धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" Tag: कविता 8 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 8 Nov 2018 · 1 min read माँं ईश्वर का वरदान है माँ! सकल गुणों की खान है माँ!! जिस पर सजता हर सुर हो! वो दिलकश सी तान है माँ!! ममता की वो अनुपम मूरत! आन-बान और... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 33 606 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 27 May 2016 · 1 min read *बेटी* बेटी नहीं है कोई बोझ फिर क्यूँ कोख में मरे ये रोज? ईश्वर का वरदान है बेटी सकल गुणों की खान है बेटी मात-पिता की जान है बेटी बेटों से... Hindi · कविता 497 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 27 May 2016 · 1 min read *हवा का झोंका* मस्त हवा का झोंका आया लहराया फ़िर है बलखाया :::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: वसुधा नाची झूम-झूम कर अम्बर ने भी गान सुनाया ::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: महक उठा है मन का उपवन खुशबू को इसने बिखराया... Hindi · कविता 303 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 11 Jun 2016 · 1 min read *खुद को जिसने जाना है* खुद को जिसने जाना है ! खुदा को उसने जाना है !! अपना सबको माना है ! फ़िर कोई नही बेगाना है !! खुद को जिसने जाना है! खुदा को... Hindi · कविता 398 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 7 Jul 2016 · 1 min read *अब जी लो* अब जी लो तुम जी भर कर ये समां नहीँ फिर आयेगा बीता पल इस जीवन में फिर लौट कहाँ से पायेगा दौर गमों का जो छाया कायम ना रह... Hindi · कविता 537 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 27 Jul 2016 · 1 min read *नील गगन* नील गगन में चमके तारा लगता है वो बड़ा ही प्यारा रंग धवल सा निखरा निखरा झलके हरदम हसीं नजारा नील गगन में चमके तारा हरि भजन का करे इशारा... Hindi · कविता 1 504 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 11 Aug 2016 · 1 min read *शिक्षा* शिक्षा से फैले उजियारा मिट जाता सारा अँधियारा तिजारत ये पर आज बनी नैतिकता से किया किनारा निर्धन के बच्चों की खातिर बँद हुआ है इसका द्वारा(134A) बिना पढ़े डिग्री... Hindi · कविता 540 Share धर्मेन्द्र अरोड़ा "मुसाफ़िर पानीपती" 16 Jul 2017 · 1 min read *वोटों का मौसम है आया* *वोटों का मौसम है आया* वोटों का मौसम है आया ! संग अपने नेता जी लाया !! :::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::: वादे करके मीठे - मीठे ! भोली जनता को भरमाया !! ::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::::... Hindi · कविता 282 Share