Dhirendra Panchal Language: Hindi 31 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dhirendra Panchal 30 Sep 2022 · 1 min read उम्र गुजर जाने के बाद इतना तो मैं जान गया हूँ । थोड़ा तो पहचान गया हूँ । सब कुछ मेरे हाथ लगेगा , उम्र गुजर जाने के बाद । बिन रहा हूँ तिनका तिनका... Hindi · उम्र · कविता · जीवन · संघर्ष 2 161 Share Dhirendra Panchal 24 May 2022 · 1 min read बेजुबान बेजुबानों को बचाने की गजब साजिश चली , देखकर व्यापार मरघट को पसीना आ गया । देखते ही देखते तकनीक ऐसी आ गई , छेदकर नथुनों को हमको दूध पीना... Hindi · कविता 2 2 361 Share Dhirendra Panchal 21 May 2022 · 1 min read कौन आएगा है धरा उदघोष करती लालिमा आकाश की । शुष्क होते ताल पोखर क्यों प्रतीक्षा प्यास की । चूक गया गर आज फिर तु कल कहाँ से पाएगा ? खुद उठो... Hindi · कविता 2 2 273 Share Dhirendra Panchal 13 Apr 2022 · 1 min read मेरे बेटे ने छोड़ दिया है दामन मेरा मेरे बेटे ने। दूर हो जाओ दोनों बोला मेरे बेटे ने। जिसको राजा बेटा कहकर रोज बुलाते थे। जिसका सर सहलाकर पूरी रात सुलाते थे।... Hindi · कविता 2 2 520 Share Dhirendra Panchal 23 Jan 2022 · 1 min read साहब इन वर्दियों में कौन से धागे लगाते हैं । गर्मियां वे बस गरीबों पर दिखाते हैं । ठेलों से उठा लेते हैं वो अंगूर के दाने । जैसे बाप का... Hindi · कविता 277 Share Dhirendra Panchal 17 Jan 2022 · 1 min read तेरे ख्वाबों के सहारे तेरे ख्वाबों के सहारे , चलती कश्ती ये किनारे , ऊपर से दरिया का पानी बेहिसाब । अब तो मंजिल तुझको पाना , तेरी चाहत में खो जाना , अफ़साना... Hindi · कविता 274 Share Dhirendra Panchal 14 Jan 2022 · 1 min read बाबा अड़भंग हउवे अड़भंग पिये गांजा अउरी भंग अंग भभूत रमावेला । करिले गोहारि छोड़ी हिम के पहाड़ी उ त भागि चलि आवेला । राखे भाल पे उ काल हवे रूप बिकराल... Hindi · गीत 528 Share Dhirendra Panchal 25 Dec 2021 · 1 min read नयका साल मुबारक बीत गयल जे बीते वाला साल तोहें मुबारक । फिर से आयल नयका चुड़ा भात तोहें मुबारक । फिर से आई खिचड़ी मंटर गोभी संग छउँकाई । नयका फगुआ सरसो... Hindi · कविता 1 397 Share Dhirendra Panchal 18 Nov 2021 · 1 min read पता तुम्हारा सर्द हवाएँ मुझसे पूछेंगी क्या बोलूंगा । पता तुम्हारा किस पन्ने पर लिख लिख भेजूँगा । लिख दूंगा मैं तन्हा खाली यादें उनकी हैं । दीवारों पे पहरा दिल की... Hindi · कविता 401 Share Dhirendra Panchal 30 Oct 2021 · 1 min read दिवाली में फुलझड़ियों के पैसे तुम भी , कर दो दान दिवाली में ।। ख़ुद के हाथों बिक ना जाए , स्वाभिमान दिवाली में ।। बच्चों के इस भूखे तन को ,... Hindi · कविता 368 Share Dhirendra Panchal 30 Oct 2021 · 1 min read बनल रहा बरियार मोदी जी छूट गइल कुल यार संघाती , घरवां के परिपाटी । दिन से भइली हीन गाँव क गरियावेले माटी । धय धय लोला दाबेले सरकार मोदी जी । राम करें तूं... Hindi · कविता 212 Share Dhirendra Panchal 7 Sep 2021 · 1 min read तेरे मेरे प्यार के किस्से सुनाने को तड़पे ये दिल । जताना है कितना मुश्किल । नजारें शौकिया भी हैं , सजी है सावन की महफिल। अब तो मुझे भी थोड़ा रहने दो तुम में... Hindi · गीत 316 Share Dhirendra Panchal 16 Jul 2021 · 1 min read अरे राम रे राम खात गरीबी लात इहाँ हव , चिक्कन खाली बात इहाँ हव । प्रतिस्पर्धा जात क हउवे , झगड़ा खाली भात क हउवे । अधिकारीन में बाँटल जाला , देखा केतना... Hindi · कविता 691 Share Dhirendra Panchal 5 Jun 2021 · 1 min read महँगाई अइसे ना उकेरीं हाई जिनिगी के खोल के ।। ए हो सरकार बढ़े दाम पेटरोल के । ए मोदी बाबा बढ़ता दाम पेटरोल के । महँगा अनाज भइल खरी तेल... Hindi · कविता 280 Share Dhirendra Panchal 2 Jun 2021 · 1 min read माई पाती भेजववले बानी भउजी मोर रोवतानी , लिखतानी परसों से बाबू जी ना सुतल बानी , सांस फुलताटे नइखे माई के दवाई बा । कइसे कहीं बबुआ बेमार मोर माई... Hindi · गीत 397 Share Dhirendra Panchal 8 May 2021 · 1 min read जबरी दूध पियावल जाला गाढ़े परल समइया हाथे दुब जमावल जाला । सांसत में लरिका के जबरी दूध पियावल जाला । जइसे तइसे कटे उमिरिया डेरवावे परछाईं । कफ़न सरीखा इंतजाम सब कइले बा... Hindi · कविता 1 2 472 Share Dhirendra Panchal 16 Apr 2021 · 1 min read बस संवरती रहे वो गरजती रहे , वो बरसती रहे । मेरी जान है वो याद मुझे करती रहे । ऐ खुदा तुझसे इतनी सिफ़ारिश मेरी , वो जहां भी रहे बस संवरती... Hindi · कविता 1 377 Share Dhirendra Panchal 17 Feb 2021 · 2 min read मैं भी चौकीदार भारत माँ की पीड़ा गाने वाले वे सब कहाँ गए । मैं भी चौकीदार बताने वाले वे सब कहाँ गए । मखमल के गद्दे हैं मिलते चाटुकार गद्दारों को ।... Hindi · कविता 1 2 362 Share Dhirendra Panchal 17 Feb 2021 · 1 min read प्यार के किस्से मिले थे कल जो तुमसे हम , उसी बाजार के किस्से । लिखूंगा आज कागज पर , हमारे प्यार के किस्से । पलटकर देखता था मैं , इरादे नेक थे... Hindi · कविता 1 336 Share Dhirendra Panchal 1 Aug 2020 · 1 min read इश्क़ करना नहीं इश्क पर तुम किताबें लिखे जा रहे हो । मशवरा है मेरा इश्क करना नहीं । दर्द कागज पे अपने लिखे जा रहे हो । मशवरा है मेरा दर्द कहना... Hindi · गीत 3 2 480 Share Dhirendra Panchal 20 Jul 2020 · 1 min read मधुशाला मंदिर - मस्जिद बन्द रहेंगे , खुली रहेगी मधुशाला ।। है उसने फरमान सुनाया , उसने है फरमान सुनाया , जो अमृत का रखवाला । मंदिर - मस्जिद बन्द रहेंगे... Hindi · कविता 4 1 412 Share Dhirendra Panchal 2 Jul 2020 · 1 min read बचकानी बातें तेरी ये बचकानी बातें , तेरी वो बचकानी बातें ।। हर रोज जगाया करती मुझको वो शैतानी बातें । तेरी ये बचकानी बातें ......... हंसना और शर्माना तेरा करती दिल... Hindi · कविता 1 2 450 Share Dhirendra Panchal 5 Feb 2020 · 1 min read संगम का छात्र जीवन हे मृत्युंजय हे दुःखभंजन , कष्ट निवारो आय । ये तो मोदी की सरकार हमसे बनवाएगी चाय । छोटे से कमरे में जीवन डिब्बा समझ बिताते । सबसे सस्ती सब्जी... Hindi · कविता 364 Share Dhirendra Panchal 4 Feb 2020 · 1 min read मेरे पापा मेरे सपनों के खरीदार , खड़े हैं पापा बीच बाजार । अपनी खुशियां रख उधार, खड़े हैं पापा बीच बाजार । ले कंधे पर पूरा परिवार , खड़े हैं पापा... Hindi · कविता 1 563 Share Dhirendra Panchal 30 Jan 2020 · 1 min read सृंगार रस उसकी यादों के तिनके से दरिया पार हो जाऊं , वो मंद मंद मुस्काये जब मैं कश्ती संग बह जाऊं । लाल कपोलों पे उसके वो तिल है काली काली... Hindi · कविता 1 413 Share Dhirendra Panchal 30 Jan 2020 · 1 min read तू बाज की उड़ान है रुके नहीं कदम तेरे , विपत्तियों का राज है । तू खून से तिलक लगा , ये शत्रु की आवाज है । तू तिलमिलाए दुश्मनों की , कोशिशें नाकाम कर... Hindi · कविता 1 1 468 Share Dhirendra Panchal 28 Jan 2020 · 1 min read पप्पू मेरा पास हुआ कांग्रेस मुख्यालय गूंजा , श्री राम के नारों से । अब बोलेंगी देखो मैडम,सुबह सुबह अख़बारों से । बड़े दिनों से जुगनू हमने देखे ना अँधियारों में । मोदी हमको... Hindi · कविता 2 406 Share Dhirendra Panchal 28 Jan 2020 · 1 min read सर्जिकल स्ट्राइक रौद्र रूप देख थर्रायी है,धरती पाकिस्तान की । कफ़न बाँध कर रण में उतरी,मिट्टी हिन्दुस्तान की । छेड़ रहे थे सिंहों को,थी चर्चा स्वाभिमान की । बालाकोट में गरज रही... Hindi · कविता 1 244 Share Dhirendra Panchal 28 Jan 2020 · 1 min read राफ़ेल की परिचर्चा राफ़ेल की परिचर्चा में वो चर्चा हमने भुला दिया । डाँट ग़रीबी को हमने भी भूखे तन ही सुला दिया । पेट के भीतर जलती रहती अंगारें अभिमान में ।... Hindi · कविता 1 207 Share Dhirendra Panchal 28 Jan 2020 · 1 min read शहीदों का परिहास गांधी नेहरु वाली तड़पन दिखने लगी किताबों में । राजगुरु आज़ाद की बातें होती केवल ख़्वाबों में । भगत सिंह औ शेखर का परिहास बनाया जाता है । संसद में... Hindi · कविता 1 508 Share Dhirendra Panchal 15 Jan 2020 · 1 min read राणा का शौर्य अकबर हुआ दुलारों में । हैं राणा खड़े क़तारों में । हम पढ़ते हैं बाज़ारों में । कुछ बिके हुए अख़बारों में । ये जाहिल हमें सिखाते हैं । शक्ति... Hindi · कविता 1 337 Share