कस के बोलिए। न बोलिए कटाक्ष, न बहस के बोलिए।। है बात यदि जरूरी तो संवाद कीजिए। न शब्द जाल बुनिए न विवाद कीजिए।। है... Hindi 1 194 Share Sanjay ' शून्य' 26 Dec 2023 · 1 min read राम अवध के जै श्री राम था अटूट विश्वास अवध में, मंदिर के निर्माण की। लाखों राम भक्त ने दे दी, आहुत खुद के प्राण की।। राम अवध में अवध राम में, अलग... Hindi 1 258 Share Sanjay ' शून्य' 23 Dec 2023 · 1 min read निराशा क्यों? मैं केवल चरित्र की पूजा करता हूं। ना धन वैभव के पीछे मै मरता हूं।। लोभी ही धन वैभव पूजा करते हैं। धनमोही ही अपनों को दूजा करते हैं।। धन... Hindi 2 161 Share Sanjay ' शून्य' 19 Dec 2023 · 1 min read शाकाहारी बने पाशाणों में प्राण प्रतिष्ठित करते हो। नदी, पहाड़, वृक्ष की पूजा करते हो।। नव ग्रह दसों दिशाओं के याचक हो। तुम पंचतत्व व पंचकर्म के जातक हो।। क्यूं ईश्वर अंशों... Hindi 1 198 Share Sanjay ' शून्य' 18 Dec 2023 · 1 min read Ram Mandir 22/01/2024 तारीख राम भक्त सब जायेंगे, जगमग दीप जलाएंगे, रामभजन सब गायेंगे, पूरा देश राममय होगा, दीप प्रज्वलित घर घर होगा, राम विरोधी तिथि जान लें, पर उनको नहीं बुलाएंगे।... Hindi 1 180 Share Sanjay ' शून्य' 16 Dec 2023 · 1 min read आज का रावण गलतियों को गलतियों से जो सदा ढकते रहे। झूठ पर बस झूठ ही जो सदा बकते रहे।। पाप को निष्पाप साबित जो सदा करता रहे। होके मानव जो सदा दानव... Hindi 1 148 Share Sanjay ' शून्य' 14 Dec 2023 · 1 min read क्यों हिंदू राष्ट्र हमने मानव धर्म ही सीखा, तो उसने बोला पैंट निकालो। बोला कुरान हदीस सीख लो, जाकर के खतना करवा लो।। आगंतुक भगवान सा होता, परिजनों ने हमें सिखाया था। फ्रांसीसी... Hindi 1 285 Share Sanjay ' शून्य' 9 Dec 2023 · 1 min read पिता पौध को है सींचना, बस पेड़ बनने तक महज़ वो बने औरों की छाया, फल की इच्छा क्यूं करूं। वो भी तो है मेरे जैसा उसके होंगे अपने सपने, मैं... Hindi 1 211 Share Sanjay ' शून्य' 7 Dec 2023 · 1 min read भक्तिकाल भाषा की सेवा किए, तुलसी सूर कबीर। तीनों ने ही बदल दी, हिंदी की तस्वीर।। राम कृष्ण पर काव्य लिख खोली दूजी राह। मंदिर तोड़े न मरे, प्रभु राम बसे... Hindi 1 229 Share Sanjay ' शून्य' 6 Dec 2023 · 1 min read संस्कार जिसने खुद ढोया चिता तक लाश अपने बाप की। आप बतलाइए, उसको क्या है जरूरत आप की।। आप आगे हो खड़े तो, हो बड़े ये मानते हो। हो सृजन कैसे... Hindi 1 211 Share Sanjay ' शून्य' 4 Dec 2023 · 1 min read सच क्या गलत है क्या सही, सब आप जानते हो। लालच के खातिर क्यूं , गधे को बाप मानते हो।। जिस सुख के लिए यारों तुम सच से भागते हो। बस... Hindi 2 1 213 Share Sanjay ' शून्य' 2 Dec 2023 · 1 min read बड़े दिलवाले महफिल नई नई सही, पर किरदार पुराना। दिल जीतना है सबका, और दर्द छिपाना।। है आसान बहुत जुड़ना, लोगों को तोड़ना। मुश्किल यहां पर यारों, है संबंध जोड़ना।। सोचो नही... Hindi 1 1 215 Share Sanjay ' शून्य' 26 Nov 2023 · 1 min read जिस्मानी इश्क इश्क मुहब्बत प्यार करो, हसी ठिठोली यार करो। रखिए अंकुश स्पंदन पर, यूं जीवन न बेकार करो।। नदियां समुद्र जीवन सब, सीमाओं में अच्छे लगते है। नाले तालाब है उफान... Hindi 1 1 148 Share Sanjay ' शून्य' 22 Nov 2023 · 1 min read नेता पक रहा है सोनिया के लिए है लाल बराबर कांग्रेस के लिए सुरताल बराबर ममता लिए है मुड़ी झाल बराबर अखिलेश के लिए जैकाल बराबर लालू के लिए घोड़ा नाल बराबर कजरी के... Hindi 2 200 Share Sanjay ' शून्य' 22 Nov 2023 · 1 min read चौथापन एक हुआ और दौर खत्म, चलो हिसाब करें। ये था तीसरा तो क्या, चौथे का आगाज करें।। एक दौर सहारे का था, एक में सहारा हम थे। एक दौर प्यार... Hindi 1 265 Share Sanjay ' शून्य' 20 Nov 2023 · 1 min read क्रिकेटी हार मैं कैसे कह दूं दोस्त की मैं हार में खुश हूं। पर वो खेल का मैदान था, चौसर तो नही था।। दो वीर यदि लड़ेंगे तो हारेगा एक कोई। शकुनी... Hindi 1 1 252 Share Sanjay ' शून्य' 19 Nov 2023 · 1 min read नेतृत्व भूख अगर परमार्थ की है, तो अर्थ समझ में आता है। यहां तो कुछ पद तृष्णा में, कुछ को पैसों से नाता है।। चाटुकार क्या कर पाएंगे, राष्ट्र समर्पित यज्ञ... Hindi 2 168 Share Sanjay ' शून्य' 17 Nov 2023 · 1 min read नारी सम्मान मां सबको हनुमत कहे, देवी कहते राम। संबंधों से इतर था, नारी का एक मुकाम।। कलयुग युग है अर्थ का, जन जन बसता काम। मोक्ष की है चिंता किसे, अब... Hindi 2 1 314 Share Sanjay ' शून्य' 14 Nov 2023 · 1 min read राम राम विमुख जीवन यदि है, तो जीवन कैसा। इसमें कहां प्रश्न है ? वो होगा रावण जैसा।। जीवन प्रवाह है राम, है सबको आशा देते। सबरी सुग्रीव विभीषण के जो... Hindi 2 154 Share Sanjay ' शून्य' 10 Nov 2023 · 1 min read समर्पण है समर्पित भाव तो क्या, कर दूं समर्पण पाप को। सर झुकाकर ग्रहण कर लूं, दुष्ट के हर संताप को।। मर भी जाऊं गर अकेला, इन पापियों के झुंड में।... Hindi 2 243 Share Sanjay ' शून्य' 9 Nov 2023 · 1 min read मायापति की माया! चोरों ने रखा हुआ, चोर को चौकीदार। पाखंडी धनपशु हुए, धर्म के पहरेदार।। शेर हुए नेता सभी, बन गया सब जंगल राज। खुद में खुद को ढूंढता, ये मानव राज... Hindi 2 1 242 Share Sanjay ' शून्य' 5 Nov 2023 · 1 min read अनुभव कैसे कैसे लोग जहां में यहां वहां मिलते हैं। जैसे जैसे जीवन यात्रा हमसब तय करते हैं।। कुछ हंसकर के, तो कुछ रो रोकर मिलते है। मिलकर कुछ से हम... Hindi 2 260 Share Sanjay ' शून्य' 26 Oct 2023 · 1 min read मासूमियत की हत्या से आहत हम हमास से आहत है, पर इजराइल से राहत है। केवल मुस्लिम है खतरा,आपका इसपर क्या मत है।। मूल्ला मौलवी जहर परोसे, मस्जिद और मदर्शो से। घर घर में हथियार... Hindi 1 238 Share Sanjay ' शून्य' 22 Oct 2023 · 1 min read विजेता कोई यदि चाल चलता है, तो चलने दो। जीत पर हाथ मलता है, तो मलने दो।। तुम अपनी चाल की रफ्तार, न धीमी करना। किसी की जान निकलती है, तो... Hindi 2 1 140 Share Sanjay ' शून्य' 20 Oct 2023 · 1 min read गिरता है धीरे धीरे इंसान मूल्य अच्छा मिल गया तो मूल्य बेच दी। लाज न आ जाए कहीं तो लाज बेच दी।। कुछ हो गई थी आदत यूं बेचने का दोस्त। अम्मा का आंचल बेचा... Hindi 1 2 162 Share Sanjay ' शून्य' 17 Oct 2023 · 1 min read आतंक और भारत पहाड़ सा संकल्प है, क्या कोई विकल्प है। जागकर जगाना भी, अपना यही प्रकल्प है।। है घूम रहे आसपास, हिजबुल्ला और हमास। यदि नहीं जगे अभी, तो कौन रोकेगा विनाश।।... Hindi 1 1 156 Share Sanjay ' शून्य' 12 Oct 2023 · 1 min read टूटते रिश्ते, बनता हुआ लोकतंत्र वाह री लोकतंत्र तेरा सर्व समाज का बाजारीकरण असरदार रहा। जातियों के ठेकेदारों को नेता और उनके भवन को दरबार कहा।। नेता जी भगवान बनते गए, सब समाजिक रिश्ता तार... Hindi 2 68 Share Previous Page 2 Next