देवराज यादव Tag: कविता 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid देवराज यादव 4 Oct 2023 · 1 min read बह जाऊ क्या जिंदगी...... बह जाऊ क्या जिंदगी तेरे खयालो में एक जबाब के लाखो सवालों में छोटी जिंदगी के बड़े बड़े हिसाबो में कुछ जुड़े कुछ अधकटे शब्दो में कुछ लिखें कुछ मिटे... Hindi · कविता · गीत · मुक्तक · संस्मरण 1 2 247 Share देवराज यादव 3 Oct 2023 · 1 min read काटो की आवाज लिखने चला मैं ज़ब फूलो से राहो को काटो ने अपनी कहानी सजा दी बढ़ा ज़ब मैं काटो को हटाने चुभ कर अपनी निशानी बना दी पता चला ज़ब हमें... Hindi · कविता · ग़ज़ल · मुक्तक · संस्मरण 143 Share देवराज यादव 3 Oct 2023 · 1 min read कभी..... लिख देता हू जिंदगी को थोड़ा अधकटे पन्नों में थोड़ा सुलझी राहो में थोड़ा अनसुलझे किस्सों में थोड़ा गुनगुनाती जिंदगी में थोड़ा कपकपाती बेरुखी में थोड़ा हसीं में थोड़ा ख़ुशी... Hindi · कविता · गीत · बाल कविता · संस्मरण 114 Share देवराज यादव 28 Sep 2023 · 1 min read पंखा भोर काल से संध्या तक चलता रहता है यह पंखा दादी मा को भावे मंद मंद चलता पंखा आरव, आरवी यश यशी और आश्विक का यह प्यारा पंखा लड़ झगड़... Hindi · कविता · गीत · गीतिका · बाल कविता · मुक्तक 234 Share देवराज यादव 16 Jun 2020 · 1 min read विचार सुबह देर जागने का रात को देर से सो का कही इधर उधर टहलने का कही खुद को समझने का आखिर है क्या यह...... विचार कही घूमने का दोस्तों के... Hindi · कविता 1 5 615 Share देवराज यादव 3 Jun 2020 · 1 min read क्या मानवता मर गयी है स्तब्ध हू निशब्द हू देखकर माँ तेरे मानव कि दानवता कोई कैसे छीन सकता है माँ निवाला किसी के पेट का शर्मिंदा हू, आहत हू ज़ब सुनता हू करनी तेरे... Hindi · कविता 2 3 382 Share