धीरज कुमार "ध्यानू" Tag: कविता 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid धीरज कुमार "ध्यानू" 20 May 2020 · 1 min read मुझे पैसा कमाने दो मरती है चिरैया तो मर जाने दो मुझे पैसा कमाने दो कटते है पेड़ तो कट जाने दो मुझे पैसा कमाने दो घुलता है जहर नदियों में तो घुल जाने... Hindi · कविता 4 1 433 Share धीरज कुमार "ध्यानू" 20 May 2020 · 1 min read तेरी औकात ही कुछ नही जो तू हो रहा इस तरह तबाह है तुझे याद है क्या क्या तेरे गुनाह है कारखानों का मल नदियों में बहाता था थूकता था आसमान की ओर धुआं और... Hindi · कविता 4 3 562 Share धीरज कुमार "ध्यानू" 19 May 2020 · 1 min read रीड की वापसी का सफर किसी का खेत कमाते थे किसी के बच्चे खिलाते थे किसी का बागीचा संवारते थे गाड़ी में सामान चढ़ाते थे, उतारते थे हम सोते थे पांच कमरों में चार जन... Hindi · कविता 4 2 344 Share धीरज कुमार "ध्यानू" 19 May 2020 · 1 min read इज्जत की गठरी ले मुझसे इज्जत की गठरी ये भइया को दे बाबा युग बीते सदियाँ बीती मैं ढोते ढोते हार गई ये इज्जत की गठरी मुझको कदम कदम पे मार गई हंसी... Hindi · कविता 5 2 480 Share धीरज कुमार "ध्यानू" 19 May 2020 · 1 min read आ गुदगुदी करें आ उदासी को गुदगुदी करें आ आंसुओ में हंसी भरें कर दे जो खुश तुझे कर दे जो खुश् मुझे इस होश में ऐसी बेखुदी भरें आ उदासी को गुदगुदी... Hindi · कविता 8 2 415 Share धीरज कुमार "ध्यानू" 19 May 2020 · 1 min read बरसा ले लाखों मन पानी बरसा ले लाखो मन पानी ये आग तो है दिवानी इस पानी से और लगेगी और लगेगी और देख धड़कन कैसे धड़क रही है हर बूँद से आग और भड़क... Hindi · कविता 5 2 220 Share धीरज कुमार "ध्यानू" 18 May 2020 · 1 min read माँ देकर मुझको सूखा बिस्तर गीले पर सो जाती माँ मैं सो जाऊ गहरी नींद में खुद लोरी हो जाती माँ माँ डाली मैं फल के जैसा हर दम उससे चिपका... Hindi · कविता 3 2 449 Share